नई दिल्ली : छह भारतीय पहलवानों द्वारा ओलंपिक कोटा हासिल करने के बाद भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष संजय सिंह ने कहा है कि 2024 पेरिस खेलों में कौन सा पहलवान भाग लेगा, इसका फैसला महासंघ करेगा, न कि भारतीय ओलंपिक संघ. उन्होंने कहा कि शोपीस इवेंट के लिए अंतिम टीम चुनने के लिए नए सिरे से परीक्षण आयोजित किए जाएंगे.
डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष संजय सिंह ने आईएएनएस को बताया, 'पेरिस ओलंपिक में कौन सा पहलवान भाग लेगा, इसका फैसला आईओए नहीं, बल्कि भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) करेगा और साथ ही नए सिरे से ट्रायल भी होंगे. पहले ऐसी खबरें थीं कि ओलंपिक संघ पहलवानों पर अंतिम फैसला लेगा लेकिन डब्ल्यूएफआई ने साफ कर दिया है, 'हमें यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग से मंजूरी मिल गई है. और टीम चुनना हमारा कर्तव्य होगा.
इस्तांबुल में हाल ही में संपन्न विश्व क्वालीफायर में, जो पहलवानों के लिए अंतिम पेरिस ओलंपिक क्वालीफाइंग इवेंट था, अमन सहरावत और निशा दहिया ने कुश्ती में भारत के कोटा की संख्या छह तक पहुंचा दी. अंतिम पंघाल (53 किग्रा) ने 2023 विश्व कुश्ती चैंपियनशिप से भारत के लिए पहला कोटा अर्जित किया, जबकि विनेश फोगट (50 किग्रा), अंशू मलिक (57 किग्रा) और रीतिका हुडा (76 किग्रा) ने पिछले महीने बिश्केक में आयोजित एशियाई क्वालीफायर में और कोटा जोड़ा.