देहरादून: उत्तराखंड में 38 वें राष्ट्रीय खेलों की तैयारियां जोरों पर हैं. खिलाड़ियों के रहने के साथ ही ठहरने की व्यवस्थाएं की जा रही हैं. खेल विभाग पूरे जोश के साथ तैयारियों में लगा हुआ है. इस बार उत्तराखंड में नेशनल गेम्स के 15 अप्रैल से कैंप शुरू होंगे.
तैयार हुआ खेल सचिवालय, अब ऑपरेशन पर फोकस:38वें राष्ट्रीय खेल का इवेंट उत्तराखंड के लिए इस साल के सबसे बड़ा इवेंट है. दिसंबर माह में प्रस्तावित नेशनल गेम्स के लिए इस बार उत्तराखंड को होस्ट बनाया गया है. यह उत्तराखंड के लिए एक सुनहरे मौके के साथ-साथ कई चुनौतियां लेकर भी आया है. अवस्थापना विकास की अगर बात करें तो खेल विभाग पिछले लंबे समय से प्रदेश भर में वर्ल्ड स्टैंडर्ड के इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर के काम कर रहा है. इसी की बदौलत इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में 90 फ़ीसदी कम नेशनल गेम्स के मध्य नजर पूरे हो चुके हैं. विशेष प्रमुख सचिव खेल अमित सिन्हा ने बताया आगामी नेशनल गेम्स के लिए खेल सचिवालय की स्थापना हो चुकी है. अब पूरी तरह से फोकस ऑपरेशन पर है.
जल्द शुरू होंगे नेशनल गेम्स के कैंप, नहीं रहेगा खेल गांव का कॉन्सेप्ट: विशेष प्रमुख सचिव खेल ने बताया खेल सचिवालय की स्थापना हो चुकी है. इंफ्रास्ट्रक्चर का काम भी लगभग पूरा हो चुका है. अब पूरी कोशिश खेल संघ के साथ बातचीत कर जल्द से जल्द नेशनल गेम के कैंप लगाने की है. उन्होंने बताया लगातार नेशनल गेम्स के कैंप को लेकर के खेल संघों से बातचीत की जा रही है. किसी भी तरह से नेशनल गेम्स के कैंप लगाने को लेकर के कोशिश की जा रही है. उन्होंने बताया खेल निदेशालय में ही एक मल्टीपरपज हॉल का काम पूरा हो चुका है. अब जल्द से जल्द यहां पर नेशनल गेम के कैंप शुरू कर दिए जाएंगे. उन्होंने बताया अगर सब कुछ ठीक रहा तो अगले एक माह के भीतर यानी 15 अप्रैल से कैंप शुरू कर दिए जाएंगे.
लोकसभा चुनाव बन सकते हैं चुनौती: आगामी नेशनल गेम्स के लिए लोकसभा चुनाव एक बड़ी चुनौती है. दरअसल, निर्वाचन से संबंधित ज्यादातर मतदान और मतगणना को लेकर के सभी गतिविधियों के लिए ज्यादातर खेल निदेशालय और राजीव गांधी क्रिकेट स्टेडियम का उपयोग किया जाता है. नेशनल गेम्स को लेकर के सारी रणनीति तय होनी हैं. यहां तक की नेशनल गेम्स के लिए खेल सचिवालय भी वहीं स्थापित किया गया है. विशेष प्रमुख सचिव खेल अमित सिंह ने बताया विंटर सीजन ऐसा होता है जहां पर या तो बच्चों की छुट्टी रहती है या फिर परीक्षाएं होती हैं. इस बार परीक्षाओं के तुरंत बाद चुनाव आ गए हैं, जो नेशनल गेम्स के कैंप के लिए बड़ी चुनौती है. उसके बावजूद भी उनकी कोशिश होगी कि जहां पर भी जितना भी समय उन्हें मिले उसे समय का उपयोग करते हुए वहां नेशनल गेम्स के अभ्यास को लेकर के कैंप शुरू कर दें. उन्होंने कहा चुनौती सिर्फ चुनाव तक ही नहीं है. चुनाव के खत्म होने के बाद यात्रा सीजन शुरू हो जाता है. यात्रा सीजन के साथ-साथ मानसून सीजन भी शुरू हो जाता है.
नई खेल नीति और आउट ऑफ टर्म जॉब से मिला है बूस्ट: विशेष प्रमुख सचिव खेल अमित सिन्हा ने कहा हाल ही में खेल विभाग द्वारा लाई गई नई पॉलिसी और आउट ऑफ टर्म जॉब के तहत खिलाड़ियों को मिली नौकरियों से खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ा है. उत्तराखंड में खेल के प्रति युवाओं को एक नया बूस्ट मिला है. उन्होंने कहा निश्चित तौर से यह आगामी नेशनल गेम्स में उत्तराखंड के परफॉर्मेंस को बढ़ाएगा. मानसिक रूप से उत्तराखंड के खिलाड़ी अपने आप को ज्यादा अच्छे तरीके से तैयार करेंगे. इससे खिलाड़ियों का भविष्य भी सुरक्षित होगा.
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