आगरा: ताजनगरी में मेट्रो का कार्य तेजी से चल रहा है. श्रीमनकामेश्वर महादेव मंदिर मेट्रो स्टेशन से आगरा कॉलेज मेट्रो स्टेशन तक टनल का निर्माण कार्य चल रहा है. मेट्रो टनल की ड्रिलिंग की वजह से मोती कटरा में डाकखाना वाली गली और सैय्यद गली में मकानों की दीवारों में दरारें आ गई हैं. कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं. दर्जनों मकान की छतें जैक पर टिकीं हैं, जिसकी वजह से लोग दशहत में हैं. इन 151 मकानों में रहने वाले परिवारों को हर दम अनहोनी का डर सता रहा है. मेट्रो कार्य के चलते भयभीत होकर कई परिवार दूसरी जगह शिफ्ट हो गए हैं. जनता की पीड़ा जानने और जायजा लेने मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी गुरुवार को क्षेत्र में पहुंची.
मंडलायुक्त ने किया निरीक्षण, जताई नाराजगीः मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी ने निर्माणाधीन आगरा मेट्रो की निर्माणाधीन टनल के कारण मोती कटरा क्षेत्र में क्षतिग्रस्त भवनों का भी निरीक्षण किया. उन्होंने क्षतिग्रस्त भवनों की मरम्मत के कार्य की गुणवत्ता सही न मिलने पर नाराजगी जताई. उन्होंने आगरा मेट्रो के परियोजना निदेशक अरविंद कुमार राय को निर्देश दिए कि टनल निर्माण के कारण जो मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं, उनकी मरम्मत का कार्य गुणवत्तापूर्ण और मानक के अनुरूप कराया जाए. मकान पूर्व स्थिति में आ जाएं. हर हालत में मकान के मालिक संतुष्टि होने चाहिए. मंडलायुक्त ने एसडीएम सदर को निर्देश दिए कि पार्षद के माध्यम से सभी क्षतिग्रस्त मकानों की सूची बनाकर नगर निगम और मेट्रो के साथ सूची के मुताबिक, सभी क्षतिग्रस्त मकानों की वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी करके सर्वे कराएं. जिसके बाद ही नुकसान का आंकलन करें.
लोगों ने दिखाया मकान और नुकसानः स्थानीय निवासी रजनी ने मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी को अपने मकान में हुए नुकसान के बारे में बताया. उनके साथ ही कमल जैन और गौरव शर्मा समेत अन्य लोगों ने भी मकानों में हुए नुकसान को दिखाया. जिस पर मंडलायुक्त नुकसान का आंकलन करने और निर्माण कराए जाने का आश्वासन दिया.
दो किमी लंबी टनल का हो रहा निर्माणः बता दें कि श्रीमनकामेश्वर मंदिर मेट्रो स्टेशन से मोटी कटरा और सैय्यद गली में सबसे अधिक खतरा है. आगरा कॉलेज मेट्रो स्टेशन तक अंडरग्राउंड मेट्रो ट्रैक है. जिसके लिए करीब दो किलोमीटर लंबी टलन का निर्माण कार्य चल रहा है. जिसकी गहरी खुदाई से मकानों की दीदार में दरार और मकान में क्षतिग्रस्त हुए हैं. कई क्षतिग्रस्त मकान में जैक लगाए गए हैं. लोगों की दिक्कत और अनहोनी की आशंका को लेकर आगरा जिला प्रशासन, नगर निगम और यूपीएमआरसी में खलबली मची हुई है. लोगों का दर्द कम नहीं हो रहा है.