दुमका : जिले के जरमुंडी थाना क्षेत्र के नोनीहाट बस स्टैंड के पास एक बीघा जमीन को लेकर दो पक्षों के बीच हुई मारपीट और तीन राउंड हवाई फायरिंग के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस ने मौके पर मौजूद 40 लोगों को हिरासत में लिया है. जिसमें एक डॉक्टर और उसका बेटा भी शामिल है. जरमुंडी एसडीपीओ संतोष कुमार अन्य पुलिस अधिकारियों के साथ मामले की जांच कर रहे हैं.
दरअसल, शुक्रवार की शाम दुमका-भागलपुर मुख्य मार्ग पर जरमुंडी थाना के नोनीहाट बस स्टॉप के पास एक बीघा जमीन पर कब्जे को लेकर दो पक्षों के बीच जमकर मारपीट हुई. इस दौरान तीन राउंड हवाई फायरिंग भी हुई. इस झड़प में एक महिला समेत छह लोग घायल हो गए हैं.
कई थानों की पुलिस ने स्थिति को संभाला
इस जमीन विवाद में मारपीट की सूचना मिलने पर पास के हंसडीहा थाने की पुलिस मौके पर पहुंची. फिर एसडीपीओ संतोष कुमार के नेतृत्व में जरमुंडी और रामगढ़ थाने की पुलिस भी मौके पर पहुंची और मामले को संभाला. भारी संख्या में पुलिस बल ने आपस में झगड़ रहे सभी लोगों को पकड़ना करना शुरू किया तो कई लोग भाग निकले. इस मामले में पुलिस ने डॉ अनिमेष दास और पुत्र डॉ संजय कुमार दास समेत 40 लोगों को हिरासत में लिया है. पुलिस ने मौके से सात बाइक और दो कार भी जब्त की है. इस घटना से नोनीहाट बाजार में अफरातफरी का माहौल बन गया.
क्या है जमीन विवाद?
प्राप्त जानकारी के अनुसार नोनीहाट बाजार के समीप करीब एक बीघा (बीस कट्ठा) जमीन का एक प्लॉट है, जिसके रैयत कामेश्वर भंडारी हैं, लेकिन काफी समय से पास में ही रह रहे डॉ अनिमेष दास ने भी उक्त जमीन पर कब्जा होने का दावा किया है. इधर, जमीन के रैयत ने दखल के लिए कोर्ट में केस दायर किया था. करीब 10 साल बाद कोर्ट ने जमीन के रैयत कामेश्वर भंडारी के पक्ष में फैसला दिया. जिसके बाद कामेश्वर भंडारी ने खाली पड़ी अपनी जमीन पर मकान बनाने का काम शुरू कर दिया. डॉक्टर और उनके समर्थकों ने कई बार काम रोकने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हो सके.
शुक्रवार की शाम डॉ अनिमेष दास ने करीब 30 से 40 लोगों को जमीन पर काम बंद कराने के लिए बुलाया. सभी लोग हथियार से लैस थे. नोनीहाट पहुंचते ही उन्होंने जमीन मालिकों पर लाठी-डंडे से हमला कर दिया. इस घटना में कामेश्वर भंडारी, ज्योतिष भंडारी, धोरन भंडारी, राम भंडारी, मनोज भंडारी और एक महिला घायल हो गए. इतना ही नहीं आसपास के ग्रामीणों और मजदूरों को डराने के लिए तीन राउंड फायरिंग भी की गई.
मौके से पुलिस को सूचना दी गई और फिर दुमका-भागलपुर मुख्य मार्ग को भी कुछ देर के लिए जाम कर दिया गया, फिर एसडीपीओ जरमुंडी संतोष कुमार और हंसडीहा थाना प्रभारी संजय प्रजापति मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए दुमका से पुलिस के जवानों को बुलाया गया.
क्या कहते हैं एसडीपीओ
इस पूरे मामले पर जरमुंडी एसडीपीओ संतोष कुमार ने जानकारी दी है कि जमीन विवाद को लेकर हुई झड़प में हमने करीब 40 लोगों को हिरासत में लिया है. उनसे एक जगह पर पूछताछ की जा रही है. पूछताछ के बाद उन पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि इस बात की भी जांच की जा रही है कि क्या इस विवाद में पेशेवर अपराधी भी शामिल होकर हंगामा कर रहे थे.
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