यमुनानगर: विदेशी नागरिक से बिटक्वाइन के जरिए ठगी के मामले में सीबीआई ने रिश्वत लेते हुए पुलिस इंस्पेक्टर को गिरफ्तार किया है. आरोप है कि पुलिस इंस्पेक्टर ने शिकायतकर्ता से 40 लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी. जब इंस्पेक्टर पैसों की मांग कर रहा था, तो शिकायतकर्ता ने कॉल रिकॉर्डिंग कर ली और इसकी जानकारी सीबीआई को दी. इसके बाद सीबीआई की टीम ने यमुनानगर साइबर क्राइम थाना के इंस्पेक्टर बलवंत सिंह को गिरफ्तार कर लिया.
रिश्वत लेते इंस्पेक्टर गिरफ्तार: मामला विदेशी नागरिक से क्रिप्टोकरेंसी के जरिए ठगी का है. इस केस की जांच साइबर क्राइम थाना के ही इंस्पेक्टर कर रहे थे. इसमें उन्होंने एक ज्वैलरी शॉप के संचालक का नाम निकालने के लिए 40 लाख रुपये की मांग की थी. जिसकी रिकॉर्डिंग शिकायतकर्ता ने कर ली और सीबीआई को शिकायत दी. जिसके बाद सीबीआई ने आरोपी इंस्पेक्टर को पकड़ने के लिए जाल बिछाया और उसे चंडीगढ़ स्थित सेक्टर 23 के पास से पांच लाख रुपये की रिश्वत लेते पकड़ लिया.
बिटक्वाइन के जरिए 12 करोड़ की ठगी: सीबीआई ने मामले मे दो अन्य को भी गिरफ्तार किया है. डीएसपी अभिलाष जोशी ने बताया कि रात को सीबीआई की टीम यमुनानगर में सेक्टर 18 स्थित साइबर क्राइम थाना में पहुंची. केस से संबंधित दस्तावेज भी खंगाले. सुबह लगभग तीन बजे टीम यहां से निकली. संयुक्त राज्य अमेरिका के फ्लोरिडा निवासी मरले ली कोरेजवो के पास सितंबर 2022 में कॉल आई थी. कॉल करने वालों ने खुद को बैंक कर्मी बताया. उसे बातों में उलझाकर बैंक संबंधी डिटेल ली और कंप्यूटर के जरिए बिटक्वाइन खाते को हैक कर लिया.
अभी तक मामले में 14 लोग गिरफ्तार: जिसके माध्यम से उससे लगभग 13 लाख डॉलर यानी लगभग 12 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की. इस मामले में अभी तक 14 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. जिला पुलिस अधीक्षक ने कार्रवाई करते हुए साइबर सेल इंचार्ज बलवंत सिंह को निलंबित कर उसके खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू कर दी है. केस में आरोपी विक्रमजीत को सबसे पहले गिरफ्तार किया गया था. उसके बाद अब तक कुल 14 आरोपी पकड़े जा चुके हैं. इस ठगी के खेल में कई बड़े नाम भी सामने आ सकते हैं. जिनके माध्यम से विक्रमजीत ने ठगी की रकम का लेनदेन किया.