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डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा के क्षेत्र में 13 सरपंचों ने दिया इस्तीफा, इस वजह से थे नाराज - 13 Sarpanches Resigned

13 Sarpanches Resigned, राजस्थान के उपमुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा के गृह क्षेत्र में 13 सरपंचों ने इस्तीफा दे दिया. सभी ने विकास अधिकारी को अपने इस्तीफे सौंप दिए हैं. ऐसे में अब इस मामले को लेकर दूदू सहित पूरे प्रदेश में सियासी पारा चढ़ने की संभावना है.

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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jul 8, 2024, 7:45 PM IST

13 Sarpanches Resigned
डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा के क्षेत्र में 13 सरपंचों का इस्तीफा (ETV BHARAT Dudu)

दूदू. राज्य के उपमुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा के गृह क्षेत्र में सरपंचों की नाराजगी सामने आई है. यहां 13 ग्राम पंचायत के सरपंचों ने विकास अधिकारी को अपना इस्तीफे सौंप दिया है. इस घटना के बाद दूदू सहित प्रदेशभर में सियासी पारा चढ़ने के आसार बन गए हैं. दरअसल, दूदू जिले के फागी पंचायत समिति के 13 सरपंचों ने सोमवार को सामूहिक इस्तीफा दे दिया. उसके बाद से ही सियासी गलियारों में चर्चाओं का बाजार एकदम से गर्म हो गया है.

सबसे पहले महिला सरपंच ने दिया त्याग पत्र : फागी पंचायत समिति की ग्राम पंचायत नारेड़ा की सरपंच मंगली देवी ने 3 जुलाई को पंचायत समिति फागी के विकास अधिकारी को यह कहकर इस्तीफा दे दिया था कि उनके काम नहीं होते हैं. पंचायत समिति में लपका गिरोह सक्रिय है. अब महिला सरपंच के समर्थन में सोमवार को 13 सरपंचों ने पंचायत समिति के विकास अधिकारी संजय मोदी को अपना इस्तीफा सौंप दिया. हालांकि, सरपंच संघ अध्यक्ष भंवर सिंह सहित 6 सरपंचों ने ही कार्यालय आकर ज्ञापन सौंपा है. शेष अन्य सरपंचों ने दूसरों के हाथ अपना इस्तीफे भेज दिया.

इसे भी पढ़ें - पूर्व सरकार में खोले नए कॉलेजों की समीक्षा कर बेहतर शिक्षा की व्यवस्था करेंगे: उप मुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा - Review of new colleges in Rajasthan

बीडीओ ने कही ये बात : इस पूरे मामले को लेकर विकास अधिकारी संजय मोदी का कहना है कि उन्होंने सिर्फ उन्हीं सरपंचों के इस्तीफे स्वीकार किए हैं, जिन्होंने कार्यालय आकर इस्तीफा दिया है. नियमानुसार इस्तीफा देने के लिए सरपंच को खुद ऑफिस आकर इस्तीफा सौंपना होता है. हालांकि, उन्होंने बाकि सरपंचों के इस्तीफे लेकर रख लिए हैं.

शिकायत के बाद भी नहीं हुई सुनवाई : फागी पंचायत समिति की 13 ग्राम पंचायतों से सरपंचों के इस्तीफे को लेकर सरपंच संघ अध्यक्ष भंवर सिंह ने बताया कि सरपंच जो काम लेकर आते हैं अधिकारी उनके काम नहीं करते हैं. उन्होंने पंचायत समिति में लपका गिरोह सक्रिय होने का भी आरोप लगाया है. उनका कहना है कि सरपंचों ने अधिकारियों को अपनी पीड़ा बताई और कई बार शिकायतें भी की, लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हुई. ऐसे में मजबूर होकर सोमवार को सामूहिक रूप से इस्तीफे दिया.

इसे भी पढ़ें - नए जिलों और कॉलेजों के रिव्यू के फैसले पर भड़के गहलोत, कहा- मोदी की गारंटी की हवा निकाल रही भाजपा सरकार - Gehlot on govt Decision

इन ग्राम पंचायत के सरपंचों ने दिया इस्तीफा : फागी पंचायत समिति की ग्राम पंचायत चौरू की सरपंच सुमन कंवर, ग्राम पंचायत परवन की सरपंच रतन कंवर, ग्राम पंचायत पचाला के सरपंच भंवर सिंह, लदाना ग्राम पंचायत की सरपंच हेमलता शर्मा, लसाडिया ग्राम पंचायत की सरपंच संतोष देवी, सुल्तानिया ग्राम पंचायत की सरपंच सुमन बैरवा, कांसेल ग्राम पंचायत के सरपंच किशन लाल, ग्राम पंचायत रोटवाड़ा के सरपंच रामजीलाल, ग्राम पंचायत भोजपुरा के सरपंच महेंद्र कुमार, ग्राम पंचायत निंमेंडा के सरपंच बन्ना लाल, ग्राम पंचायत मंडोर सुरज्ञान देवी, ग्राम पंचायत जयसिंहपुरा के सरपंच श्योजीराम, ग्राम पंचायत चकवाड़ा की सरपंच केसर देवी ने इस्तीफा दिया है.

दूदू. राज्य के उपमुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा के गृह क्षेत्र में सरपंचों की नाराजगी सामने आई है. यहां 13 ग्राम पंचायत के सरपंचों ने विकास अधिकारी को अपना इस्तीफे सौंप दिया है. इस घटना के बाद दूदू सहित प्रदेशभर में सियासी पारा चढ़ने के आसार बन गए हैं. दरअसल, दूदू जिले के फागी पंचायत समिति के 13 सरपंचों ने सोमवार को सामूहिक इस्तीफा दे दिया. उसके बाद से ही सियासी गलियारों में चर्चाओं का बाजार एकदम से गर्म हो गया है.

सबसे पहले महिला सरपंच ने दिया त्याग पत्र : फागी पंचायत समिति की ग्राम पंचायत नारेड़ा की सरपंच मंगली देवी ने 3 जुलाई को पंचायत समिति फागी के विकास अधिकारी को यह कहकर इस्तीफा दे दिया था कि उनके काम नहीं होते हैं. पंचायत समिति में लपका गिरोह सक्रिय है. अब महिला सरपंच के समर्थन में सोमवार को 13 सरपंचों ने पंचायत समिति के विकास अधिकारी संजय मोदी को अपना इस्तीफा सौंप दिया. हालांकि, सरपंच संघ अध्यक्ष भंवर सिंह सहित 6 सरपंचों ने ही कार्यालय आकर ज्ञापन सौंपा है. शेष अन्य सरपंचों ने दूसरों के हाथ अपना इस्तीफे भेज दिया.

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बीडीओ ने कही ये बात : इस पूरे मामले को लेकर विकास अधिकारी संजय मोदी का कहना है कि उन्होंने सिर्फ उन्हीं सरपंचों के इस्तीफे स्वीकार किए हैं, जिन्होंने कार्यालय आकर इस्तीफा दिया है. नियमानुसार इस्तीफा देने के लिए सरपंच को खुद ऑफिस आकर इस्तीफा सौंपना होता है. हालांकि, उन्होंने बाकि सरपंचों के इस्तीफे लेकर रख लिए हैं.

शिकायत के बाद भी नहीं हुई सुनवाई : फागी पंचायत समिति की 13 ग्राम पंचायतों से सरपंचों के इस्तीफे को लेकर सरपंच संघ अध्यक्ष भंवर सिंह ने बताया कि सरपंच जो काम लेकर आते हैं अधिकारी उनके काम नहीं करते हैं. उन्होंने पंचायत समिति में लपका गिरोह सक्रिय होने का भी आरोप लगाया है. उनका कहना है कि सरपंचों ने अधिकारियों को अपनी पीड़ा बताई और कई बार शिकायतें भी की, लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हुई. ऐसे में मजबूर होकर सोमवार को सामूहिक रूप से इस्तीफे दिया.

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इन ग्राम पंचायत के सरपंचों ने दिया इस्तीफा : फागी पंचायत समिति की ग्राम पंचायत चौरू की सरपंच सुमन कंवर, ग्राम पंचायत परवन की सरपंच रतन कंवर, ग्राम पंचायत पचाला के सरपंच भंवर सिंह, लदाना ग्राम पंचायत की सरपंच हेमलता शर्मा, लसाडिया ग्राम पंचायत की सरपंच संतोष देवी, सुल्तानिया ग्राम पंचायत की सरपंच सुमन बैरवा, कांसेल ग्राम पंचायत के सरपंच किशन लाल, ग्राम पंचायत रोटवाड़ा के सरपंच रामजीलाल, ग्राम पंचायत भोजपुरा के सरपंच महेंद्र कुमार, ग्राम पंचायत निंमेंडा के सरपंच बन्ना लाल, ग्राम पंचायत मंडोर सुरज्ञान देवी, ग्राम पंचायत जयसिंहपुरा के सरपंच श्योजीराम, ग्राम पंचायत चकवाड़ा की सरपंच केसर देवी ने इस्तीफा दिया है.

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