लखनऊ: उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा परिषद की मुंशी-मौलवी, सेकेण्ड्री, आलिम सीनियर सेकेण्ड्री, कामिल और फाजिल परीक्षाएं 13 फरवरी से शुरू होंगी. मदरसा परीक्षाओं में प्रदेश भर से 1 लाख 41 हजार 115 परीक्षार्थी प्रदेश के 511 परीक्षा केन्द्रों में आयोजित होने वाली परीक्षाओं में शामिल होंगे.
बोर्ड चेयरमैन डॉ. इफ्तिखार अहमद जावेद ने बताया कि मदरसा परीक्षाओं में 71, 702 छात्र और 69,413 छात्राएं परीक्षा देंगे. मुंशी-मौलवी सेकेण्ड्री की परीक्षा 82020 परीक्षार्थी देंगे और सीनियर सेकेण्ड्री आलिम फारसी और अरबी की परीक्षा 21,632 परीक्षार्थी देंगे. इसी तरह कामिल की परीक्षा 27,964 और फाजिल की परीक्षा 9,499 परीक्षार्थी देंगे. डॉ. जावेद ने बताया कि प्रश्न पत्रों की सुरक्षा के लिए गार्ड की व्यवस्था की गयी है. परीक्षा केन्द्रों पर वाइस रिकॉर्डर सहित सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में परीक्षाएं होंगी. इसी के साथ सभी परीक्षा केन्द्रों पर फर्नीचर, पेयजल और शौचालय के साथ ही विद्युत की व्यवस्था होगी. उन्होंने कहा कि बोर्ड नकलविहीन परीक्षाओं के लिए संकल्पित है, सचल उड़ाका दल का भी गठन किया है.
मदरसा बोर्ड के चेयरमैन इफ्तिखार जावेद ने बताया कि परीक्षाओं को नकलविहीन , शुचितापूर्ण ढंग से सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में संपन्न कराने के लिए सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं. इस बार यूपी मदरसा बोर्ड की परीक्षाएं 13 फरवरी से 21 फरवरी के मध्य दो पालियों में , प्रथम पाली पूर्वाह्न 8 बजे से 11 बजे तक और द्वितीय पाली अपराह्न 2 बजे से 5 बजे तक में आयोजित की जा रही हैं.
मुंशी-मौलवी परीक्षा में आवेदन कम हुए
वर्ष 2023 में मुंशी-मौलवी परीक्षा के लिए हुए आवेदनों की संख्या करीब 1 लाख 11 हजार 82 थी, जबकि इस बार इसमें कमी हुई है और परीक्षार्थियों की संख्या एक लाख का आंकड़ा पार नहीं कर सकी है. आलिमत करने वाले छात्रों की संख्या कम हुई है.