रांचीः पेयजल एवं स्वच्छता स्वर्णरेखा शीर्षकार्य प्रमंडल में 17.24 लाख के गबन का मामला सामने आया है. सदर थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है. वहीं एक और मामले में लोन के नाम पर 70 लाख की ठगी का मामला भी सदर थाने में ही दर्ज किया गया है.
पहला मामला
पेयजल एवं स्वच्छता स्वर्णरेखा शीर्षकार्य प्रमंडल के तत्कालीन रोकड़पाल संतोष कुमार पर 17.24 लाख के गबन का आरोप लगा है. इस संबंध में विभाग के ई चंद्रशेखर ने संतोष कुमार के खिलाफ सदर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है. चंद्रशेखर की ओर से थाने में दिए गए आवेदन में कहा गया है कि 2020-21 और 2023-24 तक 33.89 लाख रुपए में से रोकड़ बही में 16.64 लाख रुपए ही जमा किए गए. शेष राशि 17.24 लाख की राशि की जानकारी अब तक नहीं मिली है. कई बार संतोष से इस संबंध में विभागीय अधिकारियों ने पत्राचार भी किया. दर्ज प्राथमिकी के आधार पर पुलिस जांच में जुट गई है.
लोन के नाम पर 70 लाख की ठगी, केस दर्ज
रांची के बड़गांई लेन बस्ती की रहने वाली नूरजहां परवीन समेत 50 लोगों से लोन दिलाने के नाम पर 70 लाख रुपए की ठगी की गई है. इस संबंध में नूरजहां ने शनिवार को सदर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है. दर्ज प्राथमिकी में नूरेजा खातून, तबारक मिर्धा, सैम्युल मिर्धा, किताबुक मिर्धा, महजबीं, अजहर खान और लोन एजेंट मुन्नी को आरोपी बनाया गया है.
नूरजहां ने पुलिस को बताया कि आरोपियों ने उससे और अन्य महिलाओं से लोन फॉर्म में हस्ताक्षर कराया आधार कार्ड समेत अन्य दस्तावेज भी ले लिया. इसके बाद आरोपियों ने धोखा देकर उनसे और करीब 50 महिलाओं से लोन की राशि 70 लाख रुपए गबन कर लिया. जिसके बाद वे लोग थाना पहुंचे और मामला दर्ज कराया. पुलिस जांच में जुट गई है.
क्रेडिट कार्ड के नाम पर साइबर ठग ने 1.64 लाख की ठगी की, केस
रांची हिंदपीढ़ी थर्ड स्ट्रीट घोष कंपाउंड के रहने वाले प्रदीप घोष से साइबर अपराधियों ने क्रेडिट कार्ड बनाने के नाम पर उनसे 1.64 लाख रुपए की ठगी कर ली. इस संबंध में प्रदीप घोष ने साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है. प्रदीप घोष की ओर से थाने में दिए गए आवेदन में कहा गया है कि उन्होंने एक बैंक में क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन दिया था.
इसी क्रम में 23 अप्रैल को उन्हें एक व्यक्ति ने फोन किया. अपना परिचय पीएनबी क्रेडिट कार्ड कस्टमर केयर के रूप में दिया. क्रेडिट कार्ड उपलब्ध कराने के विषय में बताया. इसके बाद उसके बताए अनुसार एक व्यक्ति ने उन्हें व्हाट्सएप कॉल किया और उनसे बैंक का पूरा डिटेल लिया. इसके बाद ठग ने उनसे एपीके फाइल व्हाट्सएप पर डाउनलोड कराया. जिससे उनका फोन हैक हो गया. उनके खाते से चार बार में करीब 1.64 लाख रुपए की अवैध निकासी हो गयी. जिसके बाद उन्होंने साइबर थाने पहुंचकर केस दर्ज कराया. दर्ज प्राथमिकी के आधार पर पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.
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