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नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले 3 गिरफ्तार, पूरे राज्य में नेटवर्क, दिल्ली से मॉनिटरिंग - Cheating people in name of jobs

Cheating people in name of jobs. हजारीबाग में फर्जी एनजीओ के नाम पर एक ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया गया है. पुलिस ने गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है.

Cheating people in name of jobs
पुलिस की गिरफ्त में अपराधी (फोटो- ईटीवी भारत)
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : May 31, 2024, 3:48 PM IST

हजारीबाग एसपी अरविंद कुमार सिंह का बयान (वीडियो- ईटीवी भारत)

हजारीबाग: जिले में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने का मामला प्रकाश में आया है. इसमें एनजीओ के नाम पर अलग-अलग छात्र छात्राओं से 20 हजार से लेकर 1 लाख रुपए तक की ठगी की गई है. अभ्यर्थियों को यह कहा गया कि उन्हें नौकरी दिलाया जाएगा. पिछले कई दिनों से कथित एनजीओ के लोगों के द्वारा नौकरी दिलाने का आश्वासन दिया जा रहा था. ऐसे में युवकों ने इसकी सूचना थाने को दी. थाने ने कार्रवाई करते हुए एक बड़े गिरोह का खुलासा किया है. जिसके तार कई राज्यों से जुड़े हुए हैं.

हजारीबाग पुलिस ने नौकरी दिलाने के नाम पर करोड़ों की ठगी करने वाले एक फर्जी एनजीओ एनसीआरआईबी के तीन सदस्यों में उमांशू रंजन, विक्की निगम, अविनाश प्रसाद पिंटू प्रसाद को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया. उनके पास से भारी मात्रा में दस्तावेज और अन्य सामान बरामद किए गए हैं. यह जानकारी एसपी अरविंद कुमार सिंह ने दी. उन्होंने बताया कि यह सफलता कोर्रा थाना प्रभारी शमशेर बहादुर सिंह, वहां की पुलिस पदाधिकारी और सशस्त्र बल को मिली. जिसका मॉनिटरिंग एसपी खुद कर रहे थे.

एसपी अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि उन्हें गुप्त सूचना प्राप्त हुई थी कि कुछ व्यक्ति फर्जी संस्था, एनजीओ चलाकर नौकरी दिलाने के नाम पर युवाओं से बड़े पैमाने पर पैसे की ठगी कर रहे हैं. प्राप्त सूचना के सत्यापन पर बात सही पाया गया. जिसके बाद भुक्तभोगी युवकों से- प्राप्त आवेदन के आधार पर एनजीओ के संस्थापक अजय सिंह संस्थापक एनसीआरआइबी, उमांशू रंजन झारखंड स्टेट डायरेक्टर विक्की निगम, अविनाश प्रसाद प्रशिक्षण विभाग, पिंटू प्रसाद कुशवाहा स्पेशल डायरेक्टर भारत माता चौक, हजारीबाग विपिन कुमार, जूली कुमारी अशोक नगर, रांची के विरुद्ध कोर्रा थाना में कांड दर्ज किया गया. अब तक कितने लोगों की ठगी की है इसे लेकर तफ्तीश की जा रही है.

आरोपियों ने बताया कि एनजीओ के नाम पर ठगी करने का अपराध पूरे राज्य में फैला रखा है. इसकी मॉनिटरिंग दिल्ली में बैठे फर्जी एनजीओ के संस्थापक अजय सिंह कर रहे थे. गिरफ्तार उमांशू रंजन, हरली, बड़कागांव, अविनाश प्रियदर्शी, केरेडारी और विक्की निगम बड़कागांव का रहने वाला है. उनके पास से पांच मोबाइल, नौ रजिस्टर, दो स्टीकर बैनर एक प्लास्टिक बैग में सात रिज्यूम, एक प्लास्टिक बैग में हायरिंग एजेंसी का 42 पेमेंट रिसिप्ट कागजात, एक प्लास्टिक में 16 भरा हुआ एप्लीकेशन फॉर्म एवं 20 खाली एप्लीकेशन फार्म समेत कई सामान बरामद किए गए हैं.

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हजारीबाग एसपी अरविंद कुमार सिंह का बयान (वीडियो- ईटीवी भारत)

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हजारीबाग पुलिस ने नौकरी दिलाने के नाम पर करोड़ों की ठगी करने वाले एक फर्जी एनजीओ एनसीआरआईबी के तीन सदस्यों में उमांशू रंजन, विक्की निगम, अविनाश प्रसाद पिंटू प्रसाद को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया. उनके पास से भारी मात्रा में दस्तावेज और अन्य सामान बरामद किए गए हैं. यह जानकारी एसपी अरविंद कुमार सिंह ने दी. उन्होंने बताया कि यह सफलता कोर्रा थाना प्रभारी शमशेर बहादुर सिंह, वहां की पुलिस पदाधिकारी और सशस्त्र बल को मिली. जिसका मॉनिटरिंग एसपी खुद कर रहे थे.

एसपी अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि उन्हें गुप्त सूचना प्राप्त हुई थी कि कुछ व्यक्ति फर्जी संस्था, एनजीओ चलाकर नौकरी दिलाने के नाम पर युवाओं से बड़े पैमाने पर पैसे की ठगी कर रहे हैं. प्राप्त सूचना के सत्यापन पर बात सही पाया गया. जिसके बाद भुक्तभोगी युवकों से- प्राप्त आवेदन के आधार पर एनजीओ के संस्थापक अजय सिंह संस्थापक एनसीआरआइबी, उमांशू रंजन झारखंड स्टेट डायरेक्टर विक्की निगम, अविनाश प्रसाद प्रशिक्षण विभाग, पिंटू प्रसाद कुशवाहा स्पेशल डायरेक्टर भारत माता चौक, हजारीबाग विपिन कुमार, जूली कुमारी अशोक नगर, रांची के विरुद्ध कोर्रा थाना में कांड दर्ज किया गया. अब तक कितने लोगों की ठगी की है इसे लेकर तफ्तीश की जा रही है.

आरोपियों ने बताया कि एनजीओ के नाम पर ठगी करने का अपराध पूरे राज्य में फैला रखा है. इसकी मॉनिटरिंग दिल्ली में बैठे फर्जी एनजीओ के संस्थापक अजय सिंह कर रहे थे. गिरफ्तार उमांशू रंजन, हरली, बड़कागांव, अविनाश प्रियदर्शी, केरेडारी और विक्की निगम बड़कागांव का रहने वाला है. उनके पास से पांच मोबाइल, नौ रजिस्टर, दो स्टीकर बैनर एक प्लास्टिक बैग में सात रिज्यूम, एक प्लास्टिक बैग में हायरिंग एजेंसी का 42 पेमेंट रिसिप्ट कागजात, एक प्लास्टिक में 16 भरा हुआ एप्लीकेशन फॉर्म एवं 20 खाली एप्लीकेशन फार्म समेत कई सामान बरामद किए गए हैं.

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