नई दिल्ली : लोकसभा चुनाव 2024 के पांचवें फेज का इलेक्शन हो रहा है. इस चुनाव में आम लोगों के साथ भारतीय स्पोर्ट्स स्टार भी घर से निकलकर वोट डालने के लिए पहुंचे. पूर्व भारतीय क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर, अजिंक्य रहाणे, सुनील गावस्कर और हॉकी टीम के कप्तान और बीजद उम्मीदवार दिलीप तिर्की ने भी वोट डाला. उड़ीसा की सुंदरगढ़ सीट से उम्मीदवार दिलीप तिर्की ने अपनी पत्नी के साथ वोट डालने पहुंचे.
इसके अलावा पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने भी मुंबई में अपना वोट डाला. वोट डालने के बाद उन्होंने कहा कि 'लोगों को प्रयास करना चाहिए जब तक कि कोई बहुत गंभीर रूप से बीमार न हो. मुझे लगता है कि उन्हें वोट डालने का प्रयास करना चाहिए क्योंकि यह उनकी सरकार है और उनका वोट महत्वपूर्ण होने वाला है.
सचिन तेंदुलकर ने भी परिवार के साथ वोट डाला. वोट डालने के बाद उन्होंने खुद को भाग्यशाली बताते हुए युवाओं से भी वोट डालने की अपील की. उनके साथ बेटे अर्जुन तेंदुलकर भी मौजूद थे. वोट डालने के बाद उन्होंने कहा 'मैं ईसीआई का राष्ट्रीय आइकन हूं और वोट डालने के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए कई पहलों में शामिल रहा हूं. आज एक गौरवान्वित भारतीय के रूप में मैं ऐसा करने में सक्षम हूं. मैं वास्तव में हूं. 'वास्तव में खुश हूं...मैं सभी मतदाताओं से मतदान करने की अपील करता हूं क्योंकि यह देश के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण है.
इसके अलावा चेन्नई सुपरकिंग्स के खिलाड़ी अजिंक्य रहाणे ने भी अपनी पत्नी के साथ मुंबई में अपना वोट डाला. वोट डालने के बाद उन्होंने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर कहा लिखा कि हमने आपने जिम्मेदारी पूरी कर दी है क्या आपने की है.
वोट डालने के बाग पूर्व हॉकी टीम के कप्तान दिलीप तिर्की ने कहा कि 'मैं वोट देने के अपने अधिकार का प्रयोग करके खुश हूं. यह लोकतंत्र का त्योहार है. मैं लोगों से अपील करता हूं कि वे बाहर आएं और मतदान करें. युवाओं को भाग लेना चाहिए. लोग उत्साहित हैं. यहां बहुत सारे लोग हैं. हमें 83 प्रतिशत मतदान की उम्मीद है.
बता दें कि दिलीप तिर्की हॉकी इंडिया के अध्यक्ष भी रह चुके हैं उन्हें निर्विरोध चुना गया था. इससे पहले दिलीप तिर्की राज्यसभा सदस्य भी रह चुके हैं. 1995 में इंग्लैंड के खिलाफ उन्होंने डेब्यू किया था. टिर्की पहले फुल-बैक खिलाड़ी थे और अपने पेनल्टी कॉर्नर हिट के लिए जाने जाते है. 15 साल के करियर के दौरान उन्होंने 3 ओलंपिक सहित 412 अंतरराष्ट्रीय मैचों में भारत की कप्तानी की है. उन्होंने 2002 के एशियाई खेलों और 2004 के एथेंस में आयोजित ग्रीष्मकालीन खेलों और कई अन्य खेलों में टीम की कप्तानी की
400 अंतरराष्ट्रीय मैचों में टीम का प्रतिनिधित्व करने वाले पहले और एकमात्र भारतीय, टिर्की को 2002 में अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया और 2004 में पद्मश्री के पहले आदिवासी प्राप्तकर्ता बने.