जालंधर : पेरिस में आज से ओलंपिक खेलों की शुरुआत हो गई है. दुनिया के बाकी देशों की तरह भारत के खिलाड़ी भी हिस्सा लेने के लिए पेरिस पहुंच चुके हैं. भारतीय हॉकी टीम भी अपना जोश दिखाने के लिए तैयार है. खास बात यह है कि पिछली बार की तरह इस बार भी हॉकी टीम के ज्यादा खिलाड़ी जालंधर में बनी हॉकी के साथ इस टूर्नामेंट में हिस्सा ले रहे हैं.
]Matchday Alert🚨
— Hockey India (@TheHockeyIndia) July 27, 2024
India 🇮🇳 go head-to-head against New Zealand 🇳🇿 as they kick off their Paris Olympics 2024 campaign.
Let’s rally behind the team and show our support!
Watch the match live on @JioCinema & @Sports18 from 9:00 PM onwards.#HockeyIndia #IndiaKaGame… pic.twitter.com/yvAh0p96Vv
जालंधर में बनी हॉकी के साथ मैदान में उतरेंगे 10 खिलाड़ी
जालंधर में अल्फा हॉकी बनाने वाली कंपनी के मालिक जतिन महाजन का कहना है कि इस बार भारतीय हॉकी टीम के 10 खिलाड़ी उनकी बनाई हॉकी का इस्तेमाल कर रहे हैं. उनके मुताबिक पिछले ओलंपिक में अल्फा हॉकी के साथ आठ खिलाड़ी खेले थे, जिनमें तत्कालीन टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह भी शामिल थे.
जालंधर में बनी हॉकी अब विदेशी खिलाड़ियों को भी पसंद आ रही है
जतिन महाजन ने बताया कि इस बार ओलंपिक में सिर्फ भारतीय खिलाड़ी ही नहीं बल्कि विदेशी खिलाड़ी भी अल्फा हॉकी खेलते नजर आएंगे. उन्होंने बताया कि इस बार फ्रांस की महिला टीम का एक खिलाड़ी और पुरुष टीम का एक खिलाड़ी अल्फा हॉकी के साथ खेलेगा. इसके साथ ही साउथ अफ्रीका के गोलकीपर भी अल्फा हॉकी के साथ इस टूर्नामेंट में खेलेंगे. उन्होंने बताया कि अब विदेशी खिलाड़ी भी अल्फा हॉकी को पसंद करने लगे हैं और निकट भविष्य में वह दिन दूर नहीं जब विदेशी खिलाड़ी हॉकी के साथ-साथ क्रिकेट का सामान खरीदने जालंधर आएंगे.
खिलाड़ियों की मांग और पसंद के हिसाब से तैयार होती है उनकी हॉकी
जतिन महाजन ने बताया कि क्या उनके द्वारा खिलाड़ियों के लिए तैयार की गई हॉकी खिलाड़ियों की पसंद के हिसाब से तैयार की जाती है. उनके अनुसार खिलाड़ियों की अपनी पसंद होती है, जिसमें कुछ खिलाड़ी अपने हिसाब से ग्रिप की मांग करते हैं, कुछ अपने हिसाब से वजन तैयार करवाते हैं और कुछ को पावर हॉकी पसंद होती है.
सरकार से अपील
जतिन महाजन ने कहा कि अगर सरकार जालंधर की खेल इंडस्ट्री को कुछ सुविधाएं दे तो यह इंडस्ट्री दुनिया से मुकाबला कर सकती है. उन्होंने कहा कि सरकार को कुछ सहयोग देना चाहिए, जालंधर की खेल इंडस्ट्री पूरी दुनिया में जानी जाती है. यही वजह है कि दुनिया भर के खिलाड़ी यहां बने खेल उपकरणों को पसंद करते हैं. इसलिए सरकार को अच्छी कनेक्टिविटी और अन्य सुविधाएं देनी चाहिए.