दुमका: शुक्रवार को दुमका जिले के रामगढ़ प्रखंड के नोनीहाट में जमीन पर जबरन कब्जे के प्रयास में हुए गोलीकांड के मामले में पुलिस ने हंसडीहा थाने में प्राथमिकी दर्ज कर ली है. जमीन के रैयत नोनीहाट गांव निवासी कामेश्वर भंडारी के लिखित बयान पर दर्ज प्राथमिकी में 46 व्यक्तियों को नामजद किया गया है. जबकि 55 अज्ञात व्यक्ति को आरोपी बनाए गया है. 46 नामजद आरोपियों में पुलिस ने 42 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. जिन्हें शनिवार की रात लगभग दस बजे न्यायिक अधिकारी के आवास पर पेश किया गया और उसके बाद जेल भेज दिया गया.
कामेश्वर भंडारी ने दर्ज कराई प्राथमिकी
दर्ज प्राथमिकी में कामेश्वर भंडारी ने आरोप लगाया है कि वह अपने परिजनों के साथ दुमका - भागलपुर स्टेट हाईवे के किनारे अवस्थित भदवारी-नोनीहाट में अपनी जमाबंदी जमीन पर घर का निर्माण कर रहे थे. इसी दौरान भदवारी निवासी
डॉ. अनिमेष दास अपने पुत्रों संजय कुमार दास और अजय कुमार दास के साथ-साथ लगभग 100 से अधिक लोगों के साथ हरवे हथियार से लैस होकर आए और उन लोगों पर हमला कर दिया. संजय कुमार दास और अजय कुमार दास ने पिस्तौल से गोली भी चलाई. अचानक हुए इस हमले से उसके परिवार के कई सदस्य घायल हो गए. गोली चलने की की आवाज सुनकर आसपास के बहुत सारे लोग जुट गए, बाद में पुलिस भी पहुंच गई. इसके बाद लोगों ने हमला करने वालों को खदेड़ना शुरू किया.
मौके का फायदा उठाकर बहुत सारे हमलावर भाग निकले. जबकि कुछ लोग बचने के लिए अनिमेष दास के घर में घुस गए. इधर प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस ने नामजद 46 में से 42 आरोपियों को मौके से गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार लोगों में से कुछ लोग बिहार के बांका जिले के हैं. जबकि अन्य लोग दुमका जिले के विभिन्न प्रखंडों के हैं. इसमें जांच के दौरान पुलिस को देशी कट्टा, 65 हजार रुपये नकद भी बरामद हुए गए हैं. साथ ही बड़ी संख्या में मोबाइल फोन, छह बाइक और एक कार भी जब्त की गई है.
19 जुलाई शुक्रवार को हुई थी घटना
यह घटना शुक्रवार को नोनीहाट बस स्टैंड के निकट हुई थी. डॉ अनिमेष दास ने एक बीघा जमीन हड़पने के लिए दुमका जिला के अलावे बिहार के बांका और जमुई से करीब एक सौ लोगों को बुलाया था. सभी लोग हरवे-हथियार से लैस थे. विवादास्पद भूमि पर पहुंचते ही अनिमेष दास द्वारा बुलाये गये लोगों ने मूल रैयत के परिवार को खदेड़-खदेड़कर पीटना शुरू कर दिया. बस स्टैंड के पास आफरा-तफरी का माहौल उत्पन्न हो गया था.
बता दें कि एक बीघा जमीन को लेकर दो पक्षों के बीच वर्षो से विवाद चल रहा है. कुछ माह पहले उक्त मामले में न्यायालय से भी कामेश्वर भंडारी के पक्ष में फैसला आ चुका है. उक्त जमीन में वर्तमान में डॉक्टर अनिमेष कुमार दास का कब्जा है और उक्त जमीन को वह किसी भी हाल में छोड़ना नहीं चाह रहे हैं. कोर्ट से फैसला आने के बाद कामेश्वर भंडारी जब उक्त जमीन में मकान का निर्माण कराने लगे तो कई बार डॉक्टर परिवार की ओर से बाधा पहुंचाया गया. मकान को भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया. शुक्रवार को हद की सीमा पार करते हुए बिहार सहित अन्य कई जगहों से करीब 100 की संख्या में असामाजिक तत्वों को मंगवा कर मारपीट कर महिला सहित छह लोगों को गंभीर रुप से जख्मी कर दिया गया.
जेल भेजे गए लोगों के नाम
इस मामले में जिन लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया उनके नाम - ललटू कुमार, धु्रवचंद कुमार, प्रिंस कुमार, गौतम कुमार, मुनचुन कुमार, मिठु तुरी, अरूण तुरी, अमन कुमार तुरी, गणेश तुरी, पिंटू कुमार, सुधीर राय, यशवल कुमार, संतोष कुमार, भावेश कुमार, सुचित, मिथुन कुमार, दिलीप कुंवर, उत्तम कुमार मांझी, आकाश कुमार, शिवम कुमार, प्यारेलाल साव, मोहन कुमार, आशीष कुमार, गोपाल कुमार मांझी, मुकेश कुमार, पिंटू महामरीक, चंदन कुमार, मिथुन कुमार, मंटु कुमार वैद्य, छोटा मंगल मुर्मू, कामदेव मंडल, बरूण कुमार, रौशन कुमार, अरूण मांझी, पवन कुमार यादव, धन्नजय कुमार, रमेश मुर्मू, अनिमेष दास, चंदन कुमार, आशीष कुमार, नजाबुल अंसारी उर्फ छोटू और सिकंदर तुरी हैं.
क्या कहते हैं एसडीपीओ
इस पूरे मामले पर जरमुंडी क्षेत्र के एसडीपीओ संतोष कुमार ने बताया कि जमीन विवाद में जमकर मारपीट और हंगामा हुआ. जिसमें कुछ लोग घायल भी हुए थे. प्राथमिक दर्ज कर कार्रवाई की गई है. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार व्यक्तियों की बड़ी संख्या की वजह से कागजी प्रक्रिया में काफी विलंब हुआ.
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