शिमला: हिमाचल प्रदेश में 31 जुलाई की रात आसमान से आफत बरसी. प्रदेश में 5 जगहों पर बादल फटने से तबाही मच गई. कुल्लू, मंडी और शिमला में बादल फटने से नदी नालों में बाढ़ आ गई. इस घटना में 49 लोग लापता हो गए. जबकि 4 लोगों की मौत हो गई. वहीं, लापता लोगों की तलाश के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है.
हिमाचल प्रदेश में बीते दिनों शुरू हुई तेज बारिश ने जमकर तबाही मचाई. राज्य के तीन अलग-अलग हिस्सों से बादल फटने की घटनाएं सामने आई. इनमें जिला मंडी, कुल्लू और शिमला जिले के रामपुर में बादल फटा. इसकी चपेट में 50 से ज्यादा लोग आ गए. कुल्लू, मंडी और रामपुर में हुई बादल फटने की तीन घटनाओं में 49 लोग अभी भी लापता हैं. जबकि चार लोगों की मौत हुई है. वहीं, एक व्यक्ति घायल है.
हिमाचल प्रदेश राजस्व एवं आपदा प्रबंधन के विशेष सचिव धुनी चंद राणा ने कहा, "पानी के तेज बहाव की वजह से ब्यास नदी के नजदीक एक गांव में नौ लोग फंस गए थे, जिन्हें बाद में एनडीआरएफ और फायर ब्रिगेड की टीम ने रेस्क्यू किया. हिमाचल में आई आपदा में 65 घरों को नुकसान हुआ. जबकि 23 जानवरों की भी जान चली गई. रामपुर में एनडीआरएफ के 70 जवान सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं. इसके अलावा आईटीबीपी और एसडीआरएफ जवान भी ऑपरेशन में जुटे हुए हैं".
विशेष सचिव धुनी चंद ने बताया कि मलाणा में भी 20 से 25 लोगों के फंसे होने की जानकारी मिली है. इनमें कुछ पर्यटक भी शामिल हैं. हालांकि ये लोग अभी पूरी तरीके से सुरक्षित और उनके पास खाने-पीने की सामग्री भी उपलब्ध है. शनिवार को इन्हें भी सुरक्षित निकाल लिया जाएगा.
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