अलवर : टेक्नोलॉजी के इस युग में एक ओर जहां बच्चे अपना ज्यादातर समय फोन पर व्यतीत कर रहे हैं तो वहीं, दूसरी ओर हरियाणा के रेवाड़ी जिले की 11 साल की आराध्या आज सभी के लिए प्रेरणा बनी है. साइकिलिंग की शौकिन आराध्या दिल्ली के इंडिया गेट से मुंबई की यात्रा पर है और उसकी ये यात्रा पर्यावरण संरक्षण को समर्पित है. सबसे खास बात यह है कि इस यात्रा के बाद आराध्या अगले साल मार्च में माउंट एवरेस्ट फतह की तैयारी में है. यदि आराध्या सफलतापूर्वक अपनी यात्रा पूरी करती है तो वो सबसे कम उम्र में इस यात्रा को पूरी करने वाली पहली शख्स होने का रिकॉर्ड अपने नाम करेगी. बता दें कि आराध्या ने 25 अगस्त को अपनी यात्रा की शुरुआत की थी.
आराध्या ने बताया कि वो हरियाणा के रेवाड़ी जिले की रहने वाली है और उसकी उम्र 11 साल है. वर्तमान में वो कक्षा आठवीं में पढ़ती है. उसने बताया कि उसका एक मात्र उद्देश्य लोगों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करना है, ताकि लोग ज्यादा से ज्यादा प्लांटेशन करें. वहीं, दिल्ली से मुंबई तक की अपनी यात्रा में वो बड़े शहरों में रुककर प्लांटेशन भी कर रही है.
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अलवर में हुआ आराध्या का भव्य स्वागत : अलवर पहुंचने पर आराध्या का भव्य स्वागत किया गया. आराध्या ने बताया कि उसने अपनी यात्रा की शुरुआत दिल्ली के इंडिया गेट से की है और मुंबई जा रही है. इस बीच वो रास्ते में रुककर लोगों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करने के साथ ही उन्हें पौधारोपण के लिए प्रोत्साहित कर रही है, ताकि हमारा वातावरण स्वच्छ बना रहे हैं. साथ ही उसने बताया कि उसका अगला टारगेट माउंट एवरेस्ट है. इस यात्रा के पीछे उसका मुख्य उद्देश्य वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने का है.
मां और मामा से मिली प्रेरणा : आराध्या की मां निशा ने बताया कि वो खुद भी आराध्या के साथ दूसरे वाहन में चल रही हैं. उनका कहना है कि वो खुद अलवर से हैं और पहले साइकिलिंग करती थीं, लेकिन किन्हीं कारणों के चलते उन्होंने साइकिलिंग बंद कर दी. आराध्या को प्रेरणा उसके मामा और मां से मिली. निशा ने बताया कि वो और उनके भाई माउंट एवरेस्ट पर जा चुके हैं. इसी से आराध्या को प्रेरणा मिली. इसी के बाद आराध्या ने माउंट एवरेस्ट फतह करने का मन बनाया. आराध्या की यह यात्रा अगले साल मार्च में शुरू होगी. निशा ने बताया कि साइकिल से दिल्ली से मुंबई जाने का मोटिव सिर्फ प्लांटेशन अवेयरनेस है. इस यात्रा में आराध्या रोजाना करीब 130 किलोमीटर की साइकिलिंग कर रही है. वहीं, आराध्या को मुंबई पहुंचने में करीब 12 दिन लगेंगे.
भारत के नाम रिकॉर्ड बनाना है लक्ष्य : आराध्या की मां निशा ने बताया कि आराध्या की माउंट एवरेस्ट फतह करने की यात्रा मार्च में शुरू होगी. उन्होंने बताया कि उनका मकसद है कि अगर आराध्या सफल होती है तो भारत के नाम एक नया वर्ल्ड रिकॉर्ड होगा. इससे पहले अमेरिका के नाम यह रिकॉर्ड है. 13 साल 10 महीने के बच्चे रोमेरो जॉर्डन ने माउंट एवरेस्ट फतह किया था. निशा ने कहा कि आराध्या को परिवार का पूरा सपोर्ट है, लेकिन वो छोटी है, इसलिए वो खुद उसके साथ इस यात्रा में शामिल हुई हैं. निशा ने कहा कि यदि परिवार का साथ मिले तो बच्चे कोई भी मुकाम हासिल कर सकते हैं.
12 साल 5 माह की उम्र में होगा माउंट एवरेस्ट फतह : निशा ने बताया कि आराध्या माउंट एवरेस्ट को फतह करने की तैयारी कर रही है. आराध्या की यह यात्रा मार्च में शुरू होगी. यदि इस यात्रा को वो सफलतापूर्वक पूरा करती है तो 12 साल 5 माह में माउंट एवरेस्ट फतह करने वाली पहली सबसे कम उम्र की बच्ची होगी और इसी के साथ ही भारत के नाम विश्व रिकार्ड दर्ज होगा. निशा ने बताया कि इससे पहले वे खुद अपने भाई के साथ कई जगहों पर सफलतापूर्वक यात्रा कर चुकी हैं.