रांची: झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र 26 जुलाई से शुरू हो रहा है. सत्र को लेकर रांची पुलिस ने सुरक्षा की तैयारियां पूरी कर ली हैं. विधानसभा सत्र के दौरान सड़क से लेकर विधानसभा तक सुरक्षा के लिए 1000 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे. सहायक पुलिस और पारा शिक्षकों के आंदोलन को देखते हुए विधानसभा की ओर जाने वाली आधा दर्जन से अधिक सड़कों पर बैरिकेडिंग भी की गई है.
सत्र को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतेजाम
विधानसभा के मानसून सत्र को लेकर पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है. अनुमान लगाया जा रहा है कि विधानसभा का मानसून सत्र हंगामेदार हो सकता है. कई मुद्दों को लेकर विधानसभा घेराव के कार्यक्रम भी पहले से तय हैं. कई मुद्दों को लेकर विधानसभा के बाहर तनाव की स्थिति भी उत्पन्न हो सकती है. खासकर सहायक पुलिसकर्मियों के आंदोलन को लेकर विशेष सतर्कता बरती जा रही है.
रांची के एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि विधानसभा सत्र के दौरान कड़ी सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए पूरे परिसर के चारों ओर चार लेयर का सुरक्षा घेरा बनाया गया है. 1000 जवानों के साथ 15 इंस्पेक्टर और 06 डीएसपी रैंक के अधिकारी भी सुरक्षा पर नजर रखेंगे.
सत्र के दौरान विधानसभा और उसके आसपास के इलाकों में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की जा रही है. सत्र के दौरान सुरक्षा में तैनात होने वाले सुरक्षाकर्मियों को कई निर्देश भी जारी किए गए हैं. सुरक्षा में किसी तरह की चूक न हो, इस पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है.विधानसभा के आसपास कई जगहों पर बैरिकेडिंग भी की गई है.
जवानों को किया गया ब्रीफ
झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र के लिए सुरक्षा व्यवस्था की तैयारी के साथ ही रांची एसएसपी द्वारा सुरक्षाकर्मियों को ब्रीफिंग भी की गई है. सभी कर्मियों को सत्र के दौरान किसी भी तरह की चूक न हो, इसका विशेष ध्यान रखने का निर्देश दिया गया है. पुलिस अधिकारियों को विधानसभा और उसके आसपास के इलाकों में गश्त करने का निर्देश दिया गया है.
आंदोलनकारियों पर विशेष नजर
विधानसभा सत्र के दौरान कई तरह के आंदोलन अचानक शुरू हो जाते हैं, इसको ध्यान में रखते हुए पुलिस ने अपनी विशेष रणनीति बनाई है, आंदोलनकारियों को विधानसभा के पास स्थित विस्थापित भवन के पास मैदान तक ही सीमित रहने का निर्देश दिया गया है.
खासकर हटिया डीएसपी के क्षेत्र के अलावा धुर्वा, नगड़ी, जगन्नाथपुर, डोरंडा और अरगोड़ा थाने को विशेष रूप से सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है. उन्हें सड़कों पर नियमित गश्ती करने का निर्देश दिया गया है. विधानसभा सत्र को लेकर मेकन चौक, सेटेलाइट चौक से विधानसभा तक दो दर्जन से अधिक बैरिकेडिंग की गई है.
मोबाइल का इस्तेमाल बंद
वहीं विशेष सत्र के दौरान ड्यूटी पर तैनात पुलिस अधिकारियों और जवानों को मोबाइल फोन का इस्तेमाल न करने की सख्त हिदायत दी गई है. सभी पुलिसकर्मियों को निर्देश दिए गए हैं कि अगर जवान बिना किसी जरूरत या मनोरंजन के लिए मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते पाए गए तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
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