मेरठ : मेरठ मंडल में नवंबर माह में अलग-अलग जिलों में क्षेत्रीय सेवायोजन विभाग द्वारा 42 रोजगार मेलों का आयोजन होने जा रहा है. जिनमें प्रत्येक जिले में तीन वृहद रोजगार मेलों का आयोजन होगा. इनमें युवक-युवतियों के लिए बेहतर जाॅब विकल्प के अवसर होंगे. रोजगार मेले में इंटरव्यू देने के बाद युवाओं को देश की नामचीन कंपनियों में नौकरी मिल सकेगी. आइए जानते हैं कब-कब मेरठ में रोजगार मेले लगेंगे.
जानकारी के मुताबिक, इस माह मंडल के मेरठ जिले समेत गाजियाबाद, हापुड़, बुलंदशहर, गौतमबुद्धनगर और बागपत जिले में कुल 42 रोजगार मेले लगेंगे. इसमें युवक और युवतियां साक्षात्कार के बाद न्यूनतम 10 से 12 हजार रुपये प्रतिमाह से लेकर 35 हजार रुपये तक की सैलरी वाली नौकरी पा सकते हैं.
ईटीवी भारत से मेरठ मंडल के सहायक निदेशक, सेवायोजन शशिभूषण उपाध्याय ने बताया कि इस बार विभाग ने मेरठ मंडल के प्रत्येक जिले में 7-7 रोजगार मेले आयोजित किए जाएंगे. जिनमें तीन वृहद रोजगार मेले भी शामिल हैं. उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश शासन की मंशा के अनुरूप क्षेत्रीय श्रम एवं सेवायोजन कार्यालय मेरठ लगातार रोजगार मेलों का आयोजन कर रहा है. पिछले महीने में लगभग 15 रोजगार मेलों का आयोजन किया गया. इन रोजगार मेलों में लगभग 2000 बेरोजगार युवाओं को अनेक कंपनियों में नौकरी मिली हैं.
क्षेत्रीय सेवायोजन कार्यालय के सहायक निदेशक ने बताया कि दिसंबर माह में सर्दी होती है. ऐसे में यह तय किया गया है कि ज्यादा से ज्यादा चयन प्रक्रिया नवंबर माह में पूर्ण करें. इसके अंतर्गत मेरठ जनपद में ही नवंबर माह में ही सात रोजगार मेले लगाने की तैयारी पूर्ण कर ली गई. तिथियां भी निर्धारित हो गई हैं. मेरठ जिले में इस माह में 5, 8, 12, 20, 24 व 26 नवंबर और इस माह का आखिरी सातवां रोजगार मेला 30 नवंबर को लगाया जाएगा. उन्होंने बताया कि जो जॉब फेयर के लिए निश्चित दिन तय हुआ ही इनमें से तीन वृहद रोजगार मेले लगेंगे, जोकि अलग-अलग शिक्षण संस्थानों में लगाए जाएंगे, वहीं बाकी चार रोजगार मेले क्षेत्रीय सेवायोजन कार्यालय परिसर में लगाए जाएंगे. सेवायोजन विभाग के जिम्मेदारों का दावा है कि नवंबर माह में कुल 4000 से 5000 बेरोजगार युवक-युवतियों को नौकरी देने का लक्ष्य है.
क्षेत्रीय सेवायोजन कार्यालय के सहायक निदेशक शशिभूषण उपाध्याय का कहना है कि जो रोजगार मेले क्षेत्रीय सेवायोजन परिसर में लगाए जाते हैं उनमें 400 से 500 बेरोजगार युवक-युवतियों को जॉब मिल जाए इस तरह से प्लान किया जाता है. परिसर में लगने वाले रोजगार मेलों में 12 से 15 कंपनियां मौजूद रहती हैं, वहीं जब 40 से 50 कम्पनियां रहती हैं तो ऐसे वृहद रोजगार मेलों का आयोजन बड़े शिक्षण संस्थानों में आयोजित कराते हैं, ताकि वहां हजारों बेरोजगारों को नौकरी मिल सके. सरकार की तरफ से जो रोजगार संगम पोर्टल बनाया गया है उसमें भी यह व्यवस्था है कि बड़े-बड़े इंस्टीट्यूट में कैंपस प्लेसमेंट कराएं. उसके बाद तीन कैंपस प्लेसमेंट और चार रोजगार मेले प्रत्येक जिले में कराएंगे. अधिक से अधिक ऐसे युवाओं को जो नौकरी की तलाश कर रहे हैं, उनके लिए करियर काउंसिलिंग सेमिनार आयोजित करते हैं.
उन्होंने बताया कि इस साल में अब तक 68 सेमिनार आयोजित किए गए हैं. ये सेमिनार अलग-अलग इंस्टीट्यूट और आईटीआई समेत अन्य शिक्षण संस्थानों में आयोजित करते हैं. कोशिश की जाती है कि ज्यादा से ज्यादा युवा रोजगार संगम पोर्टल पर अपना पंजीकरण कराएं और अपनी प्रोफ़ाइल को समय-समय पर अपडेट करें. इस समय पूरे मेरठ मंडल में एक लाख तीन हजार बेरोजगार युवक-युवतियां पंजीकृत हैं. प्रयास किए जाते हैं कि पंजीकरण भी बढ़ता रहे और रोजगार संगम पोर्टल के माध्यम से निजी क्षेत्र में रोजगार की सुविधा भी उपलब्ध होती रहे.
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