खूंटी : जिले के 114 अल्पसंख्यक विद्यालयों में नवनियुक्त शिक्षकों का वेतन भुगतान लंबित है. कई नवनियुक्त शिक्षक एक से दो साल से पढ़ा रहे हैं. 6 और 7 फरवरी 2024 को दो सूचियों के माध्यम से 103 शिक्षकों के वेतन भुगतान की सूची जारी की गई थी, लेकिन अब तक अल्पसंख्यक विद्यालयों में योगदान देने वाले शिक्षकों का भुगतान लंबित है.
वेतन भुगतान को लेकर अल्पसंख्यक विद्यालयों के शिक्षक मंगलवार की शाम चार बजे एक साथ समाहरणालय पहुंचे और जिला शिक्षा पदाधिकारी से भुगतान प्रक्रिया में हो रही देरी के बारे में जानकारी लेनी चाही, लेकिन उन्हें कोई जानकारी नहीं मिली. शाम 6 बजे के बाद भी शिक्षा अधिकारी से मुलाकात नहीं हुई तो सभी शिक्षक निराश होकर चले गए.
अधिकारी कर रहे भुगतान में देरी
पीड़ित शिक्षकों का कहना है कि भुगतान आदेश के बावजूद शिक्षा विभाग के अधिकारी भुगतान में देरी कर रहे हैं. नवनियुक्त शिक्षकों के लिए यह चिंता का कारण बनता जा रहा है. लगातार एक-दो वर्षों तक शिक्षण कार्य में योगदान देने के बावजूद लंबित भुगतान प्रक्रिया से शिक्षक परेशान हैं. शिक्षकों ने कहा कि मार्च माह में भुगतान आदेश के बावजूद भुगतान नहीं होने से पूरी राशि वापस हो जायेगी और नये वित्तीय वर्ष में शिक्षकों के समक्ष गंभीर आर्थिक संकट उत्पन्न हो जायेगा.
शिक्षकों ने दी आंदोलन की चेतावनी
शिक्षा विभाग को जल्द से जल्द इस मसले का समाधान निकालना चाहिए. जिला शिक्षा अधिकारी भुगतान आदेशों की जांच का हवाला देकर भुगतान प्रक्रिया में बार-बार देरी कर रहे हैं, जिससे शिक्षकों को आर्थिक और मानसिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. शिक्षकों ने कहा कि अगर समय पर भुगतान नहीं हुआ तो वे उपायुक्त से मिलेंगे और अगर वहां भी भुगतान नहीं हुआ तो वे आंदोलन करने को बाध्य होंगे.
इधर डीएसई अभय कुमार शील ने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है. खूंटी में योगदान किये अभी सात दिन ही हुए हैं. मैं देखूंगा कि मामला क्या है. उन्होंने कहा कि अगर शिक्षकों के वेतन से संबंधित कोई समस्या है तो जांच के बाद भुगतान की प्रक्रिया की जायेगी.
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