श्रीनगर गढ़वाल: उत्तराखंड नगर निकाय चुनाव को लेकर बीजेपी-कांग्रेस ने कैंडिडेट्स का ऐलान कर दिया है. जिसके बाद आज प्रदेश के अलग अलग शहरों में कैंडिडे्टस ने नॉमिनेशन करवाया. बात अगर श्रीनगर गढ़वाल की करें तो यहां नगर निगम चुनाव में मेयर पद के लिए महिलाओं में महासंग्राम होता दिख रहा है. आज श्रीनगर नगर निगम में मेयर पद के लिए पांच कैंडिडे्टस ने नॉमिनेशन करवाया.
प्रदेश में निकाय चुनाव को लेकर नॉमिनेशन का आज आखरी दिन है. श्रीनगर में भी सभी की निगाहें मेयर पद पर टिकी हुई हैं. यहां मुकाबला मुख्य रूप से भाजपा कांग्रेश और दो अन्य निर्दलीय प्रत्याशियों के बीच है. आज भाजपा से आशा उपाध्याय, निर्दलीय पूनम तिवाड़ी ,निर्दलीय आरती भंडारी, कांग्रेश कैंडिडेटस मीना रावत ने अपने समर्थकों के साथ नॉमिनेशन किया. इस दौरान भाजपा कैंडिडेट आशा उपाध्याय के नॉमिनेशन में खुद केबिनेट मंत्री धन सिंह रावत उपस्थित रहे. कांग्रेस की तरफ से हरक सिंह रावत, गणेश गोदियाल, मंत्री प्रसाद नैथानी, मीना रावत के नॉमिनेशन में पहुंचे. नॉमिनेशन के बाद दोनों ही मुख्य दलों ने चुनावी जनसभा भी आयोजित की.
बता दें नगर निगम श्रीनगर में भाजपा ने आशा उपाध्याय को प्रत्याशी घोषित किया है. कांग्रेस से मीना रावत को प्रत्याशी बनाया गया है. वहीं, भाजपा कांग्रेस को कड़ी टक्कर देने के लिए निर्दलीय प्रत्याशी भी चुनावी मैदान में है. मेयर पद के लिए निर्दलीय प्रत्याशी के रूप से आरती भंडारी व पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष पूनम तिवाड़ी चुनाव लड़ रही हैं. यूकेडी से सामाजिक कार्यकर्ता सरस्वती देवी भी चुनावी मैदान में है. भाजपा जिला उपाध्यक्ष लखपत भंडारी की पत्नी आरती भंडारी के निर्दलीय रूप से चुनाव लड़ने के कारण नुकसान भाजपा को उठाना पड़ सकता है. कांग्रेस से पूर्व में पालिका अध्यक्ष का चुनाव लड़ चुकी पूनम तिवाड़ी भी निर्दलीय चुनावी मैदान में हैं. ऐसे में वह कांग्रेस के वोट बैंक में सेंध लगा सकती हैं. वहीं, दूसरी तरफ श्रीनगर में 40 वॉर्डो के लिए पार्षद कैंडिडेट्स ने भी आज अंतिम दिन अपना नॉमिनेशन फाइल किया. नॉमिनेशन के दौरान कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत ने कहा भाजपा एक कैडर बेस पार्टी है. जीत भाजपा कैंडिडेट की होगी.
पढे़ं-श्रीनगर: मेयर सीट आरक्षित होने पर कई दावेदारों के अरमानों पर फिरा पानी, अब महिलाओं पर टिकी नजर