चेन्नई : चेन्नई के एक निजी शिक्षण संस्थान में पेरिस ओलंपिक में 2 कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय एथलीट मनु भाकर के लिए सम्मान समारोह आयोजित किया गया. स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों की ओर से मनु भाकर को 2 करोड़ 7 लाख रुपए की प्रोत्साहन राशि दी गई. इसके बाद मनु भाकर ने छात्रों के सवालों के जवाब दिए.
मनु भाकर ने छात्रों के सवालों के जवाब के साथ उनके साथ डांस भी किया. मनु भाकर की काला चश्मा गाने पर डांस की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई. जिसमें मनु भाकर ने स्टूडेंट के साथ शानदार डांस किया जो फैंस को काफी पसंद आ रहा है. डांस के बाद मनु ने मीडिया के सवालों के जवाब भी दिए.
Shooter Manu Bhaker ❌
— Mayank (@_mayyyank) August 20, 2024
Dancer Manu Bhaker ✅
The Velammal Nexus group is felicitating double Olympic medallist Manu Bhaker for her inspiring #Paris2024 campaign@sportstarweb pic.twitter.com/wVWUlwbPGx
विनेश फोगाट को बताया योद्धा
विनेश फोगाट के बारे में बात करते हुए मनु भाकर ने कहा, 'वह मेरी बड़ी बहन की तरह हैं, मैं उनका बहुत सम्मान करती हूं और वह मुझसे बड़ी हैं. मैंने उन्हें हमेशा एक योद्धा के रूप में देखा है. वह सभी कठिनाइयों को पार करने में सक्षम हैं. मैंने उन्हें ठीक होते देखा है. वह आगे भी बेहतर होती रहेंगी.
बड़े सपने देखकर बड़े लक्ष्य हासिल होते हैं
मंच पर विद्यार्थियों के बीच बोलते हुए मनु भाकर ने कहा, 'अगर आप कड़ी मेहनत करते हैं, तो आप बड़ी चीजें हासिल कर सकते हैं, आप बड़े सपने देखकर बड़े लक्ष्य हासिल कर सकते हैं. हमें असफल होने पर भी हार नहीं माननी चाहिए. मैंने अपने स्कूल के दिनों से ही प्रतियोगिताओं में भाग लेना शुरू कर दिया था. हमें पहले घर और फिर स्कूल में सहयोग की जरूरत होती है, जो मुझे मिला.
दुनिया घूमना चाहते हैं तो खेल चुनें
मनु ने आगे कहा, सामान्य तौर पर नौकरी के बहुत से अवसर हैं, सिर्फ डॉक्टर, इंजीनियर ही नहीं, उससे भी आगे बहुत से रोजगार के अवसर हैं, खासकर खेल के क्षेत्र में, जो लोग दुनिया भर में घूमना चाहते हैं, उन्हें खेल के क्षेत्र को चुनना चाहिए, मैंने आधी दुनिया घूमी है.
मैंने अंग्रेजी बाद में सीखी
मनु ने कहा, अपनी पारिवारिक स्थिति पर शर्मिंदा न हों, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि हम कहां से आते हैं, मैं अंग्रेजी नहीं बोलती, मुझे बहुत सी चीजें नहीं आती थीं, मैंने बाद में सीखा. जब मैंने टोक्यो ओलंपिक में भाग लिया तो मैं बहुत घबराई हुई थी. मुझमें आत्मविश्वास नहीं था. एक समय ऐसा आया जब इसे छोड़ना पड़ा और जीतना पड़ा. मैं कई असफलताओं के कारण ही सफल हो पाई हूं.
सफलता में बताया बहुत लोगों का हाथ
भारतीय एथलीट मनु भाकर ने इसके बाद मीडिया से बात की और जब उनसे पूछा गया कि आपकी सफलता का कारण क्या है, तो उन्होंने कहा, 'मेरी सफलता के लिए अकेले एक व्यक्ति जिम्मेदार नहीं हो सकता. मेरे परिवार, कोच, भारतीय खेल विकास प्राधिकरण और अन्य लोगों का योगदान हमारे देश के पदक जीतने का सबसे बड़ा कारण था. अभी भी एक लंबा रास्ता तय करना है.
दूसरे देश में बच्चे खेल में आगे
पत्रकारों द्वारा पूछे जाने पर कि वह ओलंपिक जैसे आयोजनों में भारत के अन्य देशों से पीछे रहने के बारे में क्या सोचती हैं, उन्होंने कहा, 'हां कई देश हमसे आगे हैं. हम सभी को पदक तालिका बढ़ाने की उम्मीद है. अन्य देशों में एक बात है, वे छोटी उम्र में बच्चों को खेल के क्षेत्र में आगे बढ़ा रहे हैं. हमारे देश में भी इस तरह का कार्यक्रम शुरू होना चाहिए, यह बहुत अच्छा होगा.
महिलाओं की सुरक्षा के बारे में बात करते हुए मनु भाकर ने कहा, 'अगर महिलाओं की बात करें तो हमारे देश की आबादी में 50 प्रतिशत महिलाएं हैं. बुनियादी अधिकार स्वतंत्रता के आधार पर ही मिलते हैं. महिलाओं के लिए समाज को बेहतर बनाने के लिए सभी को मिलकर काम करना चाहिए. यह हर व्यक्ति का कर्तव्य है. हम सभी को समाज में मिलकर काम करना चाहिए. हमें बदलाव लाने की जरूरत है. हम प्रगति की राह पर हैं.
अंत में, जब उनकी अगली योजनाओं के बारे में पूछा गया, तो मनु भाकर ने कहा, 'मैं अभी ब्रेक लेना चाहती हूं. मैंने अपने कंधों पर बोझ कम करने के लिए तीन महीने आराम करने का फैसला किया है. 4 या 5 महीने बाद मैं अपना काम फिर से शुरू करूंगी.