गोपालगंज: बिहार के गोपालगंज में 25 महिलाओं से 9 लाख 75 हजार रुपए के ठगी हुई है. भोरे में स्थित माइक्रोफाइनेंस कंपनी के सेंट्रल मैनेजर के द्वारा ठगी कर ली गई. कंपनी को जब इस बात की जानकारी हुई, तो शाखा प्रबंधक ने स्थानीय थाने में शिकायत दर्ज कराई. जांच के दौरान कंपनी के सेंट्रल मैनेजर पर शक होने के आधार पर पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया है.
गोपालगंज में महिलाओं से ठगी: इधर, शुक्रवार को हथुआ एसडीपीओ आनंद मोहन गुप्ता भोरे पहुंचे और हिरासत में लिए गए तत्कालीन मैनेजर मनीष कुमार पंडित से पूछताछ की. एसडीपीओ ने बताया कि पूरे मामले की जांच की जा रही है. प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी. बताया जाता है कि भोरे में स्थित कंपनी के द्वारा फुलवरिया थाना क्षेत्र के मिश्र बतरहां और बलभद्र परसा गांव की महिलाओं को 35000 से 100000 तक का लोन दिया गया था.
"गोपालगंज में महिलाओं से ठगी की गई है. कंपनी के तत्कालीन मैनेजर मनीष कुमार पंडित को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. पूरे मामले की जांच की जा रही है. प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी." - आनंद मोहन गुप्ता, हथुआ एसडीपीओ
एटीएम पिन लेकर खाते से उड़ाए रुपये: हथुआ एसडीपीओ ने बताया कि कंपनी के द्वारा लोन की राशि उनके खाते में दी गई थी. राशि निकासी के लिए एक-एक एटीएम का किट भी दी गई थी.आरोप है कि मनीष कुमार पंडित और उनके मित्र फुलवरिया थाना क्षेत्र के बलभद्र प्रसाद निवासी विकास मिश्रा उन महिलाओं के पास गए और एटीएम किट में खराबी होने की बात कह कर उनसे उनका एटीएम कार्ड और पिन ले लिया. बाद में उनके खाते से लोन में दिया गया रकम निकाल लिया गया.
पुलिस ने मैनेजर को लिया हिरासत में: बताया जाता है कि जब दो महीने तक उन खातों से किस्त जमा नहीं हुई, तो कंपनी के अधिकारियों ने इसकी जांच शुरू की. जांच शुरु होते ही मनोज कुमार पंडित ने मैनेजर पद से इस्तीफा दे दिये. उनका इस्तीफा नामंजूर करते हुए कंपनी के अधिकारियों ने वापस बुलाया. कंपनी के नए मैनेजर यूपी के बलिया निवासी संतोष कुमार ने थाने में आवेदन देकर दोनों के ऊपर 9.75 लख रुपए गबन करने का आरोप लगाया.
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