जोधपुर : प्रदेश के कई जिलों में दो दिन से बारिश का दौर जारी है. मंगलवार सुबह से शाम तक जोधपुर शहर में 19 एमएम ही बारिश मौसम विभाग ने दर्ज की है. शाम को मौसम साफ भी हुआ, लेकिन बाहरी इलाकों में भारी बारिश हुई है. पाली जिले में एनीकट टूटने से उसका पानी लूणी थाना क्षेत्र के सतलाना गांव की करनियाली सरहद तक आ गया. इसके चलते भीलों की ढाणी में 18 लोग फंस गए. इसकी जानकारी मिलने पर लूणी थाना पुलिस और सिविल डिफेंस की टीमों ने रेस्क्यू शुरू किया. बताया जा रहा है कि ढाणी तक जाने वाले रास्तें में गर्दन तक पानी है. लूणी थानाधिकारी हुकमसिंह ने बताया कि करनियाली सरहद पर भीलों की ढाणी में 18 लोगों के फंसे होने की सूचना मिलने के बाद हमने रेस्क्यू शुरू कर दिया है. उम्मीद है जल्द लोगों से बाहर निकाल लिया जाएगा.
मंदबुद्धि व्यक्ति बहा लूणी में : भारी बारशि से लूणी नदी में तेज बहाव है. मंगलवार दोपहर को लूणी थाना क्षेत्र में नदी का पानी देखने गया एक 45 वर्षीय मंदबुद्धि व्यक्ति का पांव फिसला और वह नदी में बह गया. उसका अभी तक पता नहीं चला है. थानाधिकारी ने बताया कि कांकाणी गोदारों की ढाणी निवासी 45 साल का भागचंद विश्नोई रपट पर बह रही नदी का पानी देखने गया था. वहां पांव फिसलने वह उसमें गिर गया. उसके भाई ने उसके नदी में बहने की सूचना दी है. फिलहाल उसका कुछ पता नहीं चला है.
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ग्रामीण इलाकों में हालात खराब : फलौदी में भारी बारिश का दौर जारी है. इसके चलते जिला मुख्यालय और ग्रामीण इलाकों में ढाणियों में पानी भर गया है. लोडियां गांव के सरकारी स्कूल में पानी भरने से दीवार गिर गई. सेतरावा में भी बारिश का दौर जारी है. विरमदेवगढ़, चोरडिया जैसे ग्रामीण इलाकों में कई जगह पर जलभराव हो गया. यहां हाईवे पर पानी की चादर चल रही है. कई छोटे पुल टूटने की भी जानकारी मिली है.
डीआरएम खुद मौके पर डटे : पाली शहर व आस पास के इलाकों में भारी बारिश से रेलवे की पटरियां डूब गई हैं. इसके चलते दो दिन से रेल यातायात ठप है. मंडल रेल प्रबंधक पंकज सिंह खुद मौके पर डटे हुए हैं. स्थानीय प्रशासन का भी सहयोग लिया जा रहा है. उन्होंने बताया कि करेला-पाली-बोमदड़ा के बीच पटरियों पर पानी भरने से रेल सेवा ठप है. इसे बहाल करने के लिए युद्ध स्तर पर काम चल रहा है.
पाली में बारिश ने सारे रिकॉर्ड तोड़े : सोजत शहर में पिछले तीन दिनों से जारी भारी बारिश से बाढ़ से हालात उत्पन्न हो गए. बारिश से कई इलाकों में जलभराव की स्थिति पैदा हो गई. सड़कें तालाब बन गई. क्षेत्र के धीनावास में मकान गिरने से महिला की मौत हो गई है. बासनी तिलवाड़ा क्षेत्र में एसडीआरएफ की टीम ने पानी में फंसे 39 लोगों को रेस्क्यू कर निकाला. उपखंड अधिकारी कुसुमलता चौहान ने शहर की निमलीनाड़ी राजकीय अंबेडकर हॉस्टल से 43 बच्चों को जलभराव की स्थिति होने पर नगर पालिका के रैन बसेरा में भेजा. भारी बारिश के कारण नदी, नाले, एनीकट में तेज रफ्तार से पानी की आवक जारी है. उपखंड अधिकारी कुसुमलता चौहान व तहसीलदार डॉक्टर दिलीप सिंह की निगरानी में टीमों को तैनात किया गया है. जल भराव के हालात वाली जगह पर नियंत्रण कक्ष के जरिए पूरी स्थिति पर कंट्रोल किया जा रहा है.