नई दिल्ली : आज ही के दिन 13 साल पहले भारत को बड़ी उपलब्धि हासिल हुई थी. इस दिन भारत ने श्रीलंका को पराजित करते हुए विश्व कप खिताब हासिल किया था. पूर्व भारतीय लीजेंड क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने 2011 वनडे विश्व कप की 13वीं वर्षगांठ पर जीत को याद किया. 2 अप्रैल का दिन भारतीय क्रिकेट के लिए बहुत खास है, क्योंकि भारत ने 1983 में अपनी पहली जीत के बाद 28 साल के इंतजार को खत्म करते हुए अपना दूसरा एकदिवसीय विश्व कप खिताब जीता था.
भारतीय क्रिकेट के मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने 2011 विश्व कप ट्रॉफी के पल की एक तस्वीर साझा करते हुए अपने सोशल मीडिया पर लिखा
13 साल पहले, मेरा बचपन का सपना हकीकत में बदल गया. टीम और एक अरब से अधिक लोगों के अविश्वसनीय समर्थन के लिए हमेशा आभारी रहूंगा.
इस मैच में धोनी ने गंभीर के साथ मिलकर श्रीलंका द्वारा निर्धारित 274/6 के लक्ष्य को हासिल करने में भारत की मदद की. बाद में गंभीर के 97 रन पर आउट होने के बावजूद भारत जीत के करीब पहुंच गया, धोनी और युवराज सिंह ने टीम को जीत दिलाई. धोनी के शानदार छक्के ने 10 गेंद शेष रहते भारत की जीत दिला दी. सचिन, जो 1992 से एकदिवसीय विश्व कप में भारतीय टीम का हिस्सा थे, लेकिन उन्हें ट्रॉफी को हाथ लगाने के लिए 19 साल का इंतजार करना पड़ा था.
बीसीसीआई सचिव जय शाह ने भी भारत की 2011 विश्व कप जीत की 13वीं वर्षगांठ के अवसर पर एक्स पर एक पोस्ट साझा किया. उन्होंने लिखा
इस दिन 2011 में, हमारे पुरुषों ने दूसरी बार आईसीसी क्रिकेट विश्व कप जीतकर इतिहास रचा. महान एमएसधोनी के नेतृत्व में, गौतम गंभीर की शानदार पारियों के साथ, सचिन तेंदुलकर की गुणवत्तापूर्ण बल्लेबाजी, युवराज सिंह के हरफनमौला प्रदर्शन और पूरी टीम ने पूरे टूर्नामेंट में असाधारण क्रिकेट खेला. 13 साल पहले इसी रात रोमांचक वानखेड़े स्टेडियम का हर पल भारतीय क्रिकेट की भावना से गूंज उठा था.
भारत के पूर्व स्पिन मास्टर हरभजन सिंह ने भारत की 2011 विश्व कप की सफलता का जश्न मनाते हुए कहा, 2-4-2011 यादगार दिन... विश्वकप विजेता