अलवर : जिले में हर साल मनाया जाने वाल मत्स्य उत्सव इस साल भी धूमधाम से मनाया जाएगा. इसके लिए जिला प्रशासन व पर्यटन विभाग की ओर से तैयारी की जा रही है. इस साल मत्स्य उत्सव खास रहने वाला है. हर साल मत्स्य उत्सव का शुभारंभ शहर के हृदय स्थल में बसे प्रसिद्ध जगन्नाथ मंदिर में महाआरती के साथ होता था, लेकिन इस साल भानगढ़ से मत्स्य उत्सव की शुरुआत की जाएगी. साथ ही पांच राज्यों के कलाकार इसमें समां बांधेंगे. इसके लिए राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, गुजरात और महाराष्ट्र के लोक कलाकार अलवर पहुंचेंगे.
पर्यटन विभाग की ओर से जारी किए गए मत्स्य उत्सव कार्यक्रम के अनुसार 25 नवंबर को भानगढ़ में आयोजित होने वाले कार्यक्रम के साथ मत्स्य उत्सव की शुरुआत होगी. इसके बाद पर्यटन स्थल सिलीसेढ़ झील पर कल्चरल प्रोग्राम आयोजित किए जाएंगे. वहीं, शाम को भगवान जगन्नाथ मंदिर में महाआरती की जाएगी. इसके बाद महल चौक में कल्चरल म्यूजिकल नाइट का आयोजन किया जाएगा. इसमें विभिन्न राज्यों के कलाकार अपनी प्रस्तुति से समां बांधेंगे. मत्स्य उत्सव में पहली बार योग को शामिल किया गया है. इसका आयोजन 26 नवंबर को सुबह कंपनी बाग में किया जाएगा. इसके बाद अतुल्य अलवर कार्यक्रम के तहत मेहंदी, रंगोली, पेंटिंग सहित अन्य कई प्रतियोगिता आयोजित की जाएंगी. मत्स्य उत्सव के दौरान होप सर्कस से सागर तक विशेष शोभायात्रा निकाली जाएगी. इसके बाद सागर पर दीपदान कार्यक्रम का आयोजन होगा. दिन के अंत में महल चौक पर म्यूजिकल नाइट का आयोजन किया जाएगा. इसमें पंजाबी भांगड़ा, हरियाणवी लोक नृत्य, डांग नृत्य व लावणी नृत्य की प्रस्तुति की जाएगी.
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उत्पादों की लगाई जाएगी प्रदर्शनी : मत्स्य उत्सव के अंतिम दिन 27 नवंबर को इको टूरिज्म के तहत कंपनी बाग से कटी घाटी तक साइकिल रैली का आयोजन होगा. वहीं, इसी दिन राजीविका की ओर से प्रगतिशील महिलाओं द्वारा बनाए गए उत्पादों की प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी, जो अलवर शहर के अशोक सर्किल पर सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक रहेगी. इस प्रदर्शनी में शहरी और ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं द्वारा बनाए गए टेराकोटा के आइटम, प्राकृतिक शहद, लाख की चूड़ियां, जूट के बैग, मसाले व अन्य उत्पाद प्रदर्शित किए जाएंगे. अंतिम दिन म्यूजिकल नाइट में बॉलीवुड सिंगर अमित मिश्रा अपनी प्रस्तुति देंगे.