लखनऊ : नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) और रेलवे पुलिस बल (आरपीएफ) की संयुक्त टीम ने अवध एक्सप्रेस से 2 महिला तस्करों को पकड़ा. उनके पास से 11 किलो चरस बरामद की गई. इनकी कीमत साढ़े पांच करोड़ रुपये है. यह कार्रवाई बाराबंकी के बुढ़वल में हुई है, लेकिन आरोपियों को लखनऊ के गोमतीनगर रेलवे स्टेशन पर उतारा गया. फिलहाल मुकदमा दर्ज कर आरोपियों को जेल भेज दिया गया है.
गोपनीय सूचना मिलने के बाद कांस्टेबल धर्माज्ञा वार्ता सिंह और एनसीबी लखनऊ के निरीक्षक कौशलेंद्र मिश्रा, कांस्टेबल विकास कुमार व कांस्टेबल अनुज कुमार की संयुक्त टीम ने अवध एक्सप्रेस ट्रेन की जांच की. शुक्रवार रात 11:10 बजे बुढ़वल स्टेशन पर ट्रेन के पीछे गार्ड के डिब्बे के बाद पहले दिव्यांग डिब्बे में चेकिंग की. इसमें ज्योति देवी और भागमती देवी मिलीं. दोनों की उम्र करीब 45 साल है. दोनों बिहार के चंपारण की रहने वाली हैं. दोनों को ट्रेन में गिरफ्तार कर लिया गया.
रात 12:38 बजे ट्रेन जब गोमतीनगर रेलवे स्टेशन पर पहुंची तो वहां महिला कांस्टेबल आभा सिंह, आरपीएफ के सीआईबी से उप निरीक्षक प्रशांत सिंह यादव और कांस्टेबल आलोक विजय पहले से मौजूद थे. इनके सहयोग से दोनों महिला तस्करों को उतारा गया और उनके सामान की जांच की गई. चेकिंग के दौरान चरस के 500-500 ग्राम के कुल 22 पैकेट मिले.
निरीक्षक कौशलेंद्र मिश्रा के अनुसार ने बताया कि आरोपी महिलाओं ने बताया कि चरस की यह खेप संगीता नाम की महिला ने दी थी. वे इसको सगौली स्टेशन से कोटा जंक्शन लेकर जा रहीं थीं. कोटा पहुंचने के बाद उनको नंबर मिलता. इस मामले में आरपीएफ की टीम संगीता की खोजबीन कर रही है. दोनों महिला आरोपितों के खिलाफ एडीपीएस एक्ट में मुकदमा दर्ज करते हुए जेल भेजा गया.
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