कुल्लू/शिमला: बीती रात दिवाली का त्योहार धूमधाम के साथ मनाया गया. दिवाली के त्योहार की रात जिला कुल्लू में 12 आग की घटनाएं सामने आई हैं. जिनमें 16 लाख रुपए की संपत्ति जलकर राख हुई है. अग्निशमन विभाग की टीम ने अधिकतर संपत्ति को जलने से बचा लिया.
वहीं, आग लगने के कारणों की भी छानबीन की जा रही है. मिली जानकारी के अनुसार सेऊ बाग में एक गोशाला और आरा मशीन में जलकर राख हुई है. वहीं, छाटनसेरी में एक अन्य गोशाला भी आग की चपेट में आ गई, जिसमें लाखों रुपए का नुकसान हुआ है. इसके अलावा सुबह 4 बजे सरवरी बस स्टैंड के पास नगर परिषद के कूड़ा संयंत्र में भी आग लगने का मामला सामने आया हैं. अग्निशमन विभाग के कर्मचारियों ने लगातार 3 घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू किया, जिसमें 8 गाड़ियां अग्निशमन विभाग की मौके पर तैनात रही.
10 स्थानों पर जंगलों में आग की घटनाएं
आतिशिबाजी से 10 अन्य स्थानों पर जंगलों से आग लगने के मामले सामने आए हैं. अग्निशमन अधिकारी प्रेम भारद्वाज ने बताया कि, 'उनकी पूरी टीम में 30 कर्मचारी कार्यरत थे. देर रात 8 बजे से अगली सुबह 8 बजे तक अग्निशमन विभाग की गाड़ियों के साथ आग बुझाने के काम में जुट रहे. आग के चलते 16 लाख रुपए की संपत्ति जल का नष्ट हुई है. इसके अलावा 10 स्थानों पर जंगलों में आग की घटनाएं सामने आई हैं. इससे वन संपदा को भी खासा नुकसान हुआ है. वन विभाग आग के कारण जल कर राख हुई वन संपदा के नुकसान का भी आकलन कर रहा है.'
वहीं, शिमला में दीवाली के दौरान पटाखे फोड़ते समय 4 लोग और दो व्यक्ति सिलेंडर में आग लगने के कारण बुरी तरह से झुलस गए. इन्हें इलाज के लिए आईजीएमसी लाया गया था. आईजीएमसी में कैजुअल्टी वार्ड के CMO डॉ. महेश ने बताया कि शुक्रवार को बर्न के 6 मामले आए हैं, जिसमें से 4 लोगों को छुट्टी दे दी गई है, जबकि किन्नौर में गैस से झुलसे दो लोगों को एडमिट किया गया है.