अलवर. सरिस्का टाइगर रिजर्व में इन दिनों बाघों के कुनबे में बढ़ोतरी होने से पर्यटकों को बाघों की साइटिंग आसान होने लगी है. वर्तमान में सरिस्का टाइगर रिजर्व में 43 बाघ, बाघिन व शावक हैं. इसमें से 13 शावक तो पिछले चार महीनों में ही बढ़े हैं. सरिस्का टाइगर रिजर्व की बफर रेंज में भी अब टाइगर की साईटिंग होने लगी है.
अलवर बफर रेंज के रेंजर शंकर सिंह ने बताया कि बफर रेंज में 1 जुलाई से पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी. इससे पहले से ही बाघों की साइटिंग बफर रेंज में होने लगी है. सोमवार को अलवर बफर रेंज के बारा-लिवारी रुट पर एसटी 19 अपने शावकों के साथ वाटर होल पर दिखाई दी. यहां एक शावक देर तक दूसरे शावक को देखता हुआ उसकी तरफ दौड़ता हुआ भी नजर आया. इस नजारे को पर्यटकों ने अपने कैमरे में कैद किया. अभी भी पर्यटक सफारी के लिए बफर रेंज पहुंच रहे हैं.
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शावक दो साल तक रहते है साथ: शंकर सिंह ने बताया कि अभी एसटी-19 के शावक की उम्र करीब 1 साल की है. उन्होंने बताया कि अमूमन शावक 2 साल तक बाघों के साथ रहते हैं. इसके बाद वह अलग होकर अपनी टेरिटरी तलाशते हैं. अलवर बफर रेंज में अभी 7 बाघ है. शंकर सिंह ने बताया कि बाघिन एसटी-19 ने अभी तक 5 शावकों को जन्म दिया है. इसके चलते यहां की संख्या बढ़ी है. सोमवार को बाघिन एसटी -19 के साथ तीन शावक के दिखाई दी.