पटना: पीएम किसान योजना का पैसा गलत लोगों के खातों में जा रहा है. जांच में पता चला कि 13 लाख से अधिक ऐसे लोग हैं, जो या तो पात्र नहीं हैं या फिर गलती से इन पैसों को ले रहे हैं. प्रधानमंत्री किसान सम्मन निधि योजना के लिए बिहार से 89 लाख किसानों ने आवेदन किया था जिसमें से 76 लाख किसानों के खाते में 18वीं किस्त के रूप में दो ₹2000 की राशि भेजी गई है. 18वीं किस्त के रूप में 1552 करोड़ रुपए की राशि मिली है, लेकिन आधार से लिंक नहीं होने की वजह से 13 लाख किसान वंचित हो गए हैं.
2018 में शुरू हुई थी योजना: प्रधानमंत्री किसान सम्मन निधि योजना के तहत प्रत्येक वर्ष किसानों को 6000 की राशि आर्थिक मदद के रूप में दी जाती है और यह राशि ₹2000 के रूप में तीन बार साल में मिलती है. अभी पिछले दिनों प्रधानमंत्री ने 1552 करोड़ की राशि बिहार के 76 लाख किसानों के खाते में डाली है. प्रधानमंत्री किसान सम्मन निधि योजना के तहत यह 18वीं किस्त की राशि दी गई है. प्रधानमंत्री ने इस योजना की शुरुआत 2018 में की थी.
कृषि विभाग कर रहा जांच: किसानों के चयन के लिए कृषि विभाग सभी जिलों के डीएम से जांच रिपोर्ट लेते हैं और उसके बाद सूची तैयार होती है. 18वीं किस्त के लिए केंद्रीय कृषि एवं किसान मंत्रालय ने बिहार सरकार को पत्र भेजकर सभी पत्र लघु किसानों की जांच करने के लिए कहा था क्योंकि यह शिकायत मिली थी एक राशन कार्ड में शामिल दो-तीन लोगों को इस योजना का लाभ दिया जा रहा है एक राशन कार्ड को एक परिवार माना जाता है और उसमें एक ही व्यक्ति को इसका लाभ मिल सकता है.
"89 लाख किसानों ने प्रधानमंत्री किसान सम्मन निधि योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन किया था. 76 लाख अभी मिला है. 13 लाख को नहीं दिया गया. नहीं दिए जाने के पीछे आधार से लिंक सहित कई कारण बताए जाएंगे ऐसे बिहार में एक करोड़ के आसपास किसान है और सरकार जो मदद कर रही है ऊंट के मुंह में जीरा के समान है." -उमेश सिंह, सचिव, अखिल भारतीय किसान महासंघ बिहार
पीएम ने किसानों के खाते में भेजी राशि: बिहार के कृषि मंत्री मंगल पांडे ने कहा है कि 18 वीं किस्त के रूप में राज्य के 7618784 किसानों के खाते में 1552 करोड़ रुपए की राशि भेजी गई है. देश भर के किसानों की तरह बिहार के किसानों की चिंता भी प्रधानमंत्री कर रहे हैं और उन्हें आर्थिक सहायता के तौर पर मदद दी जा रही है और इस योजना पर प्रधानमंत्री की नजर है.
"कई किसान अभी भी प्रधानमंत्री किसान सम्मन निधि योजना के तहत मिलने वाली राशि का इंतजार कर रहे हैं. आवेदन हमने भी पिताजी के नाम से किया था. मेरे पिताजी का नाम से जमीन का रजिस्ट्रेशन हुआ है, लेकिन उन्हें अभी तक कोई राशि नहीं आई है. कहा गया था कि मैसेज आएगा, लेकिन अभी तक कोई मैसेज नहीं आया है गांव के कई किसान ऐसे हैं जिनको राशि नहीं आई है."- ज्ञानदीप, किसान, बक्सर
780 करोड़ की राशि में गड़बड़ी: बिहार में 17वीं किस्त के रूप में 7612995 किसानों को 1562 करोड़ की राशि मिली थी. वहीं 18वीं किस्त में 76187144 किसानों को 1552 करोड़ रुपए की राशि भेजी गई है. यानी 17वीं के मुकाबले 18वीं किस्त में 10 करोड़ रुपए की राशि कम है. ऐसे कृषि विभाग के अधिकारियों के अनुसार 780 करोड़ की राशि वैसे लोगों ने लिया है जिनको इसका लाभ नहीं मिलना चाहिए था और इसकी जांच चल रही है.
एक ही परिवार के कई सदस्य ले रहे लाभ: बिहार में 53 लाख 10072 राशन कार्ड ऐसे हैं जिनसे 66 लाख 59871 लोग पीएम किसान योजना का फायदा उठा रहे हैं. यानी एक ही परिवार के कई सदस्य योजना का लाभ उठा रहे हैं जो नियम के खिलाफ है फिलहाल 18वीं किस्त में इसी को ध्यान में रखकर 13 लाख किसानों को राशि नहीं दी गई है.
आयकर देने वाले किसानों ने भी उठा लिया था लाभ: शुरुआत में बिहार में इस योजना का लाभ उन किसानों ने भी ले लिया जो आयकर दाता थे. कृषि विभाग के अधिकारियों के अनुसार ऐसे 50000 से अधिक किसानों के खाते में प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना की राशि भेजी गई थी, लेकिन ऐसे किसानों से राशि वापस लेने का निर्देश दिया. किसी विभाग की ओर से ऐसे लोगों को राशि वापस करने का निर्देश भी दिया गया. अब तक 30000 किसानों ने राशि वापस भी कर दी है लेकिन अभी भी बड़ी संख्या में किसानों ने राशि वापस नहीं की है.
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