रांची: झारखंड के 4 सौ से ज्यादा सरकारी 108 एंबुलेंस सेवा से जुड़े करीब 16 सौ कर्मी आंदोलन करने पर मजबूर हैं. सरकार से अपने 6 सूत्री मांगों को लेकर सभी कर्मी पिछले 24 घंटे से आंदोलन पर हैं. अपने आंदोलन को सफल बनाने के लिए रांची जिले के सभी 108 एंबुलेंस के ड्राइवर और टेक्नीशियन ने रांची सदर अस्पताल पहुंच कर अपनी मांगों के समर्थन में प्रदर्शन किया. आंदोलित एंबुलेंस कर्मियों ने बताया कि उनके आंदोलन की वजह से राज्य में 108 एम्बुलेंस सेवा ठप है और मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
3 महीने से नहीं मिला है वेतन
आंदोलित 108 एम्बुलेंस कर्मी मृत्युंजय कुमार ने बताया कि महंगाई के इस दौर में पिछले 3 महीने से वेतन नहीं मिला है. ऐसे में घर परिवार चलाना भी भारी पड़ रहा है. वहीं 108 सुविधा देने वाली कंपनी जीवीके एंटरप्राइजेज के विक्रम चक्रवर्ती ने फोन पर बताया कि कंपनी का सरकार के पास 108 एम्बुलेंस परिचालन का 40 से 45 करोड़ का बकाया है. ऐसे में जैसे ही सरकार से बकाए का भुगतान होगा, तुरंत सभी कर्मियों को बकाया पेमेंट कर दिया जाएगा.
सरकारी 108 एंबुलेंस कर्मियों के हड़ताल की वजह से मरीजों को कोई परेशानी नहीं हो इसके लिए पर रांची सदर अस्पताल और जिले की सभी सीएचसी में विभागीय चालकों को एम्बुलेंस सेवा में लगाया गया है. रांची के सिविल सर्जन डॉ प्रभात कुमार ने कहा कि एम्बुलेंस 108 सेवाकर्मियों की हड़ताल का असर जरूर पड़ा है. लेकिन विभाग अपनी ओर से पूरी कोशिश कर रहा है कि मरीजों को कोई दिक्कत न हो. आंदोलित 108 एम्बुलेंस कर्मी सदर अस्पताल के बाद स्वास्थ्य मंत्री आवास पर पहुंचे.
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