नई दिल्ली: भारत के उभरते टेबल टेनिस सितारे मानव ठक्कर और अर्चना कामथ अपने पहले ओलंपिक में खेलने को लेकर रोमांचित हैं, वे पेरिस 2024 में टीम स्पर्धा में अपने अनुभवी साथियों का समर्थन करने के लिए उत्सुक हैं. वो सोमवार यानि 5 अगस्त को अपने मुकाबलों की शुरुआत करेंगे. इतिहास में पहली बार, भारत ओलंपिक में पुरुष और महिला टीम चैंपियनशिप में प्रतिस्पर्धा करेगा. अगर भारत को शीर्ष टीमों के खिलाफ अपने को ऊपर उठना है, तो इन दो युवा खिलाड़ियों को अपनी भूमिका बखूबी निभानी होगी.
भारत की महिला टीम सोमवार को राउंड ऑफ 16 में रोमानिया से भिड़ेगी, जबकि पुरुष टीम मंगलवार को अपने शुरुआती मैच में चीन से भिड़ेगी. अपने आक्रामक खेल शैली के लिए जाने जाने वाले ठक्कर और कामथ दोनों 24 साल के हैं और उच्च दबाव वाली स्थितियों के आदी हैं. वे डब्ल्यूटीटी सर्किट में प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं और अल्टीमेट टेबल टेनिस (यूटीटी) में अपनी टीमों को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी भी संभाली है. ठक्कर, जो पहले अंडर-21 विश्व रैंकिंग में नंबर 1 पर थे. 2018 एशियाई खेलों में कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा थे.
ठक्कर ने अल्टीमेट टेबल टेनिस को दिए एक साक्षात्कार में बताया, जब उनसे पूछा गया कि वह पुरुष टीम के सबसे युवा सदस्य के रूप में अपनी भूमिका को कैसे देखते हैं. तब उन्होंने, 'मुझे कोई दबाव महसूस नहीं होता. मैं वास्तव में पेरिस में अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए उत्सुक हूं'.
ठक्कर अचंता शरत कमल, हरमीत देसाई और साथियान ज्ञानसेकरन के साथ पुरुष टीम का हिस्सा हैं. महिला टीम में मनिका बत्रा, श्रीजा अकुला, कामथ और अयहिका मुखर्जी शामिल हैं. ठक्कर के देसाई के साथ युगल खेलने की संभावना है, जबकि कामथ के बत्रा के साथ जोड़ी बनाने की उम्मीद है, जिनके साथ उनकी महिला युगल में करियर की सर्वश्रेष्ठ विश्व रैंकिंग 4 है.
कामथ ने यूटीटी को बताया कि, 'मैं टीम का हिस्सा बनकर बहुत सम्मानित और भाग्यशाली महसूस कर रही हूं और मैं बस अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए उत्सुक हूं. मैं अपने आक्रामकता को नियंत्रित करने के तरीके सीखने पर बहुत काम कर रही हूं और मैं एक समय में एक मैच पर ध्यान केंद्रित करने जा रही हूं'.
ठक्कर और कामथ दोनों ने इस बात पर जोर दिया कि उनके यूटीटी अनुभव ने उन्हें उच्च दबाव वाली प्रतियोगिताओं के लिए तैयार किया है और उनकी अंतरराष्ट्रीय सफलता का मार्ग प्रशस्त किया है. 2018 में मुझे याद है कि मैंने क्रिस्टियन कार्लसन के खिलाफ खेला था, वह दुनिया में शीर्ष-20 में थे और जब मैंने उसके खिलाफ जीत हासिल की, तो इसने मुझे विश्वास दिलाया, और तब से, मैं सीनियर वर्ग में अपना ग्राफ ऊपर जाते हुए देख सकता हूं और मुझे उम्मीद है कि मैं इसे इसी तरह जारी रखूंगा'.
श्रीजा के साथ डब्ल्यूटीटी कंटेंडर लागोस 2024 में महिला युगल का खिताब जीतने वाली कामथ ने कहा कि यूटीटी में उनकी सफलता ने उनके आत्मविश्वास को बढ़ाया, जिससे उन्हें पेरिस ओलंपिक में कोई भी जिम्मेदारी लेने के लिए तैयार किया. इससे पहले, बत्रा ने ओलंपिक में एकल स्पर्धा में प्री-क्वार्टर फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय बनकर इतिहास रच दिया. श्रीजा ने भी राउंड ऑफ 16 में अपना प्रभावशाली अभियान समाप्त किया.
ओलंपिक के बाद, ठक्कर 22 अगस्त से 7 सितंबर तक चेन्नई में होने वाले इंडियनऑयल यूटीटी 2024 में विश्व नंबर 10 बर्नडेट स्ज़ोक्स और नाइजीरियाई दिग्गज क्वाड्री अरुणा के साथ-साथ देसाई और शरत कमल जैसे अपने हमवतन खिलाड़ियों सहित शीर्ष अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों का सामना करेंगे.