नई दिल्ली : पेरिस ओलंपिक 2024 का आगाज हो चुका है. भारतीय खिलाड़ी इन खेलों में दमखम दिखाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं. दुनिया के 71वें नंबर के टेबल टेनिस खिलाड़ी हरमीत देसाई 2024 पेरिस ओलंपिक के लिए पदक की उम्मीदों में से एक हैं. हरमीत बचपन से ही टेबल टेनिस खेल रहे हैं. टेबल टेनिस में आक्रामक खेल के लिए मशहूर यह खिलाड़ी पहली बार ओलंपिक में भाग लेगा.
हरमीत की मां ने अपने बेटे को अच्छा प्रदर्शन करने के लिए प्रोत्साहित किया है. हरमीत देसाई की मां अर्चना देसाई पेशे से वकील हैं और उन्होंने हरमीत देसाई को एक अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी के रूप में विकसित करने में प्रमुख भूमिका निभाई है. ईटीवी भारत से बातचीत में उन्होंने कहा कि आज हरमीत को ओलंपिक में खेलते देखना हमारे परिवार के लिए ऐतिहासिक पल होगा. उन्होंने कहा, 'हरमीत देश को गौरवान्वित करेगा, पूरा परिवार आज पेरिस में हरमीत को उसके पहले ओलंपिक में खेलते देखेगा. उसे ओलंपिक में खेलते देखने का हमारा दो दशक पुराना सपना सच हो गया है. हमें उम्मीद है कि हरमीत देसाई आज टेबल टेनिस में इतिहास रचेंगे'.
पिछले एक दशक में वैश्विक प्रतियोगिताओं में हरमीत का प्रदर्शन शानदार रहा है. 2019 में हरमीत ने इंडोनेशिया में आयोजित ITTF जीता और टूर्नामेंट जीतने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बने. 2018 और 2022 में हरमीत देसाई ने कॉमनवेल्थ गेम्स में हिस्सा लिया और दोनों संस्करणों में टीम स्पर्धाओं में स्वर्ण पदक जीते. साथ ही, उन्होंने 2021 में दोहा में खेली गई एशियाई चैंपियनशिप में दो स्वर्ण पदक जीते.