ETV Bharat / sports

WATCH: राहुल द्रविड़ ने फेयरवेल वीडियो में बोली बड़ी बात, जानिए किस सीरीज को बताया अपनी पसंदीदा सीरीज - Rahul Dravid Farewell

Rahul Dravid Farewell: टी20 विश्व कप 2024 के समापन के साथ भारत के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ के पद से हटने वाले राहुल द्रविड़ ने कहा कि युवाओं का आना और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ऐसा प्रदर्शन करना बहुत बड़ी बात है. पढ़िए पूरी खबर..

Etv Bharat
Etv Bharat (Etv Bharat)
author img

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jul 6, 2024, 2:38 PM IST

नई दिल्ली: भारत क्रिकेट टीम के कोच हेड कोच राहुल द्रविड़ का कार्यकाल टी20 वर्ल्ड कप 2024 के साथ ही समाप्त हो गया है. राहुल द्रविड़ ने भारत को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप, टी20 वर्ल्ड कप 2022 सेमीफाइनल, वनडे वर्ल्ड कप 2023 फाइनल में पहुंचाया था. इसके बाद राहुल द्रविड़ ने टीम से जाते जाते भारतीय टीम ने टी20 वर्ल्ड कप 2024 की ट्रॉफी जीत अपने कोच को यादगार विदाई दी है. अब बीसीसीआई ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर कोच राहुल द्रविड़ के लिए एक फेयरवेल वीडियो शेयर किया है, जिसमें राहुद अपने कार्यकाल और अन्य बातों को लेकर अपनी राय देते हुए नजर आ रहे हैं.

नए खिलाड़ियों को मिलेगा मौका
राहुल द्रविड़ ने अपने रोमांचक ढाई साल के सफर के बारे में बात करते हुए कहा, 'हमने पिछले एक साल में लाल गेंद और सफेद गेंद दोनों तरह के क्रिकेट में युवा खिलाड़ियों को बहुत सारे अवसर दिए. बहुत से लोगों को टीम में शामिल किया. यह देखकर खुशी हुई कि उन्होंने कितनी जल्दी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के साथ तालमेल बिठाया और इन युवा खिलाड़ियों ने आते ही जिस तरह का प्रदर्शन किया. उनमें से कुछ ने निश्चित रूप से विकास किया और थोड़े समय तक टीम में बने रहे, लेकिन उनमें से कुछ ऐसे समय में टीम में थे जब कुछ वरिष्ठ खिलाड़ी आराम कर रहे थे और मुझे यकीन है कि उन्हें उनके अवसर मिलेंगे. मुझे लगता है कि यह सबसे कठिन काम रहा है. उससे मुझे लगता है कि यह टीम के साथ-साथ रणजी ट्रॉफी और जिस तरह का घरेलू क्रिकेट खेला जा रहा है, उसको भी मदद करेगा'.

टीम में अच्छा माहौल बनाना मकसद
द्रविड़ ने अपने सामने आई चुनौतियों और युवाओं को अवसर देने के बारे में कहा, 'वह खिलाड़ियों के लिए एक सुरक्षित माहौल बनाना चाहते हैं और टीम में बहुत अधिक बदलाव नहीं करना चाहते क्योंकि उनका मानना ​​है कि इससे टीम में बहुत अधिक अराजकता पैदा होती है. मैं एक ऐसी टीम का हिस्सा हूं, जिसकी जिम्मेदारी सही खेल और शानदार माहौल बना रहे, जिसमें विफलता का डर न हो, लेकिन लोगों को आगे बढ़ाने के लिए यह काफी चुनौती हों. मैं ऐसा व्यक्ति हूं जो निरंतरता पसंद करता है और बहुत सी चीजों को बदलना पसंद नहीं करता क्योंकि मेरा मानना ​​है कि इससे बहुत अधिक स्थिरता नहीं आती है और बहुत अच्छा माहौल नहीं बनता है.

ये हमारा 'सर्वश्रेष्ठ काम' था - राहुल
द्रविड़ ने कोचिंग जिम्मेदारी पर अपने विचारों पर कहा, 'उनके और कोचिंग स्टाफ के लिए असली चुनौती घरेलू मैदान पर पांच मैचों की टेस्ट सीरीज थी, जिसे इस साल की शुरुआत में मेन इन ब्लू ने 4-1 से जीता था और उन्होंने कहा कि यह उनका 'सर्वश्रेष्ठ काम' था. भारत के दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली ने व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए और केएल राहुल और रवींद्र जडेजा के चोटिल होने और मेन इन ब्लू को सरफराज खान, रजत पाटीदार, ध्रुव जुरेल, देवदत्त पड्डिकल और आकाश दीप सिंह जैसे युवाओं को डेब्यू का मौका देने के कारण अपना नाम वापस ले लिया था.

इंग्लैंड सीरीज जीतना था चुनौती - राहुल
पूर्व भारतीय कप्तान राहुल ने कहा, 'इस समय घरेलू मैदान पर इंग्लैंड की सीरीज 1-0 से हारने के बाद सीरीज जीतने और फिर चोट और अन्य कारणों से कई खिलाड़ियों को खोने, ग्रुप में आने के लिए कई युवा खिलाड़ियों पर निर्भर रहने और फिर उस सीरीज को 4-1 से जीतने के साथ-साथ यह भी महसूस किया कि कोचिंग स्टाफ और एक समूह के रूप में हमारी परीक्षा हुई और हमें चुनौतियों का सामना करना पड़ा. मुझे लगता है कि सीरीज के दौरान शायद हमें अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने का अहसास हुआ. सरफराज खान, ध्रुव जुरेल और देवदत्त पड्डिकल ने भारत के लिए जीत सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण पारियां खेलीं'. द्रविड़ ने अंत में कहा, बेंच पर ऐसे प्रतिभाशाली खिलाड़ियों का होना टीम प्रबंधन के लिए एक सपना है, जिसमें हर कोई आगे आकर दिग्गजों की जगह भरने का प्रयास कर रहा है.

ये खबर भी पढ़ें : जानिए जिम्बाब्वे के खिलाफ कैसी होगी भारत की प्लेइंग-11, इस विस्फोटक बल्लेबाज का होगा डेब्यू ?

नई दिल्ली: भारत क्रिकेट टीम के कोच हेड कोच राहुल द्रविड़ का कार्यकाल टी20 वर्ल्ड कप 2024 के साथ ही समाप्त हो गया है. राहुल द्रविड़ ने भारत को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप, टी20 वर्ल्ड कप 2022 सेमीफाइनल, वनडे वर्ल्ड कप 2023 फाइनल में पहुंचाया था. इसके बाद राहुल द्रविड़ ने टीम से जाते जाते भारतीय टीम ने टी20 वर्ल्ड कप 2024 की ट्रॉफी जीत अपने कोच को यादगार विदाई दी है. अब बीसीसीआई ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर कोच राहुल द्रविड़ के लिए एक फेयरवेल वीडियो शेयर किया है, जिसमें राहुद अपने कार्यकाल और अन्य बातों को लेकर अपनी राय देते हुए नजर आ रहे हैं.

नए खिलाड़ियों को मिलेगा मौका
राहुल द्रविड़ ने अपने रोमांचक ढाई साल के सफर के बारे में बात करते हुए कहा, 'हमने पिछले एक साल में लाल गेंद और सफेद गेंद दोनों तरह के क्रिकेट में युवा खिलाड़ियों को बहुत सारे अवसर दिए. बहुत से लोगों को टीम में शामिल किया. यह देखकर खुशी हुई कि उन्होंने कितनी जल्दी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के साथ तालमेल बिठाया और इन युवा खिलाड़ियों ने आते ही जिस तरह का प्रदर्शन किया. उनमें से कुछ ने निश्चित रूप से विकास किया और थोड़े समय तक टीम में बने रहे, लेकिन उनमें से कुछ ऐसे समय में टीम में थे जब कुछ वरिष्ठ खिलाड़ी आराम कर रहे थे और मुझे यकीन है कि उन्हें उनके अवसर मिलेंगे. मुझे लगता है कि यह सबसे कठिन काम रहा है. उससे मुझे लगता है कि यह टीम के साथ-साथ रणजी ट्रॉफी और जिस तरह का घरेलू क्रिकेट खेला जा रहा है, उसको भी मदद करेगा'.

टीम में अच्छा माहौल बनाना मकसद
द्रविड़ ने अपने सामने आई चुनौतियों और युवाओं को अवसर देने के बारे में कहा, 'वह खिलाड़ियों के लिए एक सुरक्षित माहौल बनाना चाहते हैं और टीम में बहुत अधिक बदलाव नहीं करना चाहते क्योंकि उनका मानना ​​है कि इससे टीम में बहुत अधिक अराजकता पैदा होती है. मैं एक ऐसी टीम का हिस्सा हूं, जिसकी जिम्मेदारी सही खेल और शानदार माहौल बना रहे, जिसमें विफलता का डर न हो, लेकिन लोगों को आगे बढ़ाने के लिए यह काफी चुनौती हों. मैं ऐसा व्यक्ति हूं जो निरंतरता पसंद करता है और बहुत सी चीजों को बदलना पसंद नहीं करता क्योंकि मेरा मानना ​​है कि इससे बहुत अधिक स्थिरता नहीं आती है और बहुत अच्छा माहौल नहीं बनता है.

ये हमारा 'सर्वश्रेष्ठ काम' था - राहुल
द्रविड़ ने कोचिंग जिम्मेदारी पर अपने विचारों पर कहा, 'उनके और कोचिंग स्टाफ के लिए असली चुनौती घरेलू मैदान पर पांच मैचों की टेस्ट सीरीज थी, जिसे इस साल की शुरुआत में मेन इन ब्लू ने 4-1 से जीता था और उन्होंने कहा कि यह उनका 'सर्वश्रेष्ठ काम' था. भारत के दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली ने व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए और केएल राहुल और रवींद्र जडेजा के चोटिल होने और मेन इन ब्लू को सरफराज खान, रजत पाटीदार, ध्रुव जुरेल, देवदत्त पड्डिकल और आकाश दीप सिंह जैसे युवाओं को डेब्यू का मौका देने के कारण अपना नाम वापस ले लिया था.

इंग्लैंड सीरीज जीतना था चुनौती - राहुल
पूर्व भारतीय कप्तान राहुल ने कहा, 'इस समय घरेलू मैदान पर इंग्लैंड की सीरीज 1-0 से हारने के बाद सीरीज जीतने और फिर चोट और अन्य कारणों से कई खिलाड़ियों को खोने, ग्रुप में आने के लिए कई युवा खिलाड़ियों पर निर्भर रहने और फिर उस सीरीज को 4-1 से जीतने के साथ-साथ यह भी महसूस किया कि कोचिंग स्टाफ और एक समूह के रूप में हमारी परीक्षा हुई और हमें चुनौतियों का सामना करना पड़ा. मुझे लगता है कि सीरीज के दौरान शायद हमें अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने का अहसास हुआ. सरफराज खान, ध्रुव जुरेल और देवदत्त पड्डिकल ने भारत के लिए जीत सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण पारियां खेलीं'. द्रविड़ ने अंत में कहा, बेंच पर ऐसे प्रतिभाशाली खिलाड़ियों का होना टीम प्रबंधन के लिए एक सपना है, जिसमें हर कोई आगे आकर दिग्गजों की जगह भरने का प्रयास कर रहा है.

ये खबर भी पढ़ें : जानिए जिम्बाब्वे के खिलाफ कैसी होगी भारत की प्लेइंग-11, इस विस्फोटक बल्लेबाज का होगा डेब्यू ?
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.