वाराणसी : दिल्ली के एक बेसमेंट में बारिश से जलभराव होने पर सिविल परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्रों की मौत हो गई थी, जिसके बाद हर तरफ बेसमेंट में कमर्शियल प्रयोग को रोकने पर कार्रवाई शुरू हुई थी. वाराणसी में भी एक्शन बड़ा हुआ था और अब इसका असर भी दिखने लगा है.
वाराणसी विकास प्राधिकरण ने हाल ही में सर्वे के बाद 250 बिल्डिंग के बेसमेंट में कमर्शियल एक्टिविटी होने पर नोटिस जारी किया गया था, उनमें से 150 से ज्यादा बिल्डिंग के बेसमेंट खाली हो गए हैं और इनका इस्तेमाल कमर्शियल की जगह अब पार्किंग के लिए किया जा रहा है. इसे लेकर वाराणसी विकास प्राधिकरण एक बार फिर नए सिरे से अभियान चलाने जा रहा है.
261 संचालकों को नोटिस : वीडीए उपाध्यक्ष पुलकित गर्ग का कहना है कि जिन लोगों ने अब तक हमारे नोटिस को गंभीरता से नहीं लिया है, उन्हें अब गंभीर कठोर कार्रवाई से गुजरना पड़ेगा. बिल्डिंग सील करने की भी कार्रवाई की जा सकती है. वाराणसी विकास प्राधिकरण के वीसी पुलकित गर्ग की ओर से बेसमेंट में कारोबार करने वालों के खिलाफ पिछले एक माह से विभागीय प्रवर्तन टीम की ओर से अभियान चलाया जा रहा है. कुल 261 संचालकों को नोटिस दी गई है. इसमें 151 बेसमेंट को खाली कराया गया है. वहीं, 5 बेसमेंट सील किए गए हैं. 85 नोटिस पर सुनवाई चल रही है. 3 प्रकरण ऐसे हैं जो बेसमेंट की श्रेणी में नहीं आते हैं, वहीं, 12 संचालकों ने बेसमेंट में पार्किंग के उपयोग का शपथ पत्र दिया है.
जोनवार बेसमेंट को लेकर हुई कार्रवाई : उन्होंने बताया कि वीडीए की कार्रवाई जोनवार हुई है. जोन एक में कुल 67 बेसमेंट हैं, इसमें 46 खाली कराए गए हैं, जबकि 20 प्रकरण में नोटिस पर सुनवाई चल रही है. एक शमन दाखिल किया गया है, जबकि जोन 2 में कुल 10 बेसमेंट हैं. इसमें 7 खाली कराए गए हैं. दो बेसमेंट सील किये गए हैं. एक प्रकरण में नोटिस पर सुनवाई चल रही है. जोन 3 में कुल 97 प्रकरण हैं, इसमें 74 खाली कराए गए हैं. 16 प्रकरण में नोटिस पर सुनवाई चल रही है. 4 दुकानों का संचालन बंद कराया गया है.
उन्होंने बताया कि जोन 4 में कुल 70 प्रकरण हैं, इसमें 9 खाली कराए गए हैं. 2 बेसमेंट सील किये गए. 47 प्रकरण में नोटिस पर सुनवाई चल रही है. 12 प्रकरण में संचालकों ने बेसमेंट में पार्किंग के उपयोग का शपथ पत्र दिया है. जोन 5 में कुल 17 प्रकरण हैं, इसमें 15 खाली कराए गए. एक बेसमेंट सील किए गए. एक प्रकरण में नोटिस पर सुनवाई चल रही है. तीन प्रकरण ऐसे हैं जो बेसमेंट की श्रेणी में नहीं आते हैं.
वाहन पार्किंग होने से जाम से मिलेगी राहत : वाराणसी विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष पुलकित गर्ग ने कहा कि बेसमेंट में कारोबार के खिलाफ चल रहा अभियान सुगम यातायात के लिए जरूरी है. यह आगे भी जारी रहेगा. हर 15 दिन पर कार्रवाई की जोनवार समीक्षा की जाएगी. उन्होंने कहा कि बेसमेंट कारोबार से सड़क पर वाहन खड़े होते हैं जो जाम का कारण बनते हैं. बेसमेंट में वाहन पार्किंग होने से काफी हद तक जाम से राहत मिलेगी, क्योंकि बेसमेंट पार्किंग के लिए बनाया जाता है, इसलिए अब कार्रवाई में जो भी बेसमेंट पार्किंग के अलावा इस्तेमाल में मिलेंगे, उन पर कठोर कार्रवाई करते हुए पूरी बिल्डिंग को ही सील कर दिया जाएगा.