नई दिल्ली : भारत बनाम अफ्रीका के बीच खेले जा रहे सेमीफाइनल मुकाबले में अफ्रीका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 244 रन बनाए. भारत को फाइनल में पहुंचने के लिए 50 ओवर में 245 रनों की जरूरत होगी. भारत के बेहतरीन गेंदबाजी आक्रमण के चलते अफ्रीका बड़ा स्कोर बनाने में नाकामयाब रही. हालांकि, अफ्रीका के विकेटकीपर लुआन और रिचर्ड्स ने अर्धशतकीय पारी खेली.
भारत के पहले गेंदबाजी करने के फैसले के बाद बल्लेबाजी करने उतरी साउथ अफ्रीका का पहला विकेट 23 रन को स्कोर पर गिरा. भारतीय तेज गेंदबाज राज लिंबानी ने स्टीव स्टोक को 14 रन के निजी स्कोर पर अवनीश के हाथो कैच कराया. अफ्रीका को दूसरा झटका 9वें ओवर में लगा जब डेविड टीगर टीम के 46 रन के स्कोर पर बोल्ड हो गए. टीगर बिना खाता खोले पवेलियन लौटे.
अफ्रीका की तरफ से सबसे बडी पारी विकेटकीपर लुआन-ड्रे प्रिटोरियस ने खेली. उन्होंने 102 गेंदो का सामना करते हुए 76 रन बनाए जिसमें 6 चौके और 3 चौके शामिल थे. अफ्रीकी विकेटकीपर पारी के 31वें ओवर में मुशीर खान का शिकार बनें. लुआन के बाद रिचर्ड सेलेट्सवे ने अफ्रीका के लिए अर्धशतकीय पारी खेली. रिचर्ड ने संघर्ष करते हुए 100 गेंदों में 64 रन बनाए जिसमें 4 चौके और 2 छक्के शामिल थे. इन दोनों बल्लेबाजों के अलावा कोई भी अफ्रीकी बल्लेबाज खास प्रदर्शन नहीं कर सका. अन्य बल्लेबाजों की बात करें तो ओलीवर व्हाइटहेड ने 22 डिवान मैरिस ने 3 और कप्तान जॉन जेम्स ने 24 रन बनाए.
भारत के गेंदबाजी आक्रमण की बात करें तो भारतीय गेंदबाजों ने बेहतरीन गेंदबाजी की. तेज गेंदबाज राज लिंबानी ने 9 ओवर में 60 रन देकर 3 विकेट झटके. वहीं, ऑलराउंडर मुशीर खान ने भी 10 ओवर में 43 रन देकर 2 विकेट लिए. नमन तिवारी और स्पिनर सौम्य पांडे एक-एक विकेट ही हासिल कर पाए.
बता दें कि भारतीय टीम ने इस विश्व कप में पहली पारी पहले गेंदबाजी की है. इससे पहले सभी मैचों में भारत को पहले बल्लेबाजी करने का ही मौका मिला है. भारत की बेहतरीन गेंदबाजी की बदौलत ही अफ्रीका की टीम घरेलू मैदान पर भी बड़ा स्कोर नहीं बना पाई. अब देखना यह है कि क्या भारतीय टीम दवाब वाले मैच में भी अपना पुराना प्रदर्शन लगातार जारी रखती है या 235 रनों के लक्ष्य को हासिल करते हुए बिखरती है.