जामताड़ा: जिले में 37वां कोल महासम्मेलन का आयोजन किया गया. भारत प्राचीन आदिम जनजाति कल्याण समिति के बैनर तले आयोजित इस सम्मेलन में ओडिशा, बिहार, पश्चिम बंगाल और मध्य प्रदेश से सैकड़ों की संख्या में कोल समाज के लोग शामिल हुए. महासम्मेलन के मौके पर कोल समाज के सैकड़ों लोगों ने रैली निकाली और अपनी मांग को लेकर राज्यपाल के नाम डीसी को मांग पत्र सौंपा. जिसमें मुख्य रूप से कोल जाति को आदिम जनजाति का दर्जा देने की मांग की गयी है.
सामाजिक-राजनीतिक शिक्षा पर हुई चर्चा
सम्मेलन में सामाजिक-राजनीतिक शिक्षा को लेकर चर्चा हुई. कोल सम्मेलन में समाज को आगे बढ़ाने के लिए शिक्षा पर अधिक जोर दिया गया तथा आर्थिक, सामाजिक एवं राजनीतिक पिछड़ेपन को दूर करने के लिए कार्य करने पर जोर दिया गया. साथ ही समाज के लोगों को अपने अधिकारों की मांग के लिए एकजुट होने का आह्वान किया गया.
आंदोलन चलाने का आह्वान
सम्मेलन में कोल समाज के नेताओं ने कोल समाज के सभी लोगों से एकजुट होकर अपने अधिकारों की मांग को लेकर आंदोलन चलाने का आह्वान किया. उन्होंने चेतावनी भी दी कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो वे भविष्य में जोरदार आंदोलन करेंगे. उन्होंने आरोप लगाया कि कोल समाज को अधिकार नहीं मिल रहा है. आज तक कोल समाज को कोई अधिकार नहीं मिला है. उन्हें उनके अधिकारों से वंचित किया जा रहा है. उन्होंने केंद्र और झारखंड सरकार पर कोल समुदाय की उपेक्षा का आरोप लगाया.
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