भिवानी: केन्द्रीय खेल मंत्रालय ने स्पोर्ट्स अवॉर्ड्स 2024 की घोषणा की है. इस बार चार ‘खेल रत्न’ के अलावा 32 खिलाड़ियों को अर्जुन अवॉर्ड के लिए चुना गया है. इन खिलाड़ियों को 17 जनवरी 2025 को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति भवन में पुरस्कार प्रदान करेंगी देंगी. खेल रत्न अवॉर्ड पाने वाले को एक मेडल, प्रशस्ति पत्र और 25 लाख रुपए दिए जाएंगे. जबकि अर्जुन पुरस्कार पाने वाले को 15 लाख रुपए, अर्जुन की मूर्ति और प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा. अर्जुन अवॉर्ड पाने वालों में भिवानी के धनाना गांव की बेटी नीतू घनघस का भी नाम शामिल है.
भिवानी की बेटी को मिलेगा अर्जुन अवॉर्ड: खेल विभाग की ओर से जारी अवार्ड लिस्ट में नीतू का नाम सबसे ऊपर है. जैसे ही ये पता चला कि नीतू को अर्जुन अवॉर्ड मिलेगा, तब से पूरे भिवानी में खुशी का माहौल है. दरअसल भिवानी को मिनी क्यूबा भी कहा जाता है. बॉक्सरों के कारण ही भिवानी को देश दुनिया में मिनी क्यूबा के नाम से जाना जाता है. इस जिले ने कई बॉक्सर देश को दिए हैं, जिन्होंने पूरे देश ही नहीं विश्व में भी जीत का परचम लहराया है. खास बात तो यह है कि नीतू जहां बॉक्सिंग प्रैक्टिस करती है, वहां से अब तक कुल सात खिलाड़ियों को अर्जुन पुरस्कार मिल चुका है. नीतू का साल 2028 के ओलंपिक में जीत का लक्ष्य है.
एशियन खेलों में जीत नीतू का लक्ष्य: अर्जुन अवार्ड मिलने पर नीतू ने खुशी जाहिर की. उसने अपने कोच जगदीश और अपने परिजनों को इसका पूरा श्रेय दिया.अवॉर्ड को लेकर नीतू ने कहा कि इस अवार्ड से उसे कॉमनवेल्थ और एशियन खेलों में जीत के लिए प्रोत्साहन मिलेगा. जबकि नीतू के कोच जगदीश ने कहा कि बॉक्सिंग में हरियाणा में कविता चहल और सोनिया लाठर को अर्जुन अवार्ड मिला है. इसके बाद नीतू अर्जुन अवार्ड पाने वाली हरियाणा की तीसरी बॉक्सर बेटी बन गई है. कोच ने खुशी जताते हुए कहा कि नीतू को अर्जुन अवार्ड मिलने पर अन्य बॉक्सर बेटियों को आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलेगी.
पिता महसूस कर रहे गर्व: भिवानी बॉक्सिंग क्लब के अध्यक्ष कमल प्रधान ने भी खुशी जाहिर की. उन्होंने कहा कि नीतू बेटी ने तो कमाल कर दिया. नीतू ने कठिन परिस्थितियों में खेलते हुए हरियाणा की पदक तालिका को बढ़ाया है. हमें पूरी उम्मीद है कि नीतू इस बार ओलंपिक भी जीतेगी. वहीं, नीतू के पिता जयभगवान अपनी बेटी पर गर्व महसूस कर रहे हैं. उनका कहना है कि साल 2008 में बॉक्सर विजेंदर का ओलंपिक मेडल देख नीतू ने 2012 में बॉक्सिंग खेलना शुरू किया था. अब वो भी ओलंपिक में मेडल जीतेगी.
जश्न से ज्यादा प्रैक्टिस को दे रही महत्व: नीतू अपने नाम की घोषणा के बाद जश्न में समय न बीताकर रिंग में प्रैक्टिस करते दिखी. वो बॉक्सिंग रिंग में पसीना बहा रही है. नीतू का कहना है कि वो अगले साल होने वाले कॉमनवेल्थ और एशियन गेम के साथ ही साल 2028 के ओलंपिक में जीत हासिल करना चाहती है.
ये भी पढ़ें :स्वीटी बूरा को अर्जुन अवॉर्ड मिलने पर गदगद हुए पिता, भावुक हो बोले-"स्वीटी की सफलता में उसकी मां का बड़ा योगदान"