पोकरण. चाचा गांव के पास रेलवे लाइन पर ट्रेन की चपेट में आने से 2 युवकों की संदिग्ध परिस्थितियों में दर्दनाक मौत के मामले ने तूल पकड़ लिया है.
परिजन हत्या और कम्पनी की लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं. जानकारी के अनुसार रविवार अलसुबह दोनों युवक एलएनटी कम्पनी में सुरक्षाकर्मी के रूप में तैनात थे. एलएनटी कम्पनी रेलवे में इलैक्ट्रिक लाइन बिछाई का कार्य कर रही है. जहां वे रात्रि में पेट्रोलिंग का कार्य करते थे. सुबह दो युवकों के शव मिलने से हड़कंप मच गया. लोगों ने रेलवे, जीआरपी, आरपीएफ व पुलिस को सूचना दी. जिस पर तत्काल मौके पर पहुंच घटनास्थल का बारिकी से जायजा लिया.
दोनों शवों को पुलिस ने पोकरण अस्पताल की मोर्चरी में रखवाकर परिजनों को जानकारी दी. पोकरण अस्पताल की मोर्चरी के आगे लोगों की भारी भीड़ लग गई. परिजन व समाज के लोग हत्या की आशंका जता रहे हैं. दलित नेता सुरेश नागौरा, कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष विजय व्यास, समाजसेवी सांगसिंह गड़ी भी मोर्चरी पहुंच पीड़ितों के हरसंभव साथ रहने का आश्वासन दिया.
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पुलिस और प्रशासन ने पीड़ितों को उचित जांच करके न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया है. हाल ही में इसी ट्रैक पर विद्युत तारों की बड़ी चोरी की कई वारदातें हो चुकी हैं. परिजनों ने आरोप लगाया है कि दोनों युवकों के साथ बदमाशों ने हत्या जैसी गंभीर वारदात अंजाम दिया होगा. दोनों की एक साथ मौत को लेकर परिजन व लोग सवाल उठा रहे हैं. मोर्चरी के आगे समाज के लोग धरना प्रदर्शन शुरू कर न्याय की गुहार लगा रहे हैं. न्याय नहीं मिलने तक शवों को उठाने से इनकार कर दिया. मृतक महेन्द्र जटिया और प्रधुमन थटीक सिक्योरिटी गार्ड के तौर पर तैनात थे. परिजन निष्पक्ष जांच और लापरवाहों के खिलाफ कठोर कार्रवाई के साथ-साथ मृतकों के परिजनों को उचित मुआवजा दिलाने की मांग कर रहे हैं.