लोहरदगा: सेन्हा थाना क्षेत्र के चितरी अंबा टोली गांव में मनरेगा सिंचाई कूप निर्माण के दौरान मिट्टी धंसने से चार मजदूर दब गए थे. प्रशासन की मदद से चारों मजदूरों के शवों को मिट्टी से बाहर निकाल लिया गया है. राहत एवं बचाव कार्य अभियान के लगभग 5 घंटे के बाद शवों को बरामद किया गया. सभी शवों को पोस्टमार्टम के लिए लोहरदगा सदर अस्पताल भेज दिया गया है.
मृतकों में दो कुशल और दो अकुशल श्रमिक
जिन मजदूरों की मौत हुई है उसमें दो कुशल और दो अकुशल श्रमिक शामिल हैं. मृतकों की पहचान सेन्हा थाना क्षेत्र के चितरी अंबा टोली निवासी योजना के लाभुक असलम अंसारी के पुत्र अमन अंसारी, पुत्री शबनम खातून, मजदूर कैरो थाना क्षेत्र के गाराडीह गांव निवासी बबलू अंसारी उर्फ रमजान अंसारी और कुडू थाना क्षेत्र के मेरले गांव निवासी जोगेंद्र उरांव के रूप में हुई है.
सेन्हा थाना क्षेत्र के चितरी अंबा टोली गांव में गुरुवार को मनरेगा सिंचाई कूप निर्माण के दौरान पटाई का काम चल रहा था. इसी दौरान अचानक से कूप ध्वस्त हो गया. जिसमें चार मजदूर मिट्टी के नीचे दब गए थे. हादसे के बाद छह जेसीबी, एक पोकलेन, एक हाईड्रा और दो एंबुलेंस की मदद से राहत एवं बचाव कार्य चलाया गया था.
लोहरदगा में मनरेगा कूप हादसा में चारों मजदूर के शव बरामद कर लिए गए हैं. आपदा प्रबंधन विभाग के साथ-साथ मनरेगा से मुआवजा को लेकर प्रावधान की समीक्षा की जा रही है. घटना को लेकर मृतकों के घरों में शोक का माहौल है. योजना के लाभुक के पुत्र और पुत्री की मौत से गांव में मातम छा गया है.
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