नई दिल्ली : यूपी टी20 लीग के दूसरे सीजन में सभी टीमें जमकर जलवा बिखेर रही हैं. कानपुर सुपरस्टार्स के शानदार प्रदर्शन ने लखनऊ के इकाना क्रिकेट स्टेडियम में नोएडा किंग्स पर सात विकेट से जीत हासिल की. गेंदबाजों ने नोएडा को 119 रन पर रोक दिया उसके बाद बल्लेबाजों ने 28 गेंद शेष रहते हुए इस चुनौती को पार कर लिया.
टॉस जीतकर नोएडा ने पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया. सलामी बल्लेबाजों की शुरुआत काफी सतर्क रही क्योंकि उन्होंने लगातार स्ट्राइक बदलना जारी रखी और बाउंड्री नहीं लगाई. शुरुआती चरण में, विनीत पनवार कानपुर के लिए विशेष रूप से अच्छे थे क्योंकि उन्होंने चौथे ओवर में आदित्य शर्मा को आउट करते हुए एक विकेट मेडन फेंका था.
इसके बाद मुकेश कुमार को आक्रमण में लाया गया, जिन्होंने बहुत ही किफायती गेंदबाजी की और मोहम्मद अमान और नितीश राणा के विकेट लिए. नौवें ओवर में जब मुकेश ने राणा को आउट किया तो नोएडा का स्कोर चार विकेट पर 34 रन था.
रन-स्कोरिंग कोई आसान काम नहीं था. मैच का पहला छक्का पीयूष चावला के बल्ले से निकला, जो 12वें ओवर में जब स्कोर पांच विकेट पर 50 रन था तब उन्होंने अपनी दूसरी गेंद को पार किया. नोएडा अपनी पारी में केवल दो चौके ही लगा सका था. चावला के 19 और मोहम्मद शरीम के प्रयासों के कारण नोएडा ने 20 ओवरों में 119 रन बनाए.
शारिम की पारी महत्वपूर्ण थी क्योंकि वह नोएडा का सबसे आक्रामक बल्लेबाज थे. इन परिस्थितियों में 20 गेंद में 35 रन का स्कोर बहुमुल्य था.अपनी पारी के दौरान उन्होंने एक चौका और चार छक्के लगाए. जब वह 16वें ओवर में बल्लेबाजी के लिए उतरे तो नोएडा का स्कोर छह विकेट पर 68 रन था. शरीम ने वैसे ही शुरुआत की जिसके लिए वह जाना जाता था. उसने अपनी पहली ही गेंद पर आकिब खान की गेंद पर मिड-विकेट के ऊपर से छक्का जड़ दिया.
शारीम अंत तक टिके रहे और पारी की आखिरी गेंद पर रन लेने के प्रयास में रन आउट हो गए. मुकेश कानपुर के सबसे सफल गेंदबाज रहे लेकिन अन्य ने भी अच्छा प्रदर्शन किया. अंकुर मलिक ने दो ओवर फेंके और केवल चार रन देकर एक विकेट लिया. मोहसिन खान ने 27 रन देकर दो विकेट चटकाये जबकि पनवार और आकिब को एक-एक विकेट मिला.16 वें ओवर की दूसरी गेंद पर कानपुर ने यह लक्ष्य प्राप्त कर लिया.
लक्ष्य का पीछा करने उतरी कानपुर की शुरुआत खराब रही जब आशियान सैफी दूसरे ओवर में मिडविकेट पर शॉट लगाने के प्रयास में आउट हो गए. कानपुर के विकेटकीपर-बल्लेबाज शोएब सिद्दीकी ने अपनी टीम की घबराहट को दूर किया. अपने आक्रामक रवैये से उन्होंने सुनिश्चित किया कि रन तेज गति से आएं. उन्होंने कुछ गति पाने के लिए चौथे ओवर की पहली दो गेंदों पर चौके लगाए.