नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद रेलवे स्टेशन से 10 दिसंबर को 4 महीने की मासूम बच्ची का अपहरण हो गया था. रेलवे पुलिस ने बुधवार को बच्ची को सकुशल बरामद करते हुए अपहरणकर्ता को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस के मुताबिक, बच्ची को तलाशने के लिए 700 सीसीटीवी कैमरे चेक किए गए. इसके अलावा नई दिल्ली से लेकर पंजाब तक के ट्रेन के रूट खंगाले गए हैं.
जानकारी के अनुसार, मध्य प्रदेश के छतरपुर के रहने वाले दीपक कुमार 10 दिसंबर को अपनी पत्नी के साथ गाजियाबाद रेलवे स्टेशन पहुंचे थे. रेलवे स्टेशन पर ही उनकी विकास नाम के युवक से दोस्ती हो गई. काफी देर तक दोनों एक साथ बैठे भी थे. लेकिन, आरोपी विकास दीपक की चार महीने की मासूम बच्ची को अपहरण करने की मंशा से साथ बैठा था.
इस बीच, जब दीपक व उनकी पत्नी खाना खा रहे थे, तो मौका देखकर आरोपी मासूम को अपने साथ लेकर फरार हो गया. दीपक अपनी पत्नी के साथ आसपास बच्ची को ढूंढते हैं, लेकिन बच्ची नहीं मिलती है. इसके बाद वो जीआरपी गाजियाबाद में मामले की शिकायत देते हैं. शिकायत पर रेलवे पुलिस मुकदमा दर्ज कर सीओ रेलवे सुदेश गुप्ता के नेतृत्व में 10 टीमों का गठन किया.
''बीते 10 दिसंबर को 4 माह की बच्ची का अपहरण किया गया था, जिसका खुलासा करने के लिए 10 टीमों का गठन किया गया. दिल्ली हरियाणा और पंजाब के लगभग हजार से अधिक सीसीटीवी कैमरे खंगालने के बाद आरोपी की पहचान हुई और उसे गिरफ्तार किया गया. आरोपी बच्ची को बेचना चाहता था और इस उद्देश्य से उसने बच्ची का अपहरण किया था. बच्ची को सकुशल बरामद कर परिजनों के सौंप दिया गया है.''-आशुतोष शुक्ला, एसपी रेलवे (मुरादाबाद)
आरोपी विकास की तलाश के लिए सभी टीम सीसीटीवी फुटेज़ खंगालने में जुट गई. सीसीटीवी फुटेज में आरोपी अमृतसर से आने वाली ट्रेन में गाजियाबाद से चढ़ता है और नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर उतर जाता है. जिसके बाद वह ट्रेन के माध्यम से करनाल पहुंचता है. सीसीटीवी फुटेज में करनाल रेलवे स्टेशन से करीब दो किलोमीटर की दूरी पर मौजूद रैन बसेरे में आरोपी जाता हुआ दिखाई देता है. सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस रैन बसेरे में पहुंचती है. जहां आरोपी तो मौजूद नहीं होता है लेकिन रैन बसेरे के रजिस्टर में आरोपी का पुलिस को पता मिल जाता है. उसके बाद पुलिस की टीम पीलीभीत के लिए रवाना होती है और आरोपी के पते पर पहुंचती है, जहां वह घर में चार महीने की मासूम के साथ मौजूद मिलता है.
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