गया: बिहार के गया में स्थित ऑफिसर ट्रेनिंग अकादमी में शनिवार को 25 वीं पासिंग आउट परेड हुई. परेड के मुख्य अतिथि सेना उप प्रमुख उपेंद्र द्विवेदी थे. सेना उपप्रमुख ने पासिंग आउट परेड की सलामी ली. पासिंग आउट परेड के बाद गया ओटीए ने 118 नए ऑफिसर देश को दिए. पासिंग आउट परेड के बाद पिपिंग समारोह में अभिभावकों ने अपने लाडले अफसर बेटे को पिपिंग बैज लगाया. सेना के कई अधिकारियों ने भी पिपिंग लगाकर उन्हें बधाई दी.
टीबी जैसी बीमारी से लड़कर बने सेना के अधिकारीः कई जैंटलमैन कैडेट की संंघर्ष की कहानी हैरान करने वाली है. इन्होंने जो संघर्ष किया, वह तारीफे काबिल है. बापन पाल लेफ्टिनेंट बने हैं. ये वेस्ट बंगाल से हैं. इन्होंने बताया कि वह टीबी जैसे गंभीर बीमारी हो गयी थी. लेकिन, वो अपने कैरियर पर ध्यान देते रहे. इसके बाद गया ऑफिसर ट्रेनिंग सेंटर में कड़ा प्रशिक्षण शुरू हुआ. जिसमें कभी टीवी के मरीज रहे बापन पाल ने अपने संघर्ष के बूते सफलता पाई और आज सेना में अधिकारी बने.
अपनी बीमारी के बारे में घरवालों को नहीं बतायाः बापन पाल ने बताया कि आज उन्हें और पूरे परिवार को खुशी है, कि वह अफसर बने हैं. अपनी बीमारी के बारे में बापन पाल ने बताया कि जब उन्हें पता चला था कि टीवी की बीमारी है तो घबरा गया था. अस्पताल में भी भर्ती होना पड़ा था, लेकिन अपने माता-पिता को 6 महीने तक नहीं बताया. जब वापस घर आया तो दवा खाने लगा तो सभी को इसकी जानकारी हुई. बेटे के अधिकारी बनने पर माता-पिता दोनों काफी खुश थे.
फैक्ट्री गार्ड के बेटे आदर्श भी बने अफसरः लेफ्टिनेंट आदर्श की कहानी प्रेरणादायक है. सैन्य अधिकारी बने आदर्श बताते हैं, कि वह मूल रूप से लखनऊ के रहने वाले हैं. अपने माता-पिता के साथ चंदौली जिला में रहकर पढ़ाई पूरी की. उनके पिता एक फैक्ट्री के बाहर गार्ड की नौकरी करते हैं. आदर्श बताते हैं कि वह काफी ग़रीबी से जूझे हैं. मेरे पिता एक मामूली रूप से गेटमैन की नौकरी करते हैं और मां घर का काम करती है. आज मैं इन्हीं की मेहनत से एक सेना अधिकारी के रूप में लेफ्टिनेंट बन गया हूं. वही, अपने बेटे के सफल होने पर माता-पिता काफी भावुक हो रहे थे. इससे बड़ी खुशी उनके लिए और क्या हो सकती थी, कि जब गेट मैन की नौकरी करने वाले का बेटा लेफ्टिनेंट बन गया है.
सेना उप प्रमुख ने दी बधाईः मुख्य अतिथि सेना उपप्रमुख ने पासिंग आउट परेड के बाद अपने संबोधन में कहा कि वे सभी को अफसर बनने की बधाई देते हैं. अब ये सैन्य ऑफिसर बने हैं और देश की सुरक्षा में महत्वपूर्ण योगदान देंगे. उप सेना प्रमुख उपेंद्र द्विवेदी ने अफसर बनने वाले सभी को बधाई दी और भविष्य की शुभकामनाएं दीं.
बिहार के तीन बेटे बने सैन्य अधिकारीः यूपी के सबसे अधिक 23 जेंटलमैन कैडेट ऑफिसर बने हैं. बिहार के तीन जेंटलमैन कैडेट्स अधिकारी बने हैं. देश के करीब 25 राज्यों के जेंटलमैन कैडेट्स गया ओटीए में कड़ी ट्रेनिंग लेकर अधिकारी बने हैं. इस तरह 118 जेंटलमैन कैडेट्स आज सैन्य अधिकारी बने. वहीं, अफसर बनने के बाद सभी ने खूब खुशियां मनाई. वहीं, परिजनों ने भी झूम कर खुशी जताई.
इसे भी पढ़ेंः गया ऑफिसर ट्रेनिंग अकादमी में पासिंग आउट परेड, जमीन से लेकर आसमान तक जांबाजों ने दिखाए करतब - Gaya Officer Training Academy