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लखनऊ में ठगी का नया तरीका; फर्जी जमीन और दस्तावेज दिखाकर बैंक-फाइनेंस कंपनियों से ठगे 5 करोड़ - LUCKNOW STF

कूटरचित दस्तावेज के सहारे हाउसिंग लोन लेने वाले 4 शातिरों को एसटीएफ ने किया गिरफ्तार, पूरी प्लानिंग के साथ वारदात को देते थे अंजाम

लखनऊ में चार शातिर ठग गिरफ्तार.
लखनऊ में चार शातिर ठग गिरफ्तार. (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Nov 20, 2024, 8:52 PM IST

लखनऊः एसटीएफ की टीम ने मंगलवार देर रात गोमती इलाके से 4 शातिरों को गिरफ्तार कर लिया है. ठगों के पास से कई बैंक पासबुक, चेक बुक, आधार कार्ड, पैन कार्ड तथा कूटरचित दस्तावेज बरामद किये हैं. शातिर ठगों ने हाउसिंग फाइनेंस कम्पनियों से होम लोन कराकर करोड़ों रुपये की ठगी की है. फिलहाल पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है.


अपर पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ लाल प्रताप सिंह ने बताया कि काफी दिनों से लखनऊ में बैकों एवं हाउसिंग लोन कम्पनियों से कूटरचित दस्तावेजों के माध्यम से लोन लेकर कराकर धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के बारे में सूचना प्राप्त हो रही थी. इस सम्बन्ध में एसटीएफ की टीमों को गिरोह के बारे में जानकारी करने एवं कार्रवाई के लिए निर्देश दिया गया था. इस दौरान सूचना मिली कि फर्जी लोन कराने वाले गिरोह के कुछ सदस्य पिकप भवन के पास मौजूद हैं. इसके बाद एसटीएफ टीम द्वारा दबिश देकर आरिफ, अर्पित, शिव और वाशिल को को दबिश देकर दबोच लिया.

जाली दस्तावेजों के सहारे खुलवाते थे बैंको में खाते
गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि ठगी करने के उद्देश्य से प्रापर्टी का कूटरचित दस्तावे, पैन व आधार कार्ड के आधार पर अलग-अलग व्यक्तियों की फोटो बदलकर, फर्जी लोगों को खड़ाकर बैंक आफ महाराष्ट्र, जम्मू एंड कश्मीर बैंक, यूको बैंक आदि अन्य बैंकों में खाता खुलवाते हैं. इसके बाद फर्जी विक्रेता खड़ाकर जमीन की रजिस्ट्री कराते हैं. इसी रजिस्ट्री के आधार पर होम फर्स्ट, पिरामल, गृह शक्ति हाउसिंग, हिंदुजा हाउसिंग फाइनेस, किप्स हाउसिंग फाइनेंस आदि में होम लोन अप्लाई कराते हैं.
ठगी में बैंक कर्मचारी व अधिकारी भी शामिल
आरोपियों ने बताया कि हाउसिंग लोन कम्पनियों और बैंकों के सर्वेयर व कर्मचारियों से मिलकर लोन पास करा लेते हैं. इसके बाद प्राप्त पैसों को आपस में बांट लेते हैं. इसके साथ ही इन्हीं पैसों से ही लोन की कुछ किश्तें भी भरते हैं ताकि कम्पनियों को शक न हो और नये फर्जी लोन आसानी से करा सके. कुछ समय बाद किश्त देना बंद करके गायब हो जाते हैं.
5 करोड़ से अधिक की ठगी की
आरोपियों ने अब तक करीब 25-30 फर्जी तरीके से होम लोन करा चुके हैं. जिसमें होम फर्स्ट हाउसिंग से लगभग 18 फाइलें, पिरामल फाइनेंस से लगभग 10, गृह शक्ति व किप्स हाउसिंग फाइनेंस से लगभग 5 फाइलें पास करा चुके हैं. अब तक लगभग 5 करोड़ से अधिक की धोखाधड़ी कर चुके हैं.

लखनऊः एसटीएफ की टीम ने मंगलवार देर रात गोमती इलाके से 4 शातिरों को गिरफ्तार कर लिया है. ठगों के पास से कई बैंक पासबुक, चेक बुक, आधार कार्ड, पैन कार्ड तथा कूटरचित दस्तावेज बरामद किये हैं. शातिर ठगों ने हाउसिंग फाइनेंस कम्पनियों से होम लोन कराकर करोड़ों रुपये की ठगी की है. फिलहाल पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है.


अपर पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ लाल प्रताप सिंह ने बताया कि काफी दिनों से लखनऊ में बैकों एवं हाउसिंग लोन कम्पनियों से कूटरचित दस्तावेजों के माध्यम से लोन लेकर कराकर धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के बारे में सूचना प्राप्त हो रही थी. इस सम्बन्ध में एसटीएफ की टीमों को गिरोह के बारे में जानकारी करने एवं कार्रवाई के लिए निर्देश दिया गया था. इस दौरान सूचना मिली कि फर्जी लोन कराने वाले गिरोह के कुछ सदस्य पिकप भवन के पास मौजूद हैं. इसके बाद एसटीएफ टीम द्वारा दबिश देकर आरिफ, अर्पित, शिव और वाशिल को को दबिश देकर दबोच लिया.

जाली दस्तावेजों के सहारे खुलवाते थे बैंको में खाते
गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि ठगी करने के उद्देश्य से प्रापर्टी का कूटरचित दस्तावे, पैन व आधार कार्ड के आधार पर अलग-अलग व्यक्तियों की फोटो बदलकर, फर्जी लोगों को खड़ाकर बैंक आफ महाराष्ट्र, जम्मू एंड कश्मीर बैंक, यूको बैंक आदि अन्य बैंकों में खाता खुलवाते हैं. इसके बाद फर्जी विक्रेता खड़ाकर जमीन की रजिस्ट्री कराते हैं. इसी रजिस्ट्री के आधार पर होम फर्स्ट, पिरामल, गृह शक्ति हाउसिंग, हिंदुजा हाउसिंग फाइनेस, किप्स हाउसिंग फाइनेंस आदि में होम लोन अप्लाई कराते हैं.
ठगी में बैंक कर्मचारी व अधिकारी भी शामिल
आरोपियों ने बताया कि हाउसिंग लोन कम्पनियों और बैंकों के सर्वेयर व कर्मचारियों से मिलकर लोन पास करा लेते हैं. इसके बाद प्राप्त पैसों को आपस में बांट लेते हैं. इसके साथ ही इन्हीं पैसों से ही लोन की कुछ किश्तें भी भरते हैं ताकि कम्पनियों को शक न हो और नये फर्जी लोन आसानी से करा सके. कुछ समय बाद किश्त देना बंद करके गायब हो जाते हैं.
5 करोड़ से अधिक की ठगी की
आरोपियों ने अब तक करीब 25-30 फर्जी तरीके से होम लोन करा चुके हैं. जिसमें होम फर्स्ट हाउसिंग से लगभग 18 फाइलें, पिरामल फाइनेंस से लगभग 10, गृह शक्ति व किप्स हाउसिंग फाइनेंस से लगभग 5 फाइलें पास करा चुके हैं. अब तक लगभग 5 करोड़ से अधिक की धोखाधड़ी कर चुके हैं.

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