लखनऊ : गर्मी से बचाने के लिए नवाब वाजिद अली शाह प्राणि उद्यान, लखनऊ ने अलग-अलग वन्य जीवों के लिए उनकी आवश्यकता के अनुसार व्यवस्था की है. लखनऊ चिड़ियाघर की निदेशक अदिति शर्मा ने बताया कि अनेक वन्य जीवों के बाड़ों में जहां अधिक धूप आती है, उनके आस-पास बड़ी संख्या में पेड़-पौधे लगाए गए हैं.
जिससे कि वहां प्राकृतिक रूप से हरियाली रहे एवं वन्य जीवों को गर्मी से निजात मिल सके. वन्य जीवों को स्वच्छ पीने के पानी की व्यवस्था सुदृढ़ की गई है. सुबह शाम पीने का ताजा पानी भरकर बाड़ों में वन्यजीवों के पीने के लिए रखा जाता है. वन्य जीवों के घरों को प्रतिदिन पानी से धोकर साफ किया जाता है, जिससे बाड़ों में ठंडक भी रहे और साफ-सफाई भी बनी रहे.
25 से अधिक लगाए गए हैं कूलर : उन्होंने बताया कि हिरणों के लिए बाड़ों में स्प्रिंकलर सिस्टम लगाए गए हैं, जिससे ये वन्य जीव ठंडे पानी का आनन्द ले सकें. उनके द्वारा समय-समय पर पानी में भीगकर खुद को ठंडा रख सकें. वन्य जीवों के बाड़ों में गर्मी से बचाव के लिए कूलर लगाए गए हैं.
इसके लिए लगभग 25 से अधिक कूलर लगाए गए हैं. वन्य जीवों में बब्बर शेर, बाघ, सांप घर, चिंपान्जी, व्हाइट टाइगर, मछली घर, उल्लू घर, वन्य जीव चिकित्सालय के वार्ड में रखे गए. वन्य जीवों के लिए बाड़ों में कूलर लगाया गया है. बाड़ों को ठंडा रखने के लिए स्प्रिंकलर लगाया गया है.
काले हिरण, हॉग डियर, बारासिंघा, बार्किंग डियर, चीतल समेत पक्षियों के बाड़ों में स्प्रिंकलर लगाए गए हैं. इनको 11 से 4 बजे के बीच रोटेशन के आधार पर चलाया जाता है. इससे उनको गर्मी से निजात मिलती है. विभिन्न पक्षियों यथा काकाटील, गोल्डेन फीजेंट्स, सिल्वर पीजेंट्स, सारस, लोहा सारस, नीले-पीले मकाऊ, मोर, सफेद मोर आदि के बाड़ों में वातावरण को ठंडा करने के लिए माइक्रो फॉगर लगाए गए हैं.
फल सब्जी की मात्रा बढ़ाई गई : उन्होंने बताया कि इसको बीते वर्ष पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया गया था. इसके अच्छे परिणाम को देखते हुए इस बार इनकी संख्या बढ़ा दी गई है. इससे न केवल बाड़ा ठंडा रहता है एवं वन्य जीवों को आराम मिलता है, बल्कि आस-पास का वातावरण भी ठंडा हो जाता है. जिससे आने वाले दर्शकों को भी सुकून एवं ठंडक मिलती है.
गर्मी एवं लू के थपेड़ों से बचाने के लिए बाड़ों में विशेषकर पक्षी बाड़ों में साइड में चटाई, शीट लगाई गई है. वन्य जीवों के खाने की डाइट में भी परिवर्तन किया गया है. वन्य जीवों को जाड़े में दिए जाने वाले अंडे और अन्य गर्म खाद्य पदार्थों को बंद कर दिया गया है. वन्य जीवों के खाने में ताजे फल, फूल, सब्जी जैसे खीरा, ककड़ी, हरी पत्तेदार सब्जी, तरबूज आदि की मात्रा बढ़ा दी गई है.
उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त अन्य कोई भी इंतजाम जो उपयुक्त लगेंगे, उनको भी समय-समय पर किया जाएगा. इन उपायों से वन्य जीवों को न केवल गर्मी से बचाने में मदद मिलेगी. बल्कि, वन्य जीवों को गर्मी के मौसम में भी यथा सम्भव सुविधाजनक एवं ठंडा वातावरण उपलब्ध कराया जा सकेगा.