धौलपुर. जिले के सदर थाना इलाके के जाटौली गांव के पास से शुक्रवार को स्कूल जाते समय अपहरण किए गए एक अध्यापक को करौली पुलिस ने सकुशल मुक्त करा लिया है. दोनों बदमाशों को गिरफ्तार कर करौली पुलिस ने धौलपुर पुलिस को सुपुर्द कर दिया है. कैला देवी के घने जंगलों में बदमाश शिक्षक का अपहरण कर ले गए थे. गिरफ्तार शुदा दोनों बदमाश शिक्षक के सगे साले बताए जा रहे हैं.
करौली एसटी टीम प्रभारी धारा सिंह ने बताया कि धौलपुर एसपी सुमित मेहरड़ा ने करौली एसपी बृजेश ज्योति उपाध्याय को एक शिक्षक के अपहरण की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि टोकसी गंगापुर सिटी निवासी मनोज मीणा जिले के लालपुर राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में कार्यरत है. शिक्षक मोटर साइकिल से शुक्रवार सुबह विद्यालय पढ़ाने के लिए जा रहा था. इस दौरान विद्यालय जाते समय अचानक अपरहणकर्ताओं ने जाटोली के पास शिक्षक को जबरन गाड़ी में डाल लिया और कैलादेवी के लखरू के जंगलों की ओर ले गए. डीएसटी टीम ने विभिन्न माध्यमों से अपहरणकर्ताओं की लोकेशन ट्रैस कर लखरू के जंगलों में 5 किलोमीटर पीछा कर उन्हे घेर लिया. आरोपियों को घेरकर कड़ी मशक्कत के बाद व्याख्याता मनोज मीणा को सकुशल बदमाशों के चंगुल से मुक्त कराया है. कार्रवाई के दौरान पुलिस ने दोनों बदमाश रवि एवं भगवान सहाय मीणा को भी गिरफ्तार किया है.
दोनों बदमाश शिक्षक के साले: गिरफ्तार बदमाश रवि मीणा एवं भगवान सहाय मीणा शिक्षक मनोज कुमार मीणा के सगे साले हैं. पुलिस ने बताया 2 साल पूर्व मनोज कुमार मीणा की शादी रवि एवं भगवान सहाय की बहन के साथ हुई थी. सरकारी नौकरी लगने के बाद मनोज दहेज की अतिरिक्त डिमांड करने लगा था. सूत्रों से मिली जानकारी में मनोज ने रवि एवं भगवान सहाय की बहन को छोड़ दिया था. जिसका मामला दोनों भाइयों ने करौली पुलिस में दर्ज कराया था. दो साल से दोनों पक्षों में विवाद चला आ रहा था. मनोज पर राजीनामा का दबाव बनाया जा रहा था. राजीनामा नहीं होने के कारण रवि एवं भगवान सहाय ने अपहरण की साजिश रच डाली. शुक्रवार को घटना को अंजाम भी दे दिया. फिलहाल दोनों आरोपी धौलपुर पुलिस की गिरफ्त में आ चुके हैं. जिनसे पुलिस पूछताछ कर रही है.