कुल्लू: अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव कुल्लू में 13 अक्टूबर से शुरू होगा और इसका समापन 19 अक्टूबर को होगा. अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव में प्रदेश समेत देशभर से लोग आते हैं, बल्कि विदेशों से भी लोग दशहरा उत्सव में भाग लेते हैं. ऐसे में लोगों को कोई समस्या न आए, इसलिए कुल्लू प्रशासन ने दशहरा उत्सव के दौरान पार्किंग प्लान तैयार कर लिया है. प्रशासन द्वारा जिले में 18 पार्किंग जगहों को चिन्हित किया गया है. इन पार्किंग एरिया में करीब 2000 छोटी-बड़ी गाड़ियों को पार्क करने की क्षमता होगी.
डीसी कुल्लू तोरुल एस रवीश ने बताया, "अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव कुल्लू में 7 दिनों तक गाड़ियों को सुरक्षित स्थानों पर पार्क करने के लिए जिला प्रशासन ने यहां विभिन्न स्थानों पर पार्किंग स्थल चिन्हित कर लिए हैं. यातायात को सुचारू बनाए रखने और गाड़ियों को खड़ा करने के लिए पर्याप्त जगह उपलब्ध करवाई जाएगी, जहां लोग अपनी गाड़ियों को पार्क कर सकेंगे. 13 अक्टूबर को मनाए जाने वाले कुल्लू दशहरा के लिए जिला प्रशासन के साथ पुलिस विभाग ने भी रूपरेखा तैयार कर ली है. दशहरा में नो पार्किंग जोन में गाड़ियां खड़ी करने पर कार्रवाई की जाएगी और इसके लिए क्रेन को तैनात किया जाएगा."
चिन्हित पार्किंग प्लेस
कुल्लू शहर में वाहनों को खड़ा करने के लिए 18 पार्किंग प्लेस को मार्क किया गया है.
- फॉरेस्ट मैदान के पास ओएलएस में 30 वाहन
- नगर परिषद की मोनाल कैफे के पास 75 वाहन
- पशु मैदान में 50 वाहन
- टूरिज्म होटल सरवरी में 100 वाहन
- खोरी रोपा में 900 वाहन
- कैलाश थियेटर सरवरी में 80 वाहन
- अखाड़ा बाजार टापू पुल के पास 100 वाहन
- विपाशा मार्केट में 40 वाहन
- सब्जी मंडी अखाड़ा बाजार में 100 वाहन
- सरवरी के पीछे 30 वाहन
- डीएवी पब्लिक स्कूल मैदान में 50 वाहन
- कैब्रिज स्कूल मौहल के पीछे 30 वाहन
- पुराने बस अड्डे में 30 वाहन
- नगर परिषद की पार्किंग शास्त्री नगर में 50 वाहन
- मिनी सचिवालय में 70 वाहन
- नजदीक कुल्लू वैली साल शोरूम में 200 वाहन
- शनि मंदिर के पास 50 वाहन
- शांगरी बाग के पास रामलीला में 40 वाहन
ट्रैफिक रूट डायवर्ट
डीसी कुल्लू ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव के दौरान ढालपुर चौक से जाने वाले यातायात को क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू से होते हुए चलाया जाएगा. लग घाटी जाने वाले यातायात को को भुट्टी चौक से और आने वाले यातायात को बाईपास रोड से चलाया जाएगा. ये दोनों रूट वन वे रहेंगे. दशहरा उत्सव के दौरान लोगों को श्रद्धालुओं को कोई भी परेशानी न हो, इसके लिए ये रूट डायवर्ट किए गए हैं.