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महाकुंभ के दौरान गोरखपुर से चलेंगी 390 बसें, 5 लाख यात्रियों को कुंभ स्नान कराने की तैयारी, भगवा रंग में रंगी होंगी बसें - PRAYAGRAJ MAHA KUMBH 2025

प्रयागराज महाकुंभ जाने के लिए गोरखपुर परिक्षेत्र से 2300 से अधिक बसें गुजरेंगी, बुकिंग कराने पर गांव से भी मिलेगी बस की सुविधा

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महाकुंभ के लिए गोरखपुर रोडवेज तैयार (Photo Credit : ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Nov 28, 2024, 5:52 PM IST

Updated : Nov 28, 2024, 10:56 PM IST

गोरखपुर/ प्रयागराज: महाकुंभ 2025 के लिए गोरखपुर रोडवेज की बड़ी तैयारी है. पूरे गोरखपुर परिक्षेत्र के सातों जिलों के साथ पश्चिम बिहार के जिलों के श्रद्धालुओं को महाकुंभ में ले जाने के लिए गोरखपुर परिवहन ने 390 बसों का संचालन करने जा रही है. जिनसे करीब 16 हजार श्रद्धालु एक दिन में यात्रा कर सकेंगे और पूरे कुंभ के दौरान ये संख्या 5 लाख तक पहुंच सकती है. इसके अलावा इस परिक्षेत्र से 2300 से अधिक बसें गुजरेंगी जिसमें सवार होकर यहां के श्रद्धालु, प्रयागराज में महाकुंभ स्नान और दर्शन के लिए जा सकेंगे. खास बात ये होगी कि ये सभी बसें भगवा कलर में रंगी होगी.

बता दें कि, पूर्वी उत्तर प्रदेश का गोरखपुर परिक्षेत्र प्रयागराज महाकुंभ मेला के लिए बेहद खास स्थान रखता है. इसी को ध्यान में रखते हुए रोडवेज ने 390 बसों को खास तौर पर तैयार करवाया है. ये बसें गोरखपुर परिक्षेत्र के 38 स्थानों से होकर महाकुंभ मेला के लिए आएंगी-जाएंगी. परिक्षेत्र के सभी बस डिपो में भी कुंभ के दौरान यात्री सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है. इसके साथ ही रोडवेज ने 40 लोगों के लिए एडवांस बुकिंग कराने पर बस उनके गांव से श्रद्धालुओं को लेकर प्रयागराज जाएगी. इस परिक्षेत्र में गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर, महराजगंज, बस्ती, संतकबीरनगर और सिद्धार्थनगर जिलों में आने वाले बस डिपो शामिल हैं.

महाकुंभ के लिए गोरखपुर रोडवेज की महातैयारी (Video Credit : ETV Bharat)

गोरखपुर परिक्षेत्र के क्षेत्रीय प्रबंधक परिवहन लव कुमार ने बताया है कि, कुंभ जाने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए ही इन बसों को 38 स्थानों से होकर गुजारा जा रहा है जिससे, कोई भी गांव और कस्बा छूटने न पाये. उन्होंने कहा कि अर्ध कुंभ 2019 के दौरान इस क्षेत्र से लगभग 1300 बसें संचालित हुई थीं. जिसमें ये देखा गया था कि गोरखपुर के दक्षिणांचल का जो क्षेत्र है वहां से यात्रियों की बड़ी संख्या इसमें शामिल हुई थी. इसलिए इन सभी बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए परिवहन निगम के कर्मचारियों को इसके लिए तैयार किया गया है. इसके साथ ही मौजूदा समय में काम कर रहे हेल्पलाइन नंबर 9451063836 के साथ कई और नंबर भी जारी किए जाएंगे

लव कुमार सिंह ने कहा कि, प्रयागराज महाकुंभ मेला 2025 के लिए गोरखपुर परिक्षेत्र में 38 मेला प्वाइंट तय किए गए हैं. इन मेला क्षेत्रों से महाकुंभ जाने वाले यात्रियों की संभावित संख्या का आंकलन कर बसों का आवंटन किया गया है. मेला प्वाइंट बड़हलगंज से 140, गगहा से 30, गोरखपुर से 190, नौसढ़ से 20, हाटा से 20, कौड़ीराम से 70, मझगांवा से 20, सेंवई बाजार से 20, पडरौना से 35, कसया से 20, खलीलाबाद से 50, रुद्रपुर से 10, महराजगंज से 50, निचलौल से 20, ठूठीबारी/सिसवा से 20, पनियरा से 20, नौतनवा/आनंदनगर से 20, सोनौली से 15, गोला से 250, खजनी से 130, उरुवा से 159, कलवारी से 68, मुखलिसपुर से 50, बांसगांव से 55, बरहज से 50, लार से 20, देवरिया से 60, बांसी से 30, डुमरियागंज से 20, बस्ती से 80, बढ़नी से 30, सिद्धार्थनगर से 20, मेहदावल से 60, बेलघाट/धनघटा से 45, शोहरतगढ़ से 33 और गायघाट से 10 बसों का संचालन महाकुंभ मेला के लिए होगा.

प्रयागराज महाकुंभ मेला 2025 के दौरान श्रद्धालुओं को बेहतर आवागमन की सुविधा के लिए यूपी रोडवेज के गोरखपुर परिक्षेत्र के बेड़े में 203 नई बसें भी शामिल होंगी. यूपी रोडवेज के क्षेत्रीय प्रबंधक (गोरखपुर परिक्षेत्र) लव कुमार सिंह के मुताबिक इन नई बसों में 10 वोल्वो, 20 एसी स्लीपर बसें भी होंगी. नई बसें दिसंबर अंत तक डिपो पहुंच जाएगी.

नेत्र कुंभ में 5 लाख लोगों के आंखों का इलाज

प्रयागराज: वहीं संगमनगरी में लगने वाले महाकुम्भ मेले में नेत्र कुंम्भ का भी आयोजन किया जाएगा. 13 जनवरी से दुनिया का सबसे बड़ा आयोजन शुरू होगा और इसमें 12 जनवरी से 26 फरवरी तक नेत्र कुंम्भ लगेगा. महाकुंभ में जहां 40 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं की भीड़ जुटेगी, वहीं नेत्र कुंम्भ में 5 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के आंखों की जांच करवाने के साथ ही चश्मा देने के अलावा फेको विधि से ऑपरेशन भी किया जाएगा. जिसको लेकर गुरुवार को मेला क्षेत्र में नाग वासुकी मंदिर के पास सेक्टर 6 में नेत्र कुंभ के शिविर के लिए विधि विधान भूमि पूजन किया गया. भूमि पूजन के साथ ही वहां पर शिविर बनाने का कार्य भी शुरू कर दिया गया है. महाकुम्भ 2025 के नेत्र कुंभ की मीडिया कोआर्डिनेटर डॉ कीर्तिका अग्रवाल ने बताया कि कुंम्भ मेला क्षेत्र में 12 जनवरी से 26 फरवरी तक यह शिविर लगेगा.यही नहीं उन्होंने बताया कि नेत्र कुंम्भ में हर दिन 40 से ज्यादा विशेषज्ञ डॉक्टर और उनकी टीम ओपीडी में मरीजों को देखेगी जिसमें प्रतिदिन 10 हजार से ज्यादा लोगों के आंखों को देखेंगे और तकलीफ की जांच पूरी तरह से निशुल्क रूप से इलाज करेंगे.

महामंडलेश्वर और मंडलेश्वर को जमीन का आवंटन

वहीं महाकुंभ मेले 2025 को बसाने के लिए सबसे पहले 13 अखाड़े को जमीन वितरित की गई थी. अखाड़ों के भूमि वितरण के बाद प्रयागराज मेला प्राधिकरण की तरफ से अखाड़े के महामंडलेश्वर और मंडलेश्वर को जमीन देने का कार्य शुरू कर दिया गया है. प्रयागराज मेला प्राधिकरण के अधिकारियों की टीम ने गुरुवार को अखाड़े के महामंडलेश्वर और मंडलेश्वरों को मेला क्षेत्र में त्रिवेणी और काली सड़क के आसपास के इलाके में जमीन वितरित करने का कार्य किया. जिसके बाद से महामंडलेश्वरों की ओर से भी अपना शिविर बसाने का कार्य शुरू किया जाएगा. प्राधिकरण की तरफ से अखाड़ों का भूमि वितरित करने के साथ ही आचार्य बाड़ा, दंडी बाड़ा के संत महात्माओं को भी जमीन आवंटित कर दी गई है. महाकुम्भ मेला के अपर मेला अधिकारी विवेक चतुर्वेदी ने बताया कि, 2019 के महाकुम्भ में जहां 5 हजार संस्थाओं को मेला में जमीन सुविधाएं दी गयी थी वहीं 2025 के महाकुम्भ में डेढ़ गुना संस्थाओं को बसाने की तैयारी है.

यह भी पढ़ें:दुनिया को समझाएंगे कुंभ आखिर इतना दिव्य क्यों, योगी सरकार करने जा रही ये काम

गोरखपुर/ प्रयागराज: महाकुंभ 2025 के लिए गोरखपुर रोडवेज की बड़ी तैयारी है. पूरे गोरखपुर परिक्षेत्र के सातों जिलों के साथ पश्चिम बिहार के जिलों के श्रद्धालुओं को महाकुंभ में ले जाने के लिए गोरखपुर परिवहन ने 390 बसों का संचालन करने जा रही है. जिनसे करीब 16 हजार श्रद्धालु एक दिन में यात्रा कर सकेंगे और पूरे कुंभ के दौरान ये संख्या 5 लाख तक पहुंच सकती है. इसके अलावा इस परिक्षेत्र से 2300 से अधिक बसें गुजरेंगी जिसमें सवार होकर यहां के श्रद्धालु, प्रयागराज में महाकुंभ स्नान और दर्शन के लिए जा सकेंगे. खास बात ये होगी कि ये सभी बसें भगवा कलर में रंगी होगी.

बता दें कि, पूर्वी उत्तर प्रदेश का गोरखपुर परिक्षेत्र प्रयागराज महाकुंभ मेला के लिए बेहद खास स्थान रखता है. इसी को ध्यान में रखते हुए रोडवेज ने 390 बसों को खास तौर पर तैयार करवाया है. ये बसें गोरखपुर परिक्षेत्र के 38 स्थानों से होकर महाकुंभ मेला के लिए आएंगी-जाएंगी. परिक्षेत्र के सभी बस डिपो में भी कुंभ के दौरान यात्री सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है. इसके साथ ही रोडवेज ने 40 लोगों के लिए एडवांस बुकिंग कराने पर बस उनके गांव से श्रद्धालुओं को लेकर प्रयागराज जाएगी. इस परिक्षेत्र में गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर, महराजगंज, बस्ती, संतकबीरनगर और सिद्धार्थनगर जिलों में आने वाले बस डिपो शामिल हैं.

महाकुंभ के लिए गोरखपुर रोडवेज की महातैयारी (Video Credit : ETV Bharat)

गोरखपुर परिक्षेत्र के क्षेत्रीय प्रबंधक परिवहन लव कुमार ने बताया है कि, कुंभ जाने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए ही इन बसों को 38 स्थानों से होकर गुजारा जा रहा है जिससे, कोई भी गांव और कस्बा छूटने न पाये. उन्होंने कहा कि अर्ध कुंभ 2019 के दौरान इस क्षेत्र से लगभग 1300 बसें संचालित हुई थीं. जिसमें ये देखा गया था कि गोरखपुर के दक्षिणांचल का जो क्षेत्र है वहां से यात्रियों की बड़ी संख्या इसमें शामिल हुई थी. इसलिए इन सभी बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए परिवहन निगम के कर्मचारियों को इसके लिए तैयार किया गया है. इसके साथ ही मौजूदा समय में काम कर रहे हेल्पलाइन नंबर 9451063836 के साथ कई और नंबर भी जारी किए जाएंगे

लव कुमार सिंह ने कहा कि, प्रयागराज महाकुंभ मेला 2025 के लिए गोरखपुर परिक्षेत्र में 38 मेला प्वाइंट तय किए गए हैं. इन मेला क्षेत्रों से महाकुंभ जाने वाले यात्रियों की संभावित संख्या का आंकलन कर बसों का आवंटन किया गया है. मेला प्वाइंट बड़हलगंज से 140, गगहा से 30, गोरखपुर से 190, नौसढ़ से 20, हाटा से 20, कौड़ीराम से 70, मझगांवा से 20, सेंवई बाजार से 20, पडरौना से 35, कसया से 20, खलीलाबाद से 50, रुद्रपुर से 10, महराजगंज से 50, निचलौल से 20, ठूठीबारी/सिसवा से 20, पनियरा से 20, नौतनवा/आनंदनगर से 20, सोनौली से 15, गोला से 250, खजनी से 130, उरुवा से 159, कलवारी से 68, मुखलिसपुर से 50, बांसगांव से 55, बरहज से 50, लार से 20, देवरिया से 60, बांसी से 30, डुमरियागंज से 20, बस्ती से 80, बढ़नी से 30, सिद्धार्थनगर से 20, मेहदावल से 60, बेलघाट/धनघटा से 45, शोहरतगढ़ से 33 और गायघाट से 10 बसों का संचालन महाकुंभ मेला के लिए होगा.

प्रयागराज महाकुंभ मेला 2025 के दौरान श्रद्धालुओं को बेहतर आवागमन की सुविधा के लिए यूपी रोडवेज के गोरखपुर परिक्षेत्र के बेड़े में 203 नई बसें भी शामिल होंगी. यूपी रोडवेज के क्षेत्रीय प्रबंधक (गोरखपुर परिक्षेत्र) लव कुमार सिंह के मुताबिक इन नई बसों में 10 वोल्वो, 20 एसी स्लीपर बसें भी होंगी. नई बसें दिसंबर अंत तक डिपो पहुंच जाएगी.

नेत्र कुंभ में 5 लाख लोगों के आंखों का इलाज

प्रयागराज: वहीं संगमनगरी में लगने वाले महाकुम्भ मेले में नेत्र कुंम्भ का भी आयोजन किया जाएगा. 13 जनवरी से दुनिया का सबसे बड़ा आयोजन शुरू होगा और इसमें 12 जनवरी से 26 फरवरी तक नेत्र कुंम्भ लगेगा. महाकुंभ में जहां 40 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं की भीड़ जुटेगी, वहीं नेत्र कुंम्भ में 5 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के आंखों की जांच करवाने के साथ ही चश्मा देने के अलावा फेको विधि से ऑपरेशन भी किया जाएगा. जिसको लेकर गुरुवार को मेला क्षेत्र में नाग वासुकी मंदिर के पास सेक्टर 6 में नेत्र कुंभ के शिविर के लिए विधि विधान भूमि पूजन किया गया. भूमि पूजन के साथ ही वहां पर शिविर बनाने का कार्य भी शुरू कर दिया गया है. महाकुम्भ 2025 के नेत्र कुंभ की मीडिया कोआर्डिनेटर डॉ कीर्तिका अग्रवाल ने बताया कि कुंम्भ मेला क्षेत्र में 12 जनवरी से 26 फरवरी तक यह शिविर लगेगा.यही नहीं उन्होंने बताया कि नेत्र कुंम्भ में हर दिन 40 से ज्यादा विशेषज्ञ डॉक्टर और उनकी टीम ओपीडी में मरीजों को देखेगी जिसमें प्रतिदिन 10 हजार से ज्यादा लोगों के आंखों को देखेंगे और तकलीफ की जांच पूरी तरह से निशुल्क रूप से इलाज करेंगे.

महामंडलेश्वर और मंडलेश्वर को जमीन का आवंटन

वहीं महाकुंभ मेले 2025 को बसाने के लिए सबसे पहले 13 अखाड़े को जमीन वितरित की गई थी. अखाड़ों के भूमि वितरण के बाद प्रयागराज मेला प्राधिकरण की तरफ से अखाड़े के महामंडलेश्वर और मंडलेश्वर को जमीन देने का कार्य शुरू कर दिया गया है. प्रयागराज मेला प्राधिकरण के अधिकारियों की टीम ने गुरुवार को अखाड़े के महामंडलेश्वर और मंडलेश्वरों को मेला क्षेत्र में त्रिवेणी और काली सड़क के आसपास के इलाके में जमीन वितरित करने का कार्य किया. जिसके बाद से महामंडलेश्वरों की ओर से भी अपना शिविर बसाने का कार्य शुरू किया जाएगा. प्राधिकरण की तरफ से अखाड़ों का भूमि वितरित करने के साथ ही आचार्य बाड़ा, दंडी बाड़ा के संत महात्माओं को भी जमीन आवंटित कर दी गई है. महाकुम्भ मेला के अपर मेला अधिकारी विवेक चतुर्वेदी ने बताया कि, 2019 के महाकुम्भ में जहां 5 हजार संस्थाओं को मेला में जमीन सुविधाएं दी गयी थी वहीं 2025 के महाकुम्भ में डेढ़ गुना संस्थाओं को बसाने की तैयारी है.

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Last Updated : Nov 28, 2024, 10:56 PM IST
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