सिवान: बिहार में पुल गिरने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. इस बार सिवान में गंडक नहर पर ढहा 30 फीट लंबा ब्रिज गिर गया है. घटना जिले के महाराजगंज अनुमंडल में शनिवार की सुबह 5 बजे के आसपास की है. पटेढ़ा और गरौली गांव के बीच गंडक नहर पर पुल बना हुआ है. पुल का एक पिलर के धंस गया जिस कारण पुल ध्वस्त हो गया.
गंडक नदी पर ढह गया 30 फीट लंबा ब्रिज: पुल जिस समय ध्वस्त हुआ, उस वक्त काफी आवाज हुई. भरभराते हुए पुल नहर में समा गया. पुल गिरने की आवास से कुछ देर लोग सहम गए. हालांकि इस घटना में किसी के घार होने की सूचना नहीं है. पुल गिरने का वीडियो भी सामने आया है जिसमें दिख रहा है कि किस तरह पुल देखते देखते नहर में समाहित हो गया.
मिट्टी निकालने से गिरा पुलः गरौली गांव स्थानीय लोगों ने बताया कि पिछले दिनों प्रशासन द्वारा नहर की सफाई कराई गई थी. इस दौरान नहर में से मिट्टी निकालकर बांध में डाला गया था. इससे पुल कमजोर पड़ गया था और यह हादसा हुआ. इस घटना से एक बार फिर सरकारी काम को लेकर सवाल उठने लगा है. आखिर में बिहार में इतने पुलि क्यों गिर रहे हैं.
"सुबह 5 बजे की घटना है. कोई हताहत नहीं हुआ है. 40 से 45 साल पुराना पुल है. हमलोगों ने चंदा कर पुल बनाया था. स्थानीय रमाशंकर नेता भी मदद किए थे. हाल में नहर की सफाई हुई. मिट्टी का कटाव होने के कारण पुलि गिर गया है. आना जाना बंद हो गया है. प्रशासन जल्द व्यवस्था करे." -मो. नईमउद्दीन, स्थानीय
लोगों का आवागमन प्रभावितः पुल टूटने के काफी देर बाद तक विभाग के कोई अधिकारी घटना का जायजा लेने नहीं पहुंचे हैं. पुल टूट जाने की वजह से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा. बच्चे स्कूल नहीं जा पाएंगे. एक गांव से दूसरे गांव में आने जाने के लिए यही एक पुल ही सहारा था.
इससे पहले अररिया में गिरा पुलः हाल में अररिया के सिकटी प्रखंड में पुल गिरा था. बकरा नदी पर परडिया घाट पर बना पुल गिर गया था. जानकारी के अनुसार नेपाल में आयी आंधी के कारण पुल ध्वस्त हो गया था. पुल का तीन पाया पूरी तरह से ध्वस्त हो गया था. इस पुल को बनाने में कुल 12 करोड़ की लागत लगी थी. पुल के दोनों ओर अप्रोच पथ का निर्माण होना था लेकिन उससे पहले ही पुल टूट गया.
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