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उत्तराखंड में तैयार किये जाएंगे आदर्श आयुष ग्राम, 13 गांव किये गये चिन्हित, यहां देखें लिस्ट - Uttarakhand Aadarsh ​​Ayush Gram

Uttarakhand Aadarsh ​​Ayush Gram, 13 Aadarsh ​​Ayush Grams of Uttarakhand उत्तराखंड के अलग अलग जिलों में 13 गांवो को आदर्श आयुष ग्राम बनाने के लिए चिन्हित किया गया है. इन आदर्श आयुष ग्रामों में आयुर्वेद गतिविधियां संचालित की जाएंगी. इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं.

UTTARAKHAND AADARSH ​​AYUSH GRAM
उत्तराखंड में तैयार किये जाएंगे आदर्श आयुष ग्राम (ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Sep 18, 2024, 6:01 PM IST

Updated : Sep 18, 2024, 8:11 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड सरकार प्रदेश को आयुष हब बनाने की दिशा में तेजी से कार्य कर रही है. इसी क्रम में उत्तराखंड सरकार राष्ट्रीय आयुष मिशन के तहत प्रदेश के सभी जिलों के एक-एक गांव को आदर्श आयुष गांव बनाने जा रही है. जिसके लिए न सिर्फ गांव का चयन कर लिया गया है बल्कि गांव से संबंधित जिलों की ओर से आयुष निदेशालय को प्रस्ताव भी प्राप्त हो गए हैं. ऐसे में प्रस्ताव मिलने के बाद आयुर्वेद गतिविधियां शुरू करने के लिए गाइडलाइन तैयार की जा रही है.

उत्तराखंड में तैयार किये जाएंगे आदर्श आयुष ग्राम (ETV BHARAT)

दरअसल, भारत सरकार की ओर से राष्ट्रीय आयुष मिशन के तहत प्रत्येक आयुष ग्राम को हर साल तीन लाख रुपए की धनराशि उपलब्ध कराई जाएगी. जिसके जरिए इन आयुष ग्रामों में हर्बल गार्डन बनाए जाने के साथ ही गांव में रहने वाले सभी परिवारों को जड़ी बूटियां से संबंधित पौधे दिए जाएंगे. उत्तराखंड स्टेट आयुष मिशन सोसाइटी ने आयुष ग्राम के साथ योग वेलनेस केंद्र बनाने के लिए रूपरेखा तैयार कर गाइडलाइन भी जारी कर दी है.

आयुर्वेदिक एवं यूनानी सेवाओं के निदेशक एवं अपर सचिव विजय कुमार जोगदंडे ने बताया राष्ट्रीय आयुष मिशन के तहत प्रदेश के हर जिले में एक आदर्श आयुष ग्राम की स्थापना की जानी है. इसके लिए सभी जिलों से एक-एक गांव चिन्हित कर लिए गए हैं. साथ ही सभी जिलों में चयनित गांव से संबंधित प्रस्ताव भी जिलों की ओर से आयुष निदेशालय को मिल गए हैं. ऐसे में इसकी कार्ययोजना तैयार की जा रही है. जिसके बाद जिला स्तर पर तमाम गतिविधियां शुरू की जाएंगी.

उन्होंने बताया चिन्हित गांव के नजदीक मौजूद आयुष चिकित्सालयों का इस्तेमाल भी इसमें किया जाएगा. साथ ही गांव में मौजूद सभी ग्रामीणों को जागरूक किया जाएगा. स्थानीय लोगों को आयुर्वेद और योग के प्रति जागरूक किया जाने को लेकर हर हफ्ते शिविर का आयोजन किया जाएगा. जहां ग्रामीणों को आयुर्वेद पद्धति से संबंधित तमाम जानकारियां दी जाएगी.

ये गांव किये गये चिन्हित

  • देहरादून जिले के रायपुर ब्लॉक स्थित क्यारकुली भट्टा गांव.
  • हरिद्वार जिले के लक्सर ब्लॉक स्थित सुभाषगढ़ गांव.
  • टिहरी जिले के नरेंद्रनगर ब्लॉक स्थित देयूली गांव.
  • ऊधमसिंह नगर जिले के काशीपुर ब्लॉक स्थित प्रतापपुर गांव.
  • उत्तरकाशी जिले के भटवाड़ी ब्लॉक स्थित हर्षिल गांव.
  • नैनीताल जिले के भीमताल स्थित नौकुचियाताल गांव.
  • पौड़ी जिले के खरसू ब्लॉक स्थित पोखरी गांव.
  • अल्मोड़ा जिले के हवालबाग ब्लॉक स्थित शाला रौतेला गांव.
  • बागेश्वर जिले के कपकोट ब्लॉक स्थित कर्मी गांव.
  • चमोली जिले के देवाल ब्लॉक स्थित घेस गांव.
  • चंपावत जिले के चंपावत ब्लॉक स्थित सैलानी गोथ गांव.
  • पिथौरागढ़ जिले के मुनाकोट ब्लॉक स्थित माजिरकंडा गांव.
  • रुद्रप्रयाग जिले के जखोली ब्लॉक स्थित पोंथी गांव.

देहरादून: उत्तराखंड सरकार प्रदेश को आयुष हब बनाने की दिशा में तेजी से कार्य कर रही है. इसी क्रम में उत्तराखंड सरकार राष्ट्रीय आयुष मिशन के तहत प्रदेश के सभी जिलों के एक-एक गांव को आदर्श आयुष गांव बनाने जा रही है. जिसके लिए न सिर्फ गांव का चयन कर लिया गया है बल्कि गांव से संबंधित जिलों की ओर से आयुष निदेशालय को प्रस्ताव भी प्राप्त हो गए हैं. ऐसे में प्रस्ताव मिलने के बाद आयुर्वेद गतिविधियां शुरू करने के लिए गाइडलाइन तैयार की जा रही है.

उत्तराखंड में तैयार किये जाएंगे आदर्श आयुष ग्राम (ETV BHARAT)

दरअसल, भारत सरकार की ओर से राष्ट्रीय आयुष मिशन के तहत प्रत्येक आयुष ग्राम को हर साल तीन लाख रुपए की धनराशि उपलब्ध कराई जाएगी. जिसके जरिए इन आयुष ग्रामों में हर्बल गार्डन बनाए जाने के साथ ही गांव में रहने वाले सभी परिवारों को जड़ी बूटियां से संबंधित पौधे दिए जाएंगे. उत्तराखंड स्टेट आयुष मिशन सोसाइटी ने आयुष ग्राम के साथ योग वेलनेस केंद्र बनाने के लिए रूपरेखा तैयार कर गाइडलाइन भी जारी कर दी है.

आयुर्वेदिक एवं यूनानी सेवाओं के निदेशक एवं अपर सचिव विजय कुमार जोगदंडे ने बताया राष्ट्रीय आयुष मिशन के तहत प्रदेश के हर जिले में एक आदर्श आयुष ग्राम की स्थापना की जानी है. इसके लिए सभी जिलों से एक-एक गांव चिन्हित कर लिए गए हैं. साथ ही सभी जिलों में चयनित गांव से संबंधित प्रस्ताव भी जिलों की ओर से आयुष निदेशालय को मिल गए हैं. ऐसे में इसकी कार्ययोजना तैयार की जा रही है. जिसके बाद जिला स्तर पर तमाम गतिविधियां शुरू की जाएंगी.

उन्होंने बताया चिन्हित गांव के नजदीक मौजूद आयुष चिकित्सालयों का इस्तेमाल भी इसमें किया जाएगा. साथ ही गांव में मौजूद सभी ग्रामीणों को जागरूक किया जाएगा. स्थानीय लोगों को आयुर्वेद और योग के प्रति जागरूक किया जाने को लेकर हर हफ्ते शिविर का आयोजन किया जाएगा. जहां ग्रामीणों को आयुर्वेद पद्धति से संबंधित तमाम जानकारियां दी जाएगी.

ये गांव किये गये चिन्हित

  • देहरादून जिले के रायपुर ब्लॉक स्थित क्यारकुली भट्टा गांव.
  • हरिद्वार जिले के लक्सर ब्लॉक स्थित सुभाषगढ़ गांव.
  • टिहरी जिले के नरेंद्रनगर ब्लॉक स्थित देयूली गांव.
  • ऊधमसिंह नगर जिले के काशीपुर ब्लॉक स्थित प्रतापपुर गांव.
  • उत्तरकाशी जिले के भटवाड़ी ब्लॉक स्थित हर्षिल गांव.
  • नैनीताल जिले के भीमताल स्थित नौकुचियाताल गांव.
  • पौड़ी जिले के खरसू ब्लॉक स्थित पोखरी गांव.
  • अल्मोड़ा जिले के हवालबाग ब्लॉक स्थित शाला रौतेला गांव.
  • बागेश्वर जिले के कपकोट ब्लॉक स्थित कर्मी गांव.
  • चमोली जिले के देवाल ब्लॉक स्थित घेस गांव.
  • चंपावत जिले के चंपावत ब्लॉक स्थित सैलानी गोथ गांव.
  • पिथौरागढ़ जिले के मुनाकोट ब्लॉक स्थित माजिरकंडा गांव.
  • रुद्रप्रयाग जिले के जखोली ब्लॉक स्थित पोंथी गांव.
Last Updated : Sep 18, 2024, 8:11 PM IST
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