नई दिल्ली : खेल का मैदान हो या युद्ध, हर खिलाड़ी और योद्धा की एक ही ख्वाहिश होती है कि वह मैदान पर कुछ ऐसा करे जिसकी मिसाल सालों तक दी जाए. ऐसा ही एक कारनामा पाकिस्तानी खिलाड़ी साजिद खान ने कर दिखाया है. रावलपिंडी में इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे टेस्ट में पाकिस्तान मुश्किल में था और उसे एक अहम साझेदारी की जरूरत थी.
अपनी स्पिन गेंदों से अंग्रेजों को परेशान करने वाले साजिद के पास बल्ले से भी देश के लिए कुछ यादगार करने का मौका था. साजिद ने इस मौके का पूरा फायदा भी उठाया. बल्लेबाजी करते समय गेंद उनके हेलमेट को छेदती हुई उनके चेहरे पर लगी, लेकिन इससे भी साजिद का उत्साह कम नहीं हो सका. उनकी जर्सी खून से लथपथ थी और दर्द उनके शरीर पर हावी था, लेकिन साजिद एक योद्धा की तरह पिच पर डटे रहे.
साजिद की यादगार पारी
साजिद खान जब बल्लेबाजी करने आए तो पाकिस्तान की टीम मुश्किल में थी. एक समय तो ऐसा लगा कि टीम इंग्लैंड के स्कोर की बराबरी भी नहीं कर पाएगी. लेकिन साजिद ने ड्रेसिंग रूम से कुछ और ही तय कर लिया था और मैदान पर डटे रहे उन्होंने सऊद शकील के साथ 72 रनों की अहम साझेदारी की.
पारी के 91वें ओवर में बल्लेबाजी करते हुए रेहान अहमद के खिलाफ शॉट खेलने की कोशिश में साजिद की ठोड़ी पर गेंद लग गई. इसके बाद साजिद की ठोड़ी में चोट लग गई और फिजियो को मैदान पर आना पड़ा. कुछ ही देर में साजिद की सफेद जर्सी खून से सन गई, लेकिन पाकिस्तान के बल्लेबाज ने बल्लेबाजी जारी रखी. साजिद ने मैदान छोड़ने से साफ इनकार कर दिया. साजिद क्रीज पर डटे रहे और दो चौकों और चार गगनचुंबी छक्कों की मदद से 48 रनों की जोरदार पारी खेली और नाबाद रहे.
गेंदबाजी में भी साजिद का जादू
बल्लेबाजी से पहले साजिद खान ने गेंदबाजी में भी अपना हुनर दिखाया. पाकिस्तान के इस स्पिनर ने पहली पारी में इंग्लैंड के छह बल्लेबाजों को पवेलियन पहुंचाया. साजिद ने जो रूट, हैरी ब्रूक, बेन स्टोक्स को आउट किया. इस टेस्ट मैच में ही नहीं बल्कि इस सीरीज में भी साजिद पाकिस्तान के मसीहा बन गए हैं.
मुल्तान टेस्ट में मिली शानदार जीत में भी साजिद ने अहम भूमिका निभाई थी. इस सीरीज की 4 पारियों में साजिद ने कुल 19 इंग्लिश बल्लेबाजों को पवेलियन भेजा था. अपने रिकॉर्ड प्रदर्शन के लिए उन्हें मैन ऑफ द सीरीज के अवॉर्ड से सम्मानित किया गया. उन्होंने इस सीरीज के 2 मैचों में बल्लेबाजी में 72 रन बनाए और गेंदबाजी में 19 विकेट लिए.