नई दिल्ली : नेशनल राइफल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (NRAI) के संयुक्त महासचिव पवन सिंह को पेरिस ओलंपिक में बड़ी जिम्मेदारी मिली है. उन्होंने अपनी उपलब्धियों में एक और उपलब्धि जोड़ ली है. पवन शूटिंग खेलों में लगातार दो ओलंपिक खेलों के लिए जूरी चुने गए हैं और ऐसा करने वाले वह पहले भारतीय जूरी होंगे.
टोक्यो ओलंपिक की शूटिंग स्पर्धाओं में पवन सिंह अंपायरिंग करने वाले एकमात्र भारतीय थे. पवन सिंह को पेरिस ओलंपिक खेलों में अंपायरिंग करने वाले चार RTS (परिणाम, समय, स्कोर) जूरी सदस्यों में शामिल करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय शूटिंग खेल महासंघ (ISSF) द्वारा एक बार फिर से चयनित किया गया है. पवन शूटिंग के लिए ओलंपिक खेलों में अंपायरिंग करने वाले एकमात्र भारतीय अधिकारी हैं.
पवन ने कहा, 'मैं जूरी अधिकारी के रूप में अपने लगातार ओलंपिक खेलों में अपने देश का प्रतिनिधित्व करने पर विनम्र और गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं. मैं नेशनल राइफल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (NRAI) और आईएसएसएफ को उनके समर्थन और मेरे काम पर भरोसा करने के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं.
'पेरिस खेल मेरे लिए एक से अधिक कारणों से बहुत खास होंगे. यह मेरा दूसरा ओलंपिक होगा और भारत अपना सबसे बड़ा निशानेबाजी दल भेजेगा. पेरिस में 27 पदकों के लिए 21 निशानेबाज प्रतिस्पर्धा करेंगे, जो चीन के बाद दूसरे स्थान पर है. उन्होंने पवन ने कहा, 'मेरे लिए खुश होने का एक और बड़ा कारण मेरे प्रिय मित्र गगन नारंग का भारतीय दल के शेफ-डी-मिशन के रूप में चुने जाने की खबर है.
पवन और गगन गन फॉर ग्लोरी शूटिंग अकादमी के सह-संस्थापक हैं. गन फॉर ग्लोरी अकादमी की दो निशानेबाज, एलावेनिल वलारिवन और रमिता भी भारतीय निशानेबाजी टीम का हिस्सा हैं और महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धाओं में देश का प्रतिनिधित्व करेंगी.
GFG ने अपनी स्थापना के बाद से कुल 330 अंतर्राष्ट्रीय पदक जीते हैं. हाल ही में ओलंपिक चयन ट्रायल में, गगन गन फॉर ग्लोरी शूटिंग के छह निशानेबाजों ने विभिन्न श्रेणियों में भाग लिया. एलावेनिल और रमिता ने ट्रायल जीतकर पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया, इन ट्रायल के दौरान दोनों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया. रमिता ने आखिरी क्वालीफिकेशन में 636.4 का अविश्वसनीय स्कोर बनाया और एलावेनिल ने फाइनल में 254.3 का स्कोर बनाया, जो एक अनौपचारिक विश्व रिकॉर्ड है.