नई दिल्ली : ट्रैप शूटर मानवजीत सिंह संधू को पेरिस ओलंपिक में भारतीय निशानेबाजी दल से 'दो से चार पदक' की उम्मीद है. आगामी पेरिस ओलंपिक में एथलेटिक्स के बाद भारत का 21 सदस्यीय निशानेबाजी दल दूसरा सबसे बड़ा दल है. यह खेलों के इतिहास में भारत का अब तक का सबसे बड़ा निशानेबाजी दल भी है, जिसने टोक्यो के 15 सदस्यीय दल को पीछे छोड़ दिया है.
निशानेबाजों की संख्या बढ़ने के साथ ही दल से उम्मीदें भी कई गुना बढ़ गई हैं, क्योंकि पिछले दो ओलंपिक में रिकॉर्ड संख्या में खिलाड़ियों के उतरने के बावजूद वे खाली हाथ लौटे थे. हालांकि, ओलंपियन मानवजीत को लगता है कि युवा और अनुभवी सदस्यों का मिश्रण यह दल ओलंपिक में बेहतर प्रदर्शन करेगा.
'ग्लोरी ऑफ फाइव रिंग्स' इवेंट के दौरान मानवजीत ने आईएएनएस से कहा, 'पूरी टीम आत्मविश्वास से भरी हुई है और मुझे दो से चार पदकों की उम्मीद है, खास तौर पर युवा टीम से. हर खिलाड़ी अच्छी तरह से प्रशिक्षित है और उसने इस स्थान के लिए कड़ी मेहनत की है. सभी खिलाड़ी विश्व स्तरीय हैं और उनके पास काफी अनुभव भी है. इसलिए हमारा प्रदर्शन पिछले प्रदर्शनों से कहीं बेहतर होगा.
उन्होंने आगे कहा, 'दिलचस्प बात यह है कि हमारी शूटिंग की प्रकृति काफी अनोखी है. सबसे कम उम्मीद वाला खिलाड़ी शीर्ष स्तर पर प्रदर्शन करता है. इसलिए आप टीम से किसी का नाम नहीं ले सकते. इस खेल में भारत का आखिरी ओलंपिक पदक 2012 लंदन ओलंपिक में आया था, जब विजय कुमार ने पुरुषों की 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल में रजत पदक जीता था और गगन नारंग ने पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल में कांस्य पदक जीता था.
नारंग वर्तमान में भारत के शेफ-डी-मिशन के रूप में पेरिस में हैं. निशानेबाजी में भारत का पहला ओलंपिक पदक राज्यवर्धन सिंह राठौर ने जीता था, जब उन्होंने 2004 एथेंस ओलंपिक में पुरुषों की डबल ट्रैप में रजत पदक जीता था. तब से देश ने इस खेल में तीन और पदक जीते हैं, जिसमें 2008 बीजिंग ओलंपिक में पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल में अभिनव बिंद्रा का ऐतिहासिक पहला व्यक्तिगत स्वर्ण पदक शामिल है.
निशानेबाजों पर उम्मीदों का सबसे बड़ा बोझ होगा क्योंकि वे 2012 के खेलों के बाद पहली बार सफलता पाने की उम्मीद कर रहे होंगे. 21 सदस्यीय निशानेबाजी दल में हमारी सबसे बड़ी उम्मीदें राइफल निशानेबाज सरबजोत सिंह, मनु भाकर, सिफ्ट कौर समरा, ऐश्वर्या प्रताप सिंह तोमर, स्वप्निल कुसाले और रिदम पर केंद्रित होंगी.
'अंजुम मौदगिल ही पदक के लिए प्रयास करेंगी और वह एक चैंपियन खिलाड़ी हैं और जब अंजुम अच्छा प्रदर्शन करती हैं तो टीम में शामिल अन्य युवा खिलाड़ियों को भी इससे आत्मविश्वास मिलता है. इसलिए युवा खिलाड़ी कैसा प्रदर्शन करेंगे यह सब सीनियर खिलाड़ियों पर निर्भर करता है, उन्हें अपना आत्मविश्वास अन्य खिलाड़ियों के साथ साझा करना होगा.
पेरिस ओलंपिक के लिए भारत की शूटिंग टीम :-
राइफल
पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल : संदीप सिंह, अर्जुन बाबूता
महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल: इलावेनिल वलारिवन, रमिता जिंदल
महिलाओं की 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन: सिफ्ट कौर समरा, अंजुम मौदगिल
पुरुषों की 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन: ऐश्वर्या प्रताप सिंह तोमर, स्वप्निल कुसाले
10 मीटर एयर राइफल मिश्रित टीम: संदीप सिंह/इलावेनिल वलारिवन, अर्जुन बाबूता/रमिता जिंदल
पिस्टल
पुरुषों की 10 मीटर एयर पिस्टल :- सरबजोत सिंह, अर्जुन चीमा महिला
10 मीटर एयर पिस्टल :- मनु भाकर, रिदम सांगवान
पुरुष 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल :- अनीश भानवाला, विजयवीर सिद्धू
महिला 25 मीटर पिस्टल :- मनु भाकर, ईशा सिंह
10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम :- सरबजोत सिंह/मनु भाकर, अर्जुन सिंह चीमा/रिदम सांगवान
शॉटगन पुरुष ट्रैप :- पृथ्वीराज टोंडिमान
महिला ट्रैप :- राजेश्वरी कुमारी, श्रेयसी सिंह
पुरुष स्कीट :- अनंतजीत सिंह नरूका
महिला स्कीट :- माहेश्वरी चौहान, रायजा ढिल्लों
स्कीट मिश्रित टीम :- अनंतजीत सिंह नरूका/माहेश्वरी चौहान